जिन्दगी अनमोल है, दिल को संभालो जरा : डा. मनीष मिश्रा
रायबरेली। देवती बीके मेमोरियल मेडिकल एवं कार्डियक सेन्टर के हृदय रोग विशेषज्ञ एवं फिजीशियन डा. मनीष मिश्रा एक प्रेसनोट जारी कर हृदय रोगियों को स्वस्थ्य रहने के तमाम टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि दिल हृदय शरीर का वह अनमोल हिस्सा है, जिसके बिना जिन्दगी संभव नहीं है। इसलिए शरीर के इस अनमोल हिस्से की देखभाल भी अत्यन्त जरूरी है। हृदय में हाई ब्लडप्रेशर, सीने में दर्द, हार्टअटैक, हार्ट फेल्योर जैसे कई प्रकार के रोग हो सकते हैं। समय रहते अगर इन रोगों का उपचार किया जाए तो जिन्दगी को खुशनुमा बनाया जा सकता है।
डा. मिश्र ने बताया कि पहले हृदय की बीमारी ज्यादा उम्र के लोगों में मिलती थी परन्तु आज कल तो 25 वर्ष से भी कम आयु के लोगों में यह बीमारी आम है। इस कारण इस विषय पर जागरूकता व समय पर इलाज बहुत ही आवश्यक है। इस बीमारी की मुख्य वजह बैठे-बैठे काम करना, टेक्नोलाजी पर निर्भरता, खान-पान का ध्यान न रखना, अत्यन्त तनाव पूर्ण जीवन, जीवनशैली में परिवर्तन, धूम्रपान करना, हाई बीपी, हाईकोलेस्ट्राल, डायबेटीज, अनुवांशिकता और मोटापा है। इन्हीं कारकों से हृदय रोग जैसे कि हार्टअटैक का खतरा बढ़ जाता है। जब किसी व्यक्ति को सीने में दर्द हो, सीने में भारीपन हो, सांस फूले, मचली हो, उल्टी हो, पसीना आये, चक्कर आये तथा नाभी के ऊपर और सिर के पिछले भाग (आक्सीपिटल) में दर्द हो तो उसे सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि से सभी हार्टअटैक के लक्षण हो सकते हैं। कभी-कभी व्यक्ति को सीने में दर्द नहीं होता और उसे हार्ट अटैक हो जाता है। उसे साइलेन्ट अटैक कहते हैं। जिनकी जल्दी सर्जरी हुई हो, उम्र 60 साल से ज्यादा हो या फिर वह डायबेटीज हों, उनमें साइलेन्ट अटैक की संभावना ज्यादा रहती है। उन्होंने बताया कि हृदय सम्बन्धी बीमारियों के निदान केलिए ईसीजी, इकोकार्डियोग्राफी एवं कलर डापलर, टीएमटी, हॉल्टर मानिटरिंग, स्ट्रेस इको कार्डियोग्राफी, डोब्यूटामीन स्ट्रेस कार्डियोग्राफी जैसी जांचे की जाती है। उन्होंने लोगों को जागरूक होने की सलाह दी। यहां यह उल्लेखनीय है कि देवती बीके मेमोरियल मेडिकल एवं कार्डियक सेन्टर रायबरेली का पहला ऐसा सेन्टर बना है। जहां उपरोक्त जांचे आधुनिक मशीनों के द्वारा की जाती हैं। पिछले साढे चार वर्षों में हजारों की संख्या में हृदय रोगियों का सफलतम इलाज यहां किया जा चुका है।