News Plus

21 सरकारी विभागों में कनिष्ठ सहायक के 1186 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन शुरू

कॅरियर डेस्क : उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 21 सरकारी विभागों में कनिष्ठ सहायक के 1186 पदों  पर भर्ती के लिए आवेदन मांगा है। इसके लिए बुधवार से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।  20 जुलाई तक आवेदन किए जा सकेंगे। आवेदन में किसी तरह का संशोधन 27 जुलाई तक किया जा सकेगा। ऑनलाइन आवेदन के लिए आयोग की वेबसाइट upsssc.gov.in पर पूरी जानकारी दी गई है।

आयोग के सचिव आशुतोष मोहन अग्निहोत्री की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि भर्ती के लिए आयु सीमा न्यूतम 18 और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए। इसके लिए शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट या इसके समकक्ष होनी चाहिए। इसके साथ ही हिंदी टाइपिंग में 25 शब्द और अंग्रेजी में 30 शब्द प्रति मिनट होना चाहिए। इसके साथ ही ट्रिपल सी कंप्यूटर प्रमाण पत्र भी होना चाहिए। 


आवेदन फीस
अनारक्षित (सामान्य) व अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 185, रुपये अनुसूचित जाति व जनजाति की फीस 95 और व निश्क्तों के लिए 25 रुपये शुल्क होगा। राज्य सरकार की ओर से जारी आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था होगी।


कहां कितने पद

परिवहन आयुक्त संभागीय शाखा 187, परिवहन आयुक्त मुख्यालय 4, सर्वे कमिश्नर वक्फ 44, निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण 60, निदेशक मुद्रण एवं लेखन सामग्री प्रयागराज 66, निदेशक मत्स्य निदेशालय 10, उप निदेशक मत्स्य सहायक निदेशक मत्स्य कार्यालय 29, निदेशक वित्तीय सांख्यकी निदेशालय में 1 पद है। इसी तरह कार्यालय प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग लखनऊ 40, कार्यालय प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग व्यवस्थापन ख में 119 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आबकारी आयुक्त कार्यालय में 14, निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण 72, निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण लखनऊ 33, विधि विज्ञान प्रयोगशाला महानगर लखनऊ 30, वसीकाधिकारी वसीका कार्यालय दो, निदेशक विद्युत सुरक्षा में उप्र 26 पद हैं। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा प्रयागराज में 125, नागरिक सुरक्षा निदेशालय 17, सहकारी समितियां पचायतें लखनऊ 18, राज्य निर्वाचन आयोग लखनऊ में 134 पद हैं। महानिदेशालय पर्यटन में 17, समाज कल्याण निदेशालय 14, समाज कल्याण निदेशालय 121 आयुक्त एवं निदेशक हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग में 3 पद हैं।

12वीं फेल, इस IPS ऑफिसर पर किताब देगी कभी न हार मानने की सीख

12वीं फेल, इस IPS ऑफिसर पर किताब देगी कभी न हार मानने की सीख

 

जो कभी 12वीं क्लास में फेल हो गए थे आज आईपीएस ऑफिसर हैं। वह मुंबई के अडिशनल पुलिस कमिश्नर बने और अब उनके दोस्त उनकी मिसाल देकर ऐसे छात्रों के लिए किताब लेकर आए हैं जिन्हें एग्जाम में फेल होने से डर लगता है।

 

भोपाल- किसी भी छात्र के जीवन में 12वीं के बोर्ड एग्जाम बहुत अहमियत रखते हैं। इसमें फेल होने पर लगता है कि करियर खत्म हो गया लेकिन मुंबई पुलिस के अडिशनल कमिश्नर मनोज कुमार शर्मा ने सफलता की अलग कहानी लिखी है। मुरैना जिले के रहनेवाले शर्मा के दोस्त अनुराग पाठक ने उनके ऊपर '12वीं फेल' नाम से किताब लिखी है जो अगले हफ्ते रिलीज होने वाली है। दिलचस्प बात यह है कि अनुराग पाठक भी 12वीं फेल हो गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। हमेशा उन्होंने अपने लक्ष्य पर ध्यान रखा और आखिरकार कामयाबी का स्वाद चखकर ही दम लिया।
 

शर्मा बताते हैं कि वह स्कूल के दिनों में मार्क्स के लिए परेशान नहीं होते थे। उन्होंने बताया, 'क्लास में आने वाले मार्क्स जिंदगी में सफलता का पैमाना नहीं होते हैं। मैंने दसवीं का एग्जाम तीसरी डिविजन के साथ पास किया था। 11वीं क्लास में भी मेरी सेकंड डिविजन आई थी।' हालांकि, उन्होंने इसे कभी जीवन की रुकावट नहीं बनने दिया।

 

चौथे प्रयास में क्लियर किया एग्जाम


उन्होंने ग्वालियर से ग्रैजुएशन और पोस्ट-ग्रैजुएशन पूरा किया। उन्होंने पीएचडी भी पूरी की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। चौथे प्रयास में उन्होंने 121 की ऑल इंडिया रैंक के साथ एग्जाम पास किया। उन्होंने छात्रों को सलाह दी है कि असफलता को अपने ऊपर हावी न होने दें।

अनुराग पाठक का कहना है कि उनकी किताब के पीछे उद्देश्य उन छात्रों की मदद करना है जिन्हें एग्जाम में फेल होने से डर लगता है। उनका कहना है, 'मनोज मेरी किताब के हीरो हैं। मैंने और भी लोगों के बारे में बताया है कि जिन्होंने एग्जाम्स में फेल होने के बाद भी अलग-अलग फील्ड्स में सफलता हासिल की है।'

सरकार के जॉब पोर्टल पर एक करोड़ नौकरी मांगने वाले, पर तीन लाख नौकरियां हैं उपलब्ध

नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी ऑनलाइन योजनाओं में से एक नेशनल करिअर सर्विस पोर्टल पर सितंबर 2019 में करीब 1 करोड़ 5 लाख बेरोजगार युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि इस पोर्टल पर नौकरी देने वाली कंपनियों की संख्या 7,813 है. जो कि घटती-बढ़ती रहती हैं. इन 1 करोड़ 5 लाख युवाओं के लिए महज 3 लाख 61 हजार रिक्तियां ही उपलब्ध हैं.

गौरतलब है कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा संचालित इस पोर्टल को जुलाई 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया के बीच एक कड़ी के तौर पर लॉन्च किया था. इसका उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को नौकरियों के विकल्प देने के साथ-साथ उन्हें ट्रेनिंग और काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराना भी था.

फरवरी 2018 में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक लॉन्च होने के एक साल बाद इस पोर्टल पर 47,000 तो साल 2016-2017 में 5.17 लाख व 2016-2017 में 2.45 लाख नौकरियां पोस्ट की गई थीं. कुल मिलाकर 4 साल बाद ये पोर्टल महज 11 लाख नौकरियों का ही सृजन कर पाया है.

नौकरी खोजने वाले युवाओं की संख्या लगातार बढ़ी 

पिछले सालों की तुलना में इस पोर्टल पर बेरोजगारों और नौकरी खोजने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ी है. जैसे 2016-17 में 22.66 लाख, 2017-18 में 38.90 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया जो इस साल बढ़कर एक करोड़ के करीब हो गए हैं.

एक तरफ बेरोजगारों की संख्या में इजाफा हुआ है तो दूसरी तरफ नौकरियों के विकल्प कम हुए हैं. पिछले कुछ महीनों के आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि जून 2019 के महीने में उपलब्ध 4 लाख नौकरियां जुलाई में घटकर 3 लाख पर आ गई हैं.

विधानसभा चुनाव वाले राज्यों के क्या हैं हाल?

हरियाणा में 38,330 वैकेंसी हैं तो महाराष्ट्र में 58,892 वैकेंसी हैं. 2015 से लेकर अब तक हरियाणा में नौकरियां देनी वाली केवल 582 कंपनियां ही रजिस्टर्ड हुई हैं. सबसे कम वैकेंसी दादर एवं नगर हवेली (1002) में हैं. इसके अलावा वॉटर सप्लाई, सीवेज और वेस्ट मैनेजमेंट, माइनिंग, घरेलू मदद के सेक्टर में सबसे कम नौकरियां उपलब्ध हैं. वहीं आईटी सेक्टर और स्पेशलाइज्ड प्रोफेशनल कोर्स में सबसे ज्यादा वैकेंसी हैं.

अगर महिलाओं की बात करें तो उनके लिए 3,329 नौकरियां उपलब्ध हैं. दिव्यांगों के लिए 7,668 तो एक्स सर्विस मैन के लिए 17,038 हैं.

क्या है नेशलन करिअर सर्विस?

नेशनल रोजगार सर्विस, यूपीए सरकार के दौरान चलाई गई एक योजना थी. देशभर में फैले 978 रोजगार एक्सचेंजेज का एक नेटवर्क था. बाद में मोदी सरकार में इसका नाम बदलकर नेशनल करिअर सर्विस रख दिया गया. 100 करोड़ रुपए की लागत और भारी पब्लिसिटी के साथ लॉन्च हुए इस पोर्टल का उद्देश्य था कि इससे रोजगार मेले लगाए जाएंगे, बेरोजगारों की काउंसलिंग और समाज के पिछड़े तबकों को गाइडेंस दी जाएगी.

इस पोर्टल का काम देशभर में जॉब फेयर कराने वाली संस्था की मदद करना भी होगा ताकि कंपनियों और बेरोजगारों के बीच संवाद स्थापित हो सके. इसके लिए 1800-425-1514 नाम की एक हेल्पलाइन भी शुरू की गई थी जो मंगलवार से रविवार तक काम करती है.

मंत्रालय के पास नहीं है एनसीएस से मिले रोजगार के आंकड़े

संसद में दिए एक जवाब में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार बता चुके हैं कि मंत्रालय के पोर्टल पर रजिस्टर की गई वैकेंसी का ही रिकॉर्ड रखता है. इसके जरिए बेरोजगारों को मिलने वाली नौकरियों की जानकारी का रिकॉर्ड मंत्रालय के पास नहीं है. मतलब कि अगर सितंबर 2019 में 3 लाख 61 हजार वैकेंसी निकली हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि बेरोजगारों को इतनी नौकरियां मिल भी गई हैं.

इस पोर्टल पर 52 से ज्यादा सेक्टर और 3700 से अधिक तरह की नौकरियों की बात की गई थी. ध्यान देने वाली बात ये है कि मैनुअल स्कैवेंजिंग को नौकरी के तौर पर नहीं रखा गया है. हाल ही में यूजर्स की सुविधा के लिए पोर्टल में कुछ फेरबदल भी किया गया है.

जनरल बिपिन रावत की इस नई योजना से कैसे भारतीय सेना के जवान बन सकेंगे अफसर

नई दि्ल्ली: आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि वो चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा सेना के जवान अधिकारी बनें. इसके लिए उन्होंने चैन्नई के आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में यंग लीडर्स विंग की स्थापना की है.

दिए विशेष इंटरव्यू में सेना प्रमुख ने कहा, ‘बहुत सारे जवान जो सेना में भर्ती होते हैं वो काफी काबिल होते हैं. वो आगे की पढ़ाई इसलिए नहीं कर पाते क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती है. इसलिए उनका सारा ध्यान सिर्फ नौकरी पर होता है जिसकी वजह से वह आगे कुछ नहीं कर पाते हैं.’

‘मेरा मानना है कि अगर इन लोगों को आगे बढ़ाया जाए और अच्छे से ट्रेंनिंग दी जाए तो ये अधिकारी स्तर तक पहुंच सकते हैं. सेना में अधिकारी लेफ्टिनेंट और उससे ऊपर के पद होते हैं.’

नए ओटीए विंग जिसे पिछले सप्ताह ही लांच किया गया है. उसमें जूनियर कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर को चुना जाएगा और उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जवान पदोन्नति (प्रमोशन) की दौड़ में आगे बढ़ सके और उनकी तरक्की हो सके.

नई योजना के तहत 500 जवानों को चुना जाएगा. जिन्हें दो बैच में बांटा जाएगा और 5 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में सर्विस सलेक्शन बोर्ड की कठिन परीक्षा में पास होने के लिए जवानों को तैयार किया जाएगा. एसएसबी ही अधिकारियों को तय करता है.

सेना प्रमुख ने कहा, ‘इस कदम से दो स्तरों पर फायदा होगा.’ उन्होंने कहा इससे हमें ज्यादा से ज्यादा अधिकारी मिलेंगे और जेसीओ औऱ एनसीओ की पदोन्नति का अवसर मिलेगा.

सेना प्रमुख से जवानों की कमी के बारे में पूछने पर कहा, ‘सेना में अभी 7000-8000 लोगों की कमी है. इस नई योजना के तहत हमें काफी फायदा होगा.’

उन्होंने कहा ‘सेना में प्रोमोशन की प्रक्रिया काफी मुश्किल है. लेकिन सेना इसे काफी अच्छी तरह से संभाल रही है.’

वर्तमान में जेसीओ और एनसीओ के पास कमीशंड अधिकारी बनने के लिए तीन रूट हैं. एक आर्मी कैडेट कॉलेज(एसीसी) विंग के जरिए, दूसरा एससीओ(स्पेशल कमीशन अधिकारी) और तीसरा पीसी-एसएल रूट.

एसएसबी साक्षात्कार इन तीनों रास्तों के जरिए लोगों का चयन करता है. लेकिन इसमें सफल होने का प्रतिशत केवल 10 फीसदी है.

नए ओटीए के बारे में बोलते हुए सेना प्रमुख ने कहा इस योजना के तहत चयन होने वाले लोगों को कम्युनिकेशन स्किल, सॉफ्ट स्किल और निर्णय लेने की क्षमता के बारे में सिखाया जाएगा.

जनरल रावत ने कहा कि हम सच में चाहते हैं कि चयन किए गए लोगों को ट्रेन कर के उन्हें एसएसबी के लिए तैयार किया जाए.

सेना प्रमुख ने कहा हमें नेतृत्व क्षमता वाले लोगों का जरूरत है. जो इन्हीं लोगों में से निकले और निर्णय करने की क्षमता रखे.

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में युद्ध क्षेत्र साइबर अटैक से जूझने वाला है जिसमें संचार व्यवस्था ठप हो सकती है लेकिन ऐसी स्थिति में कमांडिंग नाकाम नहीं होनी चाहिए. इसलिए हमें ऐसे लोगों को तैयार करना है जो निर्णय ले सकें और सभी स्थितियों से निपट सकें.

इन नेतृत्वकारी जवानों को अपनी यूनिट के लिए जीतना है और भारतीय सेना के लिए इतिहास बनाना है. क्योंकि युद्ध में रनर-अप नहीं होता है.

चार विद्यालयो मे आयोजित हुई चित्रकला प्रतियोगिता..

अमित त्रिपाठी की रिपोर्ट....

महराजगंज रायबरेली । कस्बे के प्राथमिक विद्यालय में 'स्वच्छता ही सेवा है' कार्यक्रम के अंतर्गत नगर पंचायत द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक क्रियान्वयन समिति के सदस्य इरशाद सिद्दीकी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्राथमिक,जूनियर व सीनियर वर्गों में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई । जिसमें कस्बे के चार विद्यालयों ने प्रतिभाग किया। सीनियर वर्ग में राजा चंद्रचूड़ सिंह विद्यापीठ इंटर कॉलेज की छात्रा शमीमा ने प्रथम, रितेश सोनकर ने द्वितीय व पल्लवी धीमान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया जबकि प्राथमिक वर्ग में नाजीन ने प्रथम ,सुनेहा ने द्वितीय व सुषमा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी डा० राजेश कुमार ने विजेता बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। सभी विजेता छात्र-छात्राओं को गांधी जयंती के अवसर पर पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर निर्णायक मंडल के सदस्य विवेक कुमार सिंह, नीतू जायसवाल, रश्मि शुक्ला, रचना शाक्य, माधुरी मिश्रा, प्रधानाध्यापक दशरथ कुंवर सिंह,दयाशंकर सिंह, सभासद प्रति.रवितोष त्रिपाठी,वरिष्ठ लिपिक रामचंद्र, यमुना प्रसाद, गायत्री देवी, नेहा मिश्रा,संतोष कुमार,अखिलेश कुमार, ललित कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

 

बैंक के PO पद पर निकलीं हैं बम्पर भर्तियां 

न्यूजडेस्क - IBPS ने PO परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, 4000 पदों के लिए रजिस्‍ट्रेशन प्रकिया शुरू हो चुकी है, जो उम्‍मीदवार इस पोस्‍ट के लिए अप्‍लाई करना चाहते हैं वे ऑनलाइन अप्‍लाई कर सकते हैं, इसके लिए अभ्‍यथिर्यों को ऑफिशियिल वेबसाइट ibps.in पर पूरी डिटेल पढ़कर आवेदन कर सकते हैं। आईबीपीएस पीओ परीक्षा के संबंध में योग्यता और बाकि जानकारी नोटिफिकेशन में दी गई है, इस वर्ष एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के अलावा एक नए वर्ग जनरल ईडबल्यू वर्ग के उम्मीदवारों के लिए भी सीटें आरक्षित होंगी। जारी नोटिफकेशन में कुल 4336 पोस्ट में से 10 फीसद यानी कि 432 सीटें इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन (EWS) वर्ग के उम्मीदवारों के लिए होंगी। IBPS की इस पोस्ट के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा की महत्वपूर्ण तारीखें इस प्रकार हैं। आवेदन करने की प्रारंभिक तिथि 7 अगस्त 2019 है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 28 अगस्त तथा फीस जमा करने की अंतिम तारीख- 28 अगस्त, प्रीलिम्‍स परीक्षा ट्रेनिंग कॉल लेटर सितंबर 2019 तक प्रीलिम्‍स परीक्षा ट्रेनिंग-23 सिंतंबर से 28 सितंबर, प्रिलिम्स परीक्षा एडमिट कार्ड-अक्टूबर 2019, प्रीलिम्स परीक्षा तारीख –12,13,19 और 20 अक्टूबर निर्धारित की गयी है। प्रीलिम्स परीक्षा का रिजल्ट अक्टूबर/नवंबर 2019 में घोषित किया जाएगा। पीओ मेन्स कॉल लेटर नवंबर 2019 में मिलेंगे, पीओ मेन्स परीक्षा तारीख - 30 नवंबर 2019, पीओ मेन्स परीक्षा रिजल्ट दिसंबर 2019 में घोषित किया जाएगा। पीओ पोस्‍ट के लिए उम्‍मीदवारों का सेलेक्‍शन तीन परीक्षाओं के आधार पर किया जाएगा. इनमें प्रीलिम्‍स और मेन एग्‍जाम, इसके अलावा इंटरव्‍यू में सेलेक्‍ट होने वाले अभ्‍यिर्थयों का चुनाव किया जाएगा। भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में डिग्री (ग्रेजुएशन) वाले उम्मीदवार या केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कोई समकक्ष योग्यता आईबीपीएस पीओ 2019 के लिए आवेदन करने के लिए पात्र हैं. आवेदक की आयु 20-30 वर्ष की आयु के अंदर होनी चाहिए। 

इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप से जुड़ने का मौक़ा, इस अखबार में हैं वैकेंसी

कॅरियर प्लस : प्रतिष्ठित इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप से जुड़ने के लिए पत्रकारों के पास बेहतरीन मौका है। दरअसल, बिजनेस से जुड़ी खबरों की जानकारी देने वाली ग्रुप की वेबसाइट www.financialexpress.com को मार्केट्स एडिटर की तलाश है, जो बिजनेस और स्टॉक मार्केट से जुड़ी खबरों को मुंबई से कवर कर सके।

इस पद के लिए आवेदक के पास इंडियन स्टॉक और फाइनेंसियल मार्केट को कवर करने का आठ से 12 साल का अनुभव होना चाहिए। इसके अलावा आवेदक के पास बिजनेस और मार्केट से जुड़े लोगों के बीच अच्छा नेटवर्क होना चाहिए। यदि ऑनलाइन काम करने का अनुभव है तो वरीयता दी जाएगी। इस पद पर काम करने के इच्छुक उम्मीदवार [email protected] को अपना रिज्युमे भेज सकते हैं। रिज्युमे में CTC का उल्लेख जरूर करें।