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राष्ट्रीय कवच

राष्ट्रीय कवच के ब्यूरो चीफ को पुलिस ने पकड़ा, पत्रकार का आरोप पुलिस ने एक नहीं सुनी

सुल्तानपुर पुलिस का पत्रकारिता पर सितम

 

राष्ट्रीय कवच के ब्यूरो चीफ को पुलिस ने पकड़ा, पत्रकार का आरोप पुलिस ने एक नहीं सुनी

 

कोटेदार द्वारा भ्रष्टाचार की खबर कवर करने पहुंचे थे, अमरजीत पांडे भ्रष्टाचारियों ने उल्टे फसाया

 

राकेश प्रताप सिंह

संपादक

राष्ट्रीय कवच समाचार पत्र

 

सुल्तानपुर- उत्तर प्रदेश में पत्रकारों पर अत्याचार के मामले अकसर प्रकाश में आते रहते हैं इसी के चलते आज एक और अध्याय जुड़ गया राष्ट्रीय कवच समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ अमरजीत पांडे को फर्जी मुकदमों में फंसाकर (जैसा कि पीड़ित पत्रकार का आरोप है) की वह कोटेदार के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की सूचना पर खबर बनाने पहुंचे थे लेकिन वहां पर भ्रष्टाचारियों ने उन्हें घेर लिया उनके साथ बुरा बर्ताव किया गया यही नहीं मारपीट की भी नौबत आ गई लेकिन किसी तरह ब्यूरो चीफ अमरजीत पांडे अपनी जान बचाकर वहां से निकले। लेकिन कल देर रात पीड़ित पत्रकार को पुलिस ने पकड़ लिया और उन्हें आज कोर्ट में पेश किया गया। ऐसे में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ यह सरकार जो मजाक कर रही है वह किसी से छुपा नहीं है सत्य का गला घोटने के लिए मनगढ़ंत आरोपों में फंसा कर उन्हें जेल में भेजा जा रहा है। मोतिगरपुर पुलिस पीड़ित पत्रकार की एक ना सुनने पर आमादा थी वह जल्द से जल्द पत्रकार को फसा देना चाहती थी उसके लिए स्थानीय थाना अध्यक्ष ने डीजीपी और मुख्यमंत्री के आदेशों को मानने से इनकार करते हुए पत्रकार को कल 5 बजे शाम को पकड़ लिया और वह इसमें कामयाब हुए।

 

लोकतंत्र में जब पत्रकारों को बेवजह फंसाया जाएगा तो सत्य कौन लिखेगा?

 

सवाल यह भी निकल कर आ रहा है यदि सुल्तानपुर पुलिस इतनी जल्दबाजी में थी मामले की जांच और परख करने को ताक पर रखते हुए पुलिस जल्दबाजी में ब्यूरो चीफ अमरजीत पांडे को पकड़कर करके ले गई तो सवाल यही उठता है आखिर लोकतंत्र में जब पत्रकारों की जगह ही नहीं बचेगी वह सच्चाई लिख नहीं पाएंगे तो एक सच्चे और स्वस्थ लोकतंत्र की कल्पना कैसे की जा सकेगी? मोतिगरपुर के काबिल पुलिस अधिकारी हाल ही में आए डीजीपी के उस आदेश को भी ताक पर रखने में जरा सा भी समय नहीं लिए उन्होंने फौरन मामले की सत्यता को परखे बगैर पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया।

 

भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध बोलना क्या गुनाह हो गया है?

 

जिस तरह से राष्ट्रीय कवच समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ अमरजीत पांडे को सुल्तानपुर पुलिस द्वारा पकड़ा गया उससे सवाल तो यही उठता है कि भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध बोलना और लिखना गुनाह हो गया है क्या पत्रकार अपनी कलम को चला नहीं सकता क्या पत्रकार पर भ्रष्टाचारी संगठित होकर अपनी खुराक बना लेंगे उन्हें गिरफ्तार कराया जाएगा सत्य का गला घुटने के लिए पुलिस भी उनका सहयोग करेगी।यदि ऐसी स्थितियां बन रही है तो उत्तर प्रदेश सरकार को भी सतर्क हो जाना चाहिए कभी ना कभी ऐसे हालात उत्तर प्रदेश पुलिस और उत्तर प्रदेश सरकार की किरकिरी करा देंगे आम जनमानस में डर भर चुका है पत्रकार भी डरे और सहमे हुए हैं लोकतंत्र में अगर ऐसे हालात हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं हम लोग किस तरह से जी रहे हैं?

 

 

डीजीपी साहब, आईजी रेंज साहब देख लीजिए अपने सुल्तानपुर पुलिस के कारनामे

 

डीजीपी साहब, आईजी रेंज साहब अपनी काबिल सुल्तानपुर पुलिस को जरूर देखे साथ में जिला अधिकारी महोदय सुल्तानपुर भी देखें किस तरह से सत्य का गला घोटने के लिए पूरा प्रशासन उतारू है। जिस तरह से ब्यूरो चीफ अमरजीत पांडे राष्ट्रीय कवच समाचार पत्र को मनगढ़ंत साजिश के तहत फंसाया गया वह ना तो नौकरशाही के लिए फायदेमंद है और ना ही सरकार के लिए फायदेमंद है पत्रकारिता का महत्व और सच्चाई की लकीर कितनी बड़ी होती है जहां पर लिखकर आईपीएस और आईएएस बने नौकरशाह भी समझ सकते हैं। संविधान के नाम पर कसमें खाने वाली पुलिस विभाग क्या एक पत्रकार से इतना भयभीत हो गई कि उसने बिना पत्रकार से जानकारी मांगी उनको जेल में भेज दिया अगर या अन्याय है तो फिर यकीन जानिए यह न्याय लोकतंत्र के लिए फायदेमंद नहीं है?

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तख्त बदल गए ताज बदल गए पर नहीं बदली महाराजा बिजली पासी के किले की तस्वीर

सरकारों की उपेक्षा का दंश झेल रहा महाराजा बिजली पासी किला
 
Lucknow

प्रमोद राही

लखनऊ। कई सरकारें आई और बड़े-बड़े वादे किए परंतु किसी सरकार ने महाराजा पासी के किले की ओर ध्यान नहीं दिया। महाराजा बिजली पासी का किला कई दशकों से सरकार की उपेक्षा का दंश झेल रहा है। चाहे वह पूर्ववर्ती बसपा,सपा की सरकार रही हो या वर्तमान में भाजपा की सरकार की सभी ने केवल लोकलुभावन मीठे वादोंं का पुलिंदा ही थमाया। महाराजा बिजली पासी ट्रस्ट के अध्यक्ष पूर्व सांसद श्रीमती पूर्णिमा वर्मा के पति एवं पूर्व पी.सी.एस अधिकारी श्रीपाल वर्मा जी ने बताया की अब तो ट्रस्ट चलाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है सरकार की तरफ से कोई भी सहायता ट्रस्ट को नहीं दी जा रही जुलाई 2019 को माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ने महाराजा बिजली पासी किला के सौंदर्यीकरण एवं पर्यटक स्थल के लिए 10 करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी,परंतु अभी तक एक भी पैसा नहीं मिला है और ट्रस्ट की माली हालत भी उतनी ठीक नहीं है कि यहांं के कर्मचारियों का वेतन सुचारू रूप से रखरखाव एवं अन्य खर्चो का वहन कर सकें उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार महाराजा बिजली पासी के इतिहास को मिटाना चाहती है और उसके वजूद को खत्म करना चाहती है इसलिए सरकार कोई भी सहायता ट्रस्ट को नहीं देना चाहती इस संबंध में मोहनलालगंज सांसद कौशल किशोर से भी कई बार बात हुई लेकिन कोई भी संतोषजनक उत्तर सांसद महोदय से नहीं मिला ।

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हर्षोल्लास से मनाई गई प्रथम संसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबू बैजनाथ कुरील की जयंती

दिवाकर त्रिपाठी

खीरों (रायबरेली) रायबरेली जनपद के प्रथम सांसद व पूर्व केन्द्रीय मन्त्री स्व० बाबू बैजनाथ कुरील की 99 वीं जयंती खीरों क्षेत्र में उनके पैत्रिक गाँव लल्लाखेडा में बड़े धूमधाम से मनाई गयी। साथ ही उनके भतीजे स्व० रामदुलारे कुरील का स्मृति दिवस भी मनाया गया। इस दौरान आयोजित समारोह में क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के मेधावी छात्रों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए उनके पुत्र सेवानिवृत्त पोस्ट मास्टर जर्नल, कर्नल कमलेश चन्द्रा ने उनके योगदान को याद करते हुए बताया कि देश की आजादी के बाद बाबूजी वर्ष 1952 में पहली बार रायबरेली से प्रथम सांसद के रूप में चुने गए थे,रायबरेली से दूसरी सीट से फिरोजगांधी भी सांसद चुने गए थे। इसके बाद वर्ष 1957 व 1962 में रायबरेली से ही सांसद चुने गए। वर्ष 1967 ,1971 और 1977 में इन्हें बाराबंकी से सांसद चुना गया। 25 वर्षों तक लगातार सांसद रहते हुए इन्हें भारत सरकार में केन्द्रीयमन्त्री बनाया गया,वे अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्द थे। इन्होने उत्तर प्रदेश सरकार में राजस्व मन्त्री रहते हुए भी अनेक कार्य किये।

सर्टिफिकेट के साथ मेधावी छात्र

इन्होने महात्मागांधी,जवाहरलाल नेहरू,डॉ. भीमराव अम्बेदकर,इंदिरा गांधी जी के साथ मिलकर काम किया। जमीदारी उन्मूलन इनके द्वारा ही लागू की गयी थी। इसीलिये लोग इन्हें दलितों का मसीहा कहते थे। राजस्व मन्त्री रहते हुए उन्हें नैनीताल और लखीमपुर के कई भू माफियाओं द्वारा कई करोड रुपये देकर उनकी जमीन बचाने की पेशकश की गयी थी। लेकिन इन्होने बड़े राजनैतिक दबाव के बाद भी उस पेशकश को ठुकरा दिया था। उन्होंने अपने कार्यकाल में समूचे जनपद में सडकों नहरों विद्यालयों व बिजली की लाइनों का जाल बिछाया। वर्ष 1952 में ही इन्होंने फिरोजगांधी के साथ पुरवा ब्रांच नहर में खुद फावड़ा चलाकर गोनामऊ माइनर सहित अनेक नहरों का निर्माण कराया। इस समारोह में क्षेत्र के कई बुजुर्गों ने उनके साथ बिताये अपने कुछ समय और उनकी यादों को बताया। बाबूजी ने राजस्व मन्त्री रहते हुए वर्ष 26 जनवरी 1985 को विधान भवन लखनऊ के सामने तत्कालीन राज्यपाल की मौजूदगी में राष्ट्गान गाते हुए अन्तिम सांस ली थी। इस समारोह में उनके पौत्र आयुष चन्द्रा, बीरेन्द्र कुरील उनकी बहू,पुत्री पौत्री आदि सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग मौजूद थे।

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आखिर क्यों फ़ास्ट टैग लागू होने की समय सीमा सरकार ने बढ़ाई

फ़ास्ट टैग की समय सीमा सरकार ने एक महीने और बढ़ाई, जान ले क्या है नए नियम

रायबरेली

नेशनल हाईवे पर FASTag लेन के नियमों को जरूरी करने की अंतिम तारीख फिर बढ़ा दी गई है,ये नियम 15 दिसंबर को लागू होने वाला था लेकिन अब इसे एक महीने के लिए और बढ़ा दिया गया है शनिवार, 14 दिसंबर को सरकार ने बैठक कर नियम को लागू करने की अंतिम तारीख को एक माह और बढ़ा दिया है 
यह दूसरी बार है जब सरकार ने अंतिम समय में फास्टैग को अनिवार्य करने की तारीख को बढ़ाया है इससे पहले 1 दिसंबर को यह पूरी तरह से लागू होना था.


भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने राजमार्ग मंत्रालय को लेटर लिखकर बाजार में टैग की मौजूदगी की कमी का हवाला देते हुए नए नियम को लागू नहीं करने की अपील की. 

45 दिन में नियम लागू करने का निर्देश
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को एक लेटर लिखा है. जिसमें नियम को लागू करने के लिए समय सीमा का विस्तार करने की अनुमति दी है. मंत्रालय ने कहा कि, एक टोल प्लाजा के सभी लेन में कम से कम 75 फीसदी फास्टैग के माध्यम से टोल लेना होगा, जबकि 25 प्रतिशत से अधिक लेन को हाइब्रिड नहीं बनाया जा सका है. मंत्रालय ने NHAI को निर्देश दिया कि वह 15 दिसंबर से 45 दिनों के अंदर नए नियम को लागू करने के लिए तैयार हो जाए.

सभी वाहनों को नहीं मिल पाया है टैग


फास्टैग को NHAI आयात करती है और इस प्रक्रिया को पूरा होने में करीब 6 हफ्ते लगते हैं. इस आधार पर कंपनी फास्टैग का निर्माण प्रतिदिन करीब 30 से 50 हजार करती है. पिछले हफ्ते तक फास्टैग की लिस्ट 18 लाख थी. जिसे NHAI ने भारत में सभी टोल उपयोग करने वाले गाड़ियों को कवर करने के लिए पर्याप्त नहीं माना.

फास्टैग के लिए 150 रुपये कैशबैक

NHAI हर टैग पर सिक्योरिटी डिपॉजिट के साथ फास्टैग जारी कर रहा है. इसके अलावा टैग पर 150 रुपये का कैशबैक भी दिया जा रहा है. यानी, इसकी बुकिंग पर यूजर्स को 150 रुपये का कैशबैक मिलेगा.

 

कहां मिलेगा फास्टैग?
ये NHAI के अलावा राज्य के आरटीओ ऑफिस से मिल सकता है. देश के कई बड़े बैंकों से भी ले सकते हैं या फिर ई-कॉमर्स से ऑनलाइन मंगवाया जा सकता है. टोल प्लाजा पर भी इसकी खरीदी की जा सकती है. इसके अलावा MYFASTag APP पर जानकारी मिल सकती है कि यह टैग आपको कहां-कहां मिलेगा. एप से ही आप इसे ऑनलाइन रिचार्ज कर सकते हैं.

 

कैसे काम करता है फ़ास्ट टैग
 

यदि कोई वाहन चालक फास्ट टैग नहीं होने के बावजूद गलती से फास्ट टैग लेन में चला गया तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. अब कैश के जरिए टोल टैक्स चुकाने के लिए केवल एक लेन उपलब्ध होगी।

यदि आपके रास्ते में नेशनल हाइवे पड़ता है तो ये खबर आपके लिए ही है. सरकार ईटोल को लेकर गंभीर हो गई है. अब सरकार इस मामले को लेकर सख्ती के मूड में है. बीते वित्त वर्ष के आंकड़ों में ई टोल कलेक्शन स्कीम की असफलता को देख सरकार ने अब कड़ा रुख अपनाया है. 1 दिसंबर से लागू होने वाले नए नियमों के मुताबिक यदि कोई वाहन चालक फास्ट टैग नहीं होने के बावजूद गलती से फास्ट टैग लेन में चला गया तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. अब कैश के जरिए टोल टैक्स चुकाने के लिए केवल एक लेन उपलब्ध होगी. बाकी तमाम लेन फास्ट टैग की जाएंगी.
फास्ट टैग लेन में घुसे तो देना होगा दोगुना टोल टैक्स
सड़क परिवहन मंत्रालय के ताजा आदेश के मुताबिक 1 दिसंबर से अगर कोई वाहन फास्ट टैग लेन में घुसा तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. इतना ही नहीं टोल प्लाजा पर सिर्फ़ एक लेन को छोड़कर बाकी सभी फास्ट टैग लेन होंगे. यानी अगर आप कैश के जरिए टोल टैक्स चुकाना चाहते हैं तो आपके लिए सिर्फ एक लेन उपलब्ध होगी.

सड़क परिवहन मंत्रालय के ताजा आदेश के मुताबिक 1 दिसंबर से अगर कोई वाहन फास्ट टैग लेन में घुसा तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. इतना ही नहीं टोल प्लाजा पर सिर्फ़ एक लेन को छोड़कर बाकी सभी फास्ट टैग लेन होंगे. यानी अगर आप कैश के जरिए टोल टैक्स चुकाना चाहते हैं तो आपके लिए सिर्फ एक लेन उपलब्ध होगी

सरकार का बड़ा फैसला! बदले हाइवे पर टोल टैक्स से जुड़े बड़े नियम, जानने के बाद रहेंगे टेंशन फ्री
यदि कोई वाहन चालक फास्ट टैग नहीं होने के बावजूद गलती से फास्ट टैग लेन में चला गया तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. अब कैश के जरिए टोल टैक्स चुकाने के लिए केवल एक लेन उपलब्ध होगी

यदि आपके रास्ते में नेशनल हाइवे पड़ता है तो ये खबर आपके लिए ही है. सरकार ईटोल को लेकर गंभीर हो गई है. अब सरकार इस मामले को लेकर सख्ती के मूड में है. बीते वित्त वर्ष के आंकड़ों में ई टोल कलेक्शन स्कीम की असफलता को देख सरकार ने अब कड़ा रुख अपनाया है. 1 दिसंबर से लागू होने वाले नए नियमों के मुताबिक यदि कोई वाहन चालक फास्ट टैग नहीं होने के बावजूद गलती से फास्ट टैग लेन में चला गया तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. अब कैश के जरिए टोल टैक्स चुकाने के लिए केवल एक लेन उपलब्ध होगी. बाकी तमाम लेन फास्ट टैग की जाएंगी.

फास्ट टैग लेन में घुसे तो देना होगा दोगुना टोल टैक्स
सड़क परिवहन मंत्रालय के ताजा आदेश के मुताबिक 1 दिसंबर से अगर कोई वाहन फास्ट टैग लेन में घुसा तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. इतना ही नहीं टोल प्लाजा पर सिर्फ़ एक लेन को छोड़कर बाकी सभी फास्ट टैग लेन होंगे. यानी अगर आप कैश के जरिए टोल टैक्स चुकाना चाहते हैं तो आपके लिए सिर्फ एक लेन उपलब्ध होगी.
सड़क परिवहन मंत्रालय के ताजा आदेश के मुताबिक 1 दिसंबर से अगर कोई वाहन फास्ट टैग लेन में घुसा तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. इतना ही नहीं टोल प्लाजा पर सिर्फ़ एक लेन को छोड़कर बाकी सभी फास्ट टैग लेन होंगे. यानी अगर आप कैश के जरिए टोल टैक्स चुका चाहते हैं तो आपके लिए सिर्फ एक लेन उपलब्ध होगी.


टोल सिस्टम को कैशलेस करना चाहती है सरकार
दरअसल सरकार ई-टोल को बढ़ावा देने के लिए 1 दिसंबर से नए दिशानिर्देश लागू कर रही है जिसके तहत सभी टोल प्लाजा पर सिर्फ एक कैश लेन को छोड़कर बाकी सभी लेन को फास्ट टैग लेन कर दिया जाएगा. यदि कोई वाहन चालक गलती से भी फास्ट टैग नहीं होने के बावजूद फास्ट टैग लेन में चला गया तो उसे दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल टोल टैक्स 25 फ़ीसदी फास्ट टैग के जरिए और 75 फ़ीसदी कैश के जरिए दिया जाता है. सरकार टोल सिस्टम को कैशलेस करना चाहती है इसलिए यह नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.


टैक्स सिस्टम में कमी व असफलता को लेकर उठाया कदम


सरकार की इलेक्ट्रॉनिक टोल टैक्स वसूलने को लेकर ये सख्ती रातों रात नही है . पिछले 3-4 साल से सरकार लगातार फ़ास्ट टैग को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है .लेकिन नतीजे बेहतर नही आ रहे थे . बीते वित्त वर्ष 2018-19 में नेशनल हाईवे पर सरकार ने तकरीबन 24000 करोड़ रुपए का टैक्स वसूला लेकिन इसमें ई टोल कलेक्शन महज़ 25 प्रतिशत तक ही सीमित रहा. आंकड़ों में ई टोल कलेक्शन स्कीम की असफलता को देख सरकार ने ये कड़ा रुख अपनाया है . जहाँ 1 दिसंबर से टोल कलेक्शन डिजिटल पेमेंट के जरिये ही होगा .


 फास्ट टैग क्या है

आपको बता दें कि फ़ास्ट टैग एक डिवाइस या एटीएम जैसा ही उपकरण हैं जिसे आप अपनी कार या गाड़ी पर आगे चिपका सेक्टए हैं हैं . आरएफआईडी तकनीक पर आधारित फ़ास्ट टैग युक्त गाड़ी जब टोल नाके पर गुज़रती है तब रेडियो फ्रीक्वेंसी तकनीक की मदद से आपका फ़ास्ट टैग स्कैन हो जाता है, डिजिटल पेमेंट हो जाता है और आपको टोल नाके पर लंबी कतार में खड़े रहना नही पड़ता . फ़ास्ट टैग को आप ज़्यादातर बैंक से, ई कॉमर्स पोर्टल या फिर नज़दीकी पेट्रोल पंप से भी खरीद सकते हैं . फ़ास्ट टैग को आप अपने बैंक एकाउंट से भी लिंक कर सकते है जिसके जरिये ये रिचार्ज भी होता रहे।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

राष्ट्रीय कवच

विधायक को देखकर फफक पड़े मृतकों के परिजन

विधायक ने परिजनों को ढाढंस बंधाते हुए दिया हर सम्भव मदद का भरोसा

अंगद राही

रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के चार अलग-अलग गांवों में हुई मौतों से करुण शोक में डूबे परिजनों से मिलने मृृृतकों के घर पहुंचे बछरावां विधायक रामनरेश रावत ने परिजनों को ढाढंस बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया है। पहली घटना शिवगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत भवानीगढ़ की है जहां के रहने वाले शिवशरन सिंह (45) पुत्र हरिकरन सिंह पिछले 2 महीने से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। जिनका पहले राजधानी लखनऊ फिर बेचल से इलाज चल रहा था लाख कोशिशों के बावजूद जिन्हें नहीं बचाया जा सका। शिव करन सिंह की मौत से उनकी पांच बेटियों और पुत्र के सिर से पिता का साया उठ गया है। परिवार की माली हालत होने के चलते शिवकरन की पत्नी और बच्चों के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। जिनकी मौत की खबर मिलते ही समूचे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया।

ढोढ़वापुर गांव में मृतक रामकिशोर के घर पहुंचे विधायक रामनरेश रावत एसडीएम से बात करते हुए व रोते बिलखते परिजन

खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक रामनरेश रावत व पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह ने परिजनों को ढाढंस बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया है। वहीं दूसरी हृदय विदारक घटना पूरे तिलकराम मजरे देहली की है जहां के रहने वाले परीदीन उर्फ कल्लू (35) पुत्र राम अवतार एक सप्ताह पूर्व ही किसी फैक्ट्री में मजदूरी करने के लिए दिल्ली गए शुक्रवार को अचानक खांसी आने पर जिन्हे अस्पताल ले जाया गया जहां परीदीन की मौत हो गई। जिनकी मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जिनका अंतिम संस्कार शनिवार को सायं काल उनके पैतृक गांव पूरे तिलकराम में किया गया।

पूरे तिलकराम गांव में मृतक परीदीन के दिव्यांग पिता को ढाढंस बंधाते भाजपा विधायक राम नरेश रावत

युवक की मौत से मृतक के विकलांग पिता राम अवतार,पत्नी गुड्डा देवी, मां रामराजा,भाई संतोष कुमार, पुत्री कमला (12), प्रियांशी (5), पुत्र शैलेंद्र कुमार (8) का रो रो कर बुरा हाल है। घर पहुंचे विधायक को देखकर परिजन फफक पड़े। मौके पर ही विधायक रामनरेश रावत ने उप जिलाधिकारी से बात कर परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है।

बायें से मृतक परीदीन की फाइल फोटो, मृतक रामकिशोर की फाइल फोटो

वहीं तीसरी घटना ग्राम पंचायत ढोढ़वापुर की है जहां 9 दिसम्बर की रात विद्युत करंट की चपेट में आने से अधेड़ कृषक रामकिशोर की हृदय विदारक मौत हो गई थी। मृतक के घर पहुंचे विधायक रामनरेश रावत ने मृतक की पत्नी एवं परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाते हुए शासन की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।

पूरे तिलकराम में परिजनों को सांत्वना देते विधायक रामनरेश रावत

इस मौके पर वरिष्ठ भाजपा नेता रामशरन यादव,वीरेंद्र सिंह, ललित तिवारी,पंकज मिश्रा, विष्णु कुमार गोस्वामी, भानु प्रकाश श्रीवास्तव, अवध राम वर्मा, राकेश वर्मा सहित लोग मौजूद रहे।

भाजपा सेक्टर अध्यक्ष के पिता का निधन

मृतक हनुमान सिंह के घर पहुंचे विधायक रामनरेश रावत साथ में बैठे सेक्टर अध्यक्ष अर्जुन सिंह भदौरिया, व उनकी माता

रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के भौसी गांव के रहने वाले भाजपा सेक्टर अध्यक्ष अर्जुन सिंह भदौरिया के 75 वर्षीय पिता हनुमान सिंह भदौरिया की हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। जिनके निधन से समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। सूचना पर पहुंचे क्षेत्रीय भाजपा विधायक रामनरेश रावत, वरिष्ठ भाजपा नेता रामशरन यादव,वीरेंद्र सिंह, ललित तिवारी,पंकज मिश्रा, विष्णु कुमार गोस्वामी, भानु प्रकाश श्रीवास्तव, अवध राम वर्मा, राकेश वर्मा सहित भाजपा नेताओं ने सेक्टर अध्यक्ष अर्जुन सिंह भदौरिया के घर पहुंचकर परिजनों को ढाढंस बंधाते हुए शोक संतृप्त आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। विधायक रामनरेश रावत ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सभी भाजपा कार्यकर्ता उनके साथ हैं।

राष्ट्रीय कवच

प्रहरी बनकर महिलाओं की रक्षा करेंगी डायल 112 की 5 गाड़ियां

112  की 5 गाड़ियों में सवार रहेंगी महिला पुलिसकर्मी

 

रायबरेली- लगातार बढ़ रहे  महिला अपराधों पर शिकंजा कसने के लिए और रायबरेली पुलिस ने 112 की 5 गाड़ियों में महिला पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है। पुलिस अधीक्षक रायबरेली स्वप्निल ममगई ने हरी झंडी दिखाकर पांचों गाड़ियों को रवाना कर दिया है। इन पांचों गाड़ियों की विशेषता यह है इनमें महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेंगी जो किसी भी आपात स्थिति में महिलाओं के साथ होने वाले किसी भी अपराध को रोकने में सक्षम होगी यही नहीं जरूरत पड़ने पर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से युक्त इन गाड़ियों की मदद करने के लिए आसपास तैनात 112 की अन्य गाड़ियां भी तुरंत पहुचेंगी।

 

महिला पीआरवी  में तैनात पुलिसकर्मियों से बेझिझक समस्या बता सकेंगी महिलाएं

 

महिलाएं किसी भी आपात स्थिति या अन्य जरूरत के समय इन 5 खास महिला पीआरवी  से मदद ले सकती हैं।महिला पुलिस कर्मी तैनात होने के नाते वह बेझिझक अपनी बातें उनसे कह सकेंगे जिसके साथ जल्दी से जल्दी प्रभावी कार्यवाही करने में पुलिस तेजी लाएगी और महिला अपराधों को कम किया जा सकेगा। जनपद भर में संवेदनशील जगहों पर पेट्रोलिंग करेंगी 112 कि यह 5 खास गाड़ियां मनचलों पर कार्यवाही के लिए सबसे प्रभावी और सकारात्मक कदम माना जा रहा है। क्योंकि यह सच भी है जनपद की उच्च चिन्हित जगहों पर मनचलों की टोली इकट्ठा होती है जो राह चलने वाली महिलाओं और लड़कियों को प्रताड़ित करते हैं ऐसे में पेट्रोलिंग कर रही यह गाड़ियां उन्हें उनकी असली जगह पहुंचाएगी तथा सख्त से सख्त कार्यवाही करने में भी मदद मिलेगी।

 

राष्ट्रीय कवच

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल चौहान गुट की कार्यकारिणी का गठन

सलोन रायबरेली। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल चौहान गुट की साहबगंज करहिया बाजार की कार्यकारिणी का जोर-शोर से गठन किया गया। आपको बता दें रायबरेली जनपद की 74वीं इकाई का गठन साहबगंज करहिया बाजार का किया गया। इस गठन कार्यक्रम में साहबगंज करहिया बाजार के सेकंडों व्यापारियों ने हिस्सा लेकर पदभार ग्रहण कर सेकंडों दुकानदारो ने सदस्यता ली। प्रदेश अध्यक्ष के पहुंचते ही व्यापारियों ने माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया और जीसी सिंह चौहान जिंदाबाद, व्यापारी एकता जिंदाबाद, चौहान गुट जिंदाबाद के गगनभेदी नारे भी लगाए। व्यापार मंडल प्रदेश अध्यक्ष जीसी सिंह चौहान ने कार्यक्रम में पहुंचकर सभी व्यापारियों को सदस्यता ग्रहण कराई साथ ही उनका जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष जीसी सिंह चौहान ने कहा व्यापारी की हर लड़ाई प्राथमिकता से लड़ी जाएगी और मेरे लिए कोई व्यापारी छोटा बड़ा नहीं है सभी मेरे लिए एक समान है। तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा साहबगंज करहिया बाजार। वहीं जीसी सिंह चौहान ने  सभी पदाधिकारियो को बधाई देते हुए उनकी टीम की हर सम्भव मदद का आश्वाशन भी दिया और कहा 24 घण्टे हर व्यापारी के हित की लड़ाई लड़ी जायेगी। प्रदेश महामंत्री अवतार सिंह मोगा ने कहा नई टीम को एकता की जरूरत है जिसके बल पर हम अपने हक की लड़ सकते है तभी संगठन को भी मजबूती मिलेगी। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष पियूष मिश्रा, महराजगंज अध्यक्ष राजन प्रजापति, महिला संरक्षक शिव प्रकाश गुप्ता, बृजेश पांडेय सलोन, साहबगंज बाजार के अध्यक्ष हरीशचंद्र सिंह, महामंत्री राजकुमार सिंह, उपाध्याय जसवंत सिंह, संदीप पटेल,  राजकुमार सिंह, मोहम्मद यूनुस,  सुभाष जायसवाल, मोहम्मद आजाद, नीरज विश्वकर्मा,  मोतीलाल गुप्ता, उमाशंकर वैश्य सहित दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे।

राष्ट्रीय कवच

करोड़ो रुपयों से नगर पालिका शहर का करेगी चौमुख विकास

रायबरेली


दो वर्षों में नगर पालिका के 32 करोड़ एवं अन्य विभागों के करोड़ों रुपये की लागत से शहर क्षेत्र में कराए गए विकास कार्य- अदिति सिंह

नगर पालिका परिषद रायबरेली के बोर्ड गठन के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर सदर विधायक अदिति सिंह एवं नगरपालिका अध्यक्ष पूर्णिमा श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर पत्रकार बंधुओं को संबोधित किया। इस अवसर पर अदिति सिंह व पूर्णिमा श्रीवास्तव ने सबसे पहले सभी नगरवासियों एवं उपस्थित पत्रकार बंधुओं को शहर के विकास में हर कदम पर सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया, तत्पश्चात पूर्णिमा श्रीवास्तव ने विगत दो वर्षों में नगरपालिका परिषद रायबरेली द्वारा किए गए विकास कार्यों को साझा किया। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में खास तौर पर दलित मलिन बस्तियों में सड़क, नाला/नाली, इंटरलॉकिंग से संबंधित कार्यों में लगभग ₹26 करोड़ की लागत से लगभग 235 से अधिक सड़कों का निर्माण कार्य कराया गया है, उन्होंने बताया कि नगर वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने हेतु लगभग 2 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से इंडिया मार्का हैंडपम्प एवं मिनी पम्प (टी.डी.एस.पी.) की स्थापना का कार्य कराया गया है, साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाए जाने हेतु 1करोड़ 71 लाख रुपए से सफाई उपकरण व सफाई कार्य हेतु वाहन क्रय किए गए हैं। मार्ग प्रकाश व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किये जाने हेतु लगभग दो करोड़ 10लाख रुपए से एलईडी लाइट व अन्य उपकरण क्रय कर लगवाये जा चुके हैं, तथा शासन द्वारा चयनित कंपनी ई.ई.एस.एल. से अनुबंध करते हुए पूरे शहर क्षेत्र की पुरानी लाइटों का हटाकर 9413 अतिरिक्त एलईडी लाइट लगाई जा चुकी हैं। नगर की कूड़ा निस्तारण व्यवस्था को और बेहतर किए जाने हेतु शासन से प्रयास कर 3 करोड़ 83 लाख रुपए में की व्यवस्था कराई गई है जिससे 40 छोटी गाड़ी, 4 बड़ी गाड़ी, 40 रिक्शा तथा 50 कूड़ादान क्रय किये जाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जा चुकी है शीघ्र ही प्रक्रिया पूर्ण कर बेहतर ढंग से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था प्रारंभ की जाएगी जिससे आम जनमानस को इसका सीधा लाभ दिया जा सकेगा। नगर क्षेत्र के 32 सौ नागरिकों को स्वच्छ भारत मिशन योजना अंतर्गत व्यक्तिगत शौचालय निर्माण हेतु 2 करोड़ 56 लाख रुपए दिए जा चुके हैं। नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि यू.आई.डी.एस.एस.एम.टी. योजनान्तर्गत रु.117 करोड़ की लागत से पेयजल पाइप का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। पूर्णिमा श्रीवास्तव ने बताया कि शेष बचे हुए क्षेत्र के लिए पेयजल पाइप लाइन कार्य हेतु सदर विधायक अदिति सिंह के अथक प्रयासों से शहर को अमृत योजना अंतर्गत ₹26 करोड़ शुद्ध पेयजल हेतु प्राप्त हुए हैं, जिसका कार्य शासन के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा कराया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शहरवासियों को सीवर की समस्या से मुक्ति दिलाने हेतु अमृत योजना अंतर्गत 100 करोड़ की लागत से सीवर निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सदर विधायक अदिति सिंह ने कहा कि अभी तक नगरपालिका परिषद रायबरेली की प्राथमिकता उन क्षेत्रों का विकास करना था जो अभी तक विकास की मुख्यधारा से वंचित रह गए थे। विगत 2 वर्षों में शहर के देवानन्दपुर, छजलापुर, सर्वोदय नगर, मौहरी का पुरवा, गडरियन का पुरवा, मुंशीगंज आदि क्षेत्रों में सड़क, नाला/नाली, पेयजल आदि कार्य कराए जा चुके हैं। आगामी वर्षों में अब शहर के मुख्य क्षेत्रों में विकास कार्यों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें मुख्यतः सड़कों का डामरीकरण, जल निकासी की समस्या के निदान हेतु नाला/नाली निर्माण कार्य, सीवर समस्या के निदान हेतु अमृत योजना अंतर्गत शहर में सीवर लाइन परियोजना का कार्य पूरे शहर में कराया जाना प्रस्तावित है। शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाए जाने हेतु सफाई कर्मचारियों की अतिरिक्त तैनाती एवं संसाधनों में बढ़ोतरी किया जाना प्रस्तावित है। अदिति सिंह ने बताया की शहर में अभी भी बहुत स्थानों में विद्युत लाइनों की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है उन क्षेत्रों में उन्होंने अपनी विधायक निधि से लगभग 30 लाख की लागत से लगभग 120 खंभों को लगाए जाने की अनुशंसा दी जा चुकी है, शेष बचे हुए स्थानों के लिए लगभग रु. 40 लाख के प्रस्ताव तैयार हो चुके हैं जिनमें शीघ्र लाइन निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि सीवर निर्माण कार्य के द्वितीय चरण हेतु शासन द्वारा 198 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट

राष्ट्रीय कवच

धरना कर रहे लेखपालो के लिए बुरी खबर,शाशन ने जारी किया ये कड़ा निर्देश

 

रायबरेली

जिले में चल रही है लेखपालो की हड़ताल में शाशन ने चाबुक चलाते हुए उनके धरना को रद्द करने का पूरे उत्तर प्रदेश के जिलाधिकारी व ए डी एम को निर्देश जारी कर दिया है जिसमे ये साफ कहा गया है कि लेखपाल किसी प्रकार का धरना न कर पाए व किसी प्रकार से सरकारी कार्य को बाधित न कर पाए अगर कोई भी लापरवाही करते पाया जाए उस पर सख्त कार्यवाही की जाए वही कोई लेखपाल किसी अन्य विभाग में  बाधा उतपन्न न कर सके वही जो लेखपाल काम करना चाहते हो उन्हें काम करने दिया जाए वही उनकी गैर कानूनी अनुपस्थिति  में ब्रेक इन सर्विस मानते हुए कार्यवाही करी जाए।
अनुज मौर्य रिपोर्ट

राष्ट्रीय कवच

कांग्रेस की भारत बचाओ रैली के लिए 60 सदस्यीय दल दिल्ली रवाना

राही - अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा दिल्ली में आयोजित भारत बचाओ रैली में शामिल होने के लिए 60 सदस्यीय एक दल युवा कांग्रेस नेता आलोक विक्रम सिंह और वीरेंद्र यादव के नेतृत्व में बस द्वारा दिल्ली रवाना हुआ । दल को हरी झंडी दिखाकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एडवोकेट पंकज तिवारी ने रवाना किया । पंकज ने कहा कि देश में बिगड़ी कानून व्यवस्था और महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों की रोकथाम के विरुद्ध आवाज उठाये जाने को रामलीला मैदान में पहुँच रहे सभी सदस्यों का आभार प्रकट किया । ऊंचाहार विधानसभा के आलोक विक्रम सिंह ने कहा कि जनपद में फ़ैली अराजकता और बेरोजगारी को समाप्त किये जाने के लिए आवाज उठाने वाली जनता को जेलों में ठूंसा जा रहा है । पार्टी के पदाधिकारियो की आवाज को दबाने वाली सरकार की तानाशाही बर्दाश्त नही की जायेगी । उन्होंने महिलाओं के साथ बढ़ रहे छिनैती लूट और रेप जैसे जघन्य अपराधों के लिए जनता अब चुप नही बैठने वाली है । दिल्ली जा रहे दल में प्रमुख रूप से वीरेंद्र यादव, दीपक  यादव (राही), अशोक चौधरी, विजय यादव, श्रीपाल यादव, युवा नेता संजय यादव, शिवकरन, पवन यादव, छोटेलाल, आदित्य (बबलू), श्यामलाल, कमल साहू, दयाशंकर, धर्मेश कुमार, मातादीन, छविनारायन सहित अन्य लोग शामिल हैं ।

 

दीपक यादव