बछरावां,रायबरेली– विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत के प्रधानों ने आज हड़ताल के चौथे दिन बछरांवा खंड विकास कार्यालय के सामने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय प्रधान संघ के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि शासन प्रशासन प्रधानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है ग्रामीण विकास की पहली सीढ़ी ग्राम प्रधान होता है परंतु उसके अधिकारों को समाप्त कर दिया गया है गांव के विकास में प्रधानों की भूमिका को नजरअंदाज करना नामुमकिन है। इसके लिए हर स्तर की लड़ाई लड़ी जाएगी।प्रधान संघ अध्यक्ष राम बहादुर यादव ने बताया कि शासन द्वारा निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाली सामग्रियों के रेट न्यूनतम निर्धारित किए गए हैं ।जबकि बाजार में गिट्टी ,मोरंग, सीमेंट और सरिया का रेट काफी ज्यादा है इन परिस्थितियों में प्रधान काम कराने में पूरी तरीके से असमर्थ हैं।पूर्व प्रधान व प्रधान प्रतिनिधि राकेश तिवारी ने बताया कि जब तक शासन द्वारा निर्माण सामग्री के रेट बाजार के रेट पर नहीं किए जाएंगे तब तक किसी भी प्रकार का विकास कार्य करा पाना मुमकिन नहीं है।खैरहनी प्रधान शैलेंद्र यादव ने कहा कि एक तरफ तो शासन गांवों में बन रही कालोनियों में प्रधानों की किसी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रखता है वहीं दूसरी ओर यदि कालोनियों में कोई घोटला होता है तो ग्राम प्रधानों के विरुद्ध भी कार्यवाही की जाती है जो कि अन्याय पूर्ण है।इस मौके पर ग्राम प्रधान रामदेव, सोनू सिंह,रामखिलाड़ी,गुड़िया सिंह, पूनम तिवारी, गीता सिंह, बबली,मैका देवी,धीरेंद्र वर्मा,जितेंद्र कुमार रामनरेश, शैलेश कुमार, राम सागर ,रामबक्स ,राजेश सिंह, शैलेंद्र कुमार यादव,शिव कुमार ,राजू रायनी, धर्मेंद्र पटेल, विनोद वर्मा, विनीत कुमार द्विवेदी,रामहेत, मनोज कुमारसहित बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान मौजूद रहे।
बछरावां से न्यूज प्लस संवाददाता सारिका चौधरी की रिपोर्ट।