ग्रामीणों ने स्वयं के श्रम दान व पैसों से गांव को जाने वाले रास्ते का निर्माण कराना प्रारम्भ किया
अमित त्रिपाठी की रिपोर्ट
महराजगंज रायबरेली- जहां एक ओर देश के प्रधानमंत्री चाँद पर पहुंचने की बात कर रहे हैं वहीं सन्तोषपुर मजरे जनई गांव अपनी दुर्दशा से उबर नही पा रहा है। ग्राम प्रधान की कार्यशैली से आजिज ग्रामीणों ने गुरूवार को स्वयं के श्रम दान व पैसों से गांव को जाने वाले रास्ते का निर्माण कराना प्रारम्भ किया है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान द्वारा गांव के विकास कार्यो में रूचि न लेने से गांव की हालत खस्ता है। बताते चलें कि आजादी के 70 साल बाद भी सन्तोषपुर मजरे जनई गांव सड़क, नाली, खण्डंजा जैसी मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित है। आलम यह है कि गांव को जाने वाला एक मात्र रास्ता भी कच्चा है जिसमें बरसात के दिनो में घुटनों तक पानी भर जाता है। यदि गांव में कोई बीमार पड़ जाये तो पहले उसे चारपाई में लादकर एक किलोमीटर पैदल ही सड़क तक लाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने बताया कि रास्ते को लेकर खण्ड विकास अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र भेजा गया परन्तु आज तक कोई भी कार्यवाही नही हो सकी। आखिर में ग्रामीणों ने स्वयं के संसाधनों से खडण्जा निर्माण करने की ठानी। गुरूवार को सभी ग्रामीणों ने मिलकर चन्दा लगाकर निर्माण सामग्री की व्यवस्था कर स्वयं के श्रमदान से ही खडण्जा निर्माण प्रारम्भ किया है। लोगों ने बताया कि ग्राम प्रधान मंजू सिंह व उनके प्रतिनिधि जीत बहादुर सिंह उर्फ बिल्ला के विकास कार्यों में रूचि न लेने से ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है।ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान को बर्खास्त कर खण्ड विकास द्वारा ग्राम पंचायत को संचालित कराये जाने तक की मांग की है। मामले में खण्ड विकास अधिकारी से जानकारी लेनी चाही परन्तु उनसे सम्पर्क नही हो सका।
शौचालय व रास्ता ना होने से नही हो रही युवाओं की शादी
शासन की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत गांव के चन्द लोगों को ही शौचालय का लाभ मिल सका है अन्य आबादी आज भी खुले में शौच को मजबूर हैं। आलम यह है कि गांव को जाने के लिए रास्ता ना होने व शौचालयों की समुचित व्यवस्था न होने के चलते गांव के युवाओं की शादी होने में भी भारी समस्या है। गांव की ग्राम सभा सदस्य शिवदुलारी, रामहेत तथा हरिश्चन्द्र, विनीत आदि ने बताया कि शौचालय, नाली खडण्जा, व रास्ता न होने के चलते कोई भी रिश्तेदार गांव आने को तैयार नही है और गांव के युवाओं की शादी होने में भी यह समस्याएं बहुत बड़ी बाधा हैं।
35 वर्षीय महिला के ऊपर चिराग गिर जाने से कपड़ो मे आग लग गई
महाराजगंज रायबरेली - विकासखंड क्षेत्र के घुरौना गांव में हाथों में चिराग लेकर सामान खोज रही 35 वर्षीय महिला के ऊपर चिराग गिर जाने से कपड़ो मे आग लग गई। देखते ही देखते महिला धू-धू कर जलने लगी । चीख पुकार मचाने पर पहुचे परिजनो ने किसी तरह आग पर काबू पाया। महिला की स्थिति गंभीर देख परिजनो द्वारा उसे इलाज के लिए सीएचसी लाया गया जहां हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक घुरौना गांव निवासी अयोध्या की पत्नी उमा (35) गुरुवार को कोठरी में अंधेरा होने के कारण कोई सामान खोज रही थी कि अचानक संतुलन बिगड़ने से चिराग उसके ऊपर गिर पड़ा और कपड़ों में आग लग गई चिल्लाकर वह बाहर भागी इस दौरान परिजन दौड़े और उन्होंने आग को बुझाया लेकिन वह बुरी तरह झुलस गई थी, इलाज के लिए उसे महाराजगंज सीएसी में लाया गया जहां डाक्टरो ने बताया कि वह लगभग 80þ जल चुकी है । हालत नाजुक देखते हुए चिकित्सको ने महिला को जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
बाइक सवार अधेड़ और बुलेरो की आमने सामने टक्कर
महाराजगंज रायबरेली- कोतवाली क्षेत्र के शिवगढ़ रोड पर बाइक सवार अधेड़ और बुलेरो की आमने सामने टक्कर हो गयी ।जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया । बुलेरो पर सवार क्षेत्राधिकारी विनित सिंह ने अधेड़ को सीएचसी पहुंचाया । जहां अधेड़ की हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया । प्राप्त जानकारी के मुताबिक लखनऊ जनपद के नगराम का रहने वाला मोहम्मद इरफान 55 पुत्र मोहम्मद अहमद बाइक से अपने घर जा रहा था तभी विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ्तार बुलेरो ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी जिससें इरफान बाइक समेत खंदक में जा गिरा जिससे उसे गहरी चोटें आई हैं इस दौरान बुलेरो से उतर क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह ने लोगो की मदद से घायल को गाड़ी मे बैठा अस्पताल ले कर आए यहां डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।