अब कुत्ते लगाएंगे फेफड़े के कैंसर का पता
हेल्थ प्लस : योग दिवस पर भारतीय सेना ने कुत्त्तों के साथ एक फोटो शेयर की थी। इस फोटो पर राहुल गांधी ने ट्वीट किया तो एक नई बहस छिड़ गई।कुत्ते अचानक चर्चा में आ गए। कुत्ते वफादार होने के साथ साथ कई अन्य तरीकों से फायदेमंद है।
कुत्तों के सूंघने की शक्ति बहुत ज्यादा होती है, ये बात सभी जानते हैं। मगर हाल में हुई एक रिसर्च ये बताती है कि कुत्ते सूंघकर कुछ विशेष प्रकार के कैंसरों का पता 'एडवांस टेक्नोलॉजी' से भी ज्यादा सटीक तरीके से लगा सकते हैं। रिसर्च के अनुसार कुत्ते सूंघकर लंग्स कैंसर (फेफड़ों के कैंसर) का पता लगा सकते हैं। दुनियाभर में फेफड़ों के कैंसर के मरीजों की संख्या बहुत अधिक बढ़ गई है।
धूम्रपान वाले प्रोडक्ट्स जैसे- सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, ई-सिगरेट्स आदि फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं। भारत में भी हर साल लाखों लोग फेफड़ों के कैंसर के कारण अपनी जान गंवाते हैं।
फेफड़ों के कैंसर का पता अगर शुरुआती स्टेज में लगा लिया जाए, तो इसका इलाज आसानी से हो सकता है। फिलहाल लंग्स कैंसर का पता लगाने के लिए सीटी स्कैन (CT Scan) और पीईटी स्कैन (PET Scan) जैसी तकनीकों का सहारा लिया जाता है। ये तकनीक बहुत अधिक खर्चीली हैं और कई बार इनसे प्राप्त होने वाले रिजल्ट भी सटीक नहीं होते हैं। लेकिन हाल में हुई एक रिसर्च बताती है कि कुत्ते अपनी सूंघने की शक्ति का इस्तेमाल करके लंग्स कैंसर का पता ज्यादा आसानी और जल्दी से लगा सकते हैं।