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रवि सिंह हत्याकांड को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा

महराजगंज रायबरेली - बीते दो दिन पूर्व सिकन्दर पुर के रवि सिंह  की हुई निर्मम हत्या को लेकर क्षेत्र के युवाओं सहित जनमानस में भारी आक्रोश व्याप्त है। दो दिन बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर देख आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वहीं श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी सहित क्षेत्र के लोगो ने महराजगंज चौराहे पर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन एवं  कैण्डल मार्च निकाल कर मृत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना की और प्रशासन  को चेताया कि यदि जल्द ही न्यायपूर्ण कार्यवाही न हुई तो क्षेत्र की जनता सड़कों पर उतर कर आन्दोलन के लिए बाध्य होगी।  बताते चलें कि दो दिन पूर्व सिकन्दरपुर निवासी रवि सिंह चैहान पुत्र बबलू सिंह रायबरेली स्थित सोमू ढाबा में खाना खाने गया था जहां उसके साथ मारपीट की गयी उसके बाद दूसरे दिन उसकी लाश  सड़क के किनारे पड़ी मिली। मामले में परिजनों द्वारा सोमू ढाबा के मालिक सहित कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी है। दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक मुख्य आरोपी तक को गिरफ्तार नही कर सकी है। जिससे आम जनता और क्षेत्र के लोगों में आक्रोश  बढ़ता जा रहा है। वहीं शनिवार की शाम राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी सहित क्षेत्र के सैकड़ो युवाओं ने महराजगंज चौराहे पर कैण्डल मार्च निकाल कर प्रशासन को मूक चेतावनी दी है यदि मृतक रवि सिंह चौहान के हत्यारों को सजा न दी गयी तो क्षेत्र की समस्त जनता सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी। इस मौके पर ऋषि सिंह, नीलू सिंह, राजकुमार उर्फ मोगा सिंह, भोले सिंह, रणविजय सिंह, मनीष सिंह, भोलू सिंह, अजीत सिंह, हरिहर सिंह, डब्बू सिंह, शिवरमन प्रताप सिंह, रानू सिंह, शैलेंद्र सिंह सहित सैकडो ग्रामीण एवं परिजन मौजूद रहे । 

 

साहब कभी इसी बरात घर मे बजती थी विवाह की शहनाई...

मंत्री व प्रधान की लापरवाही से खण्डहर हुआ बारात घर ...

 

महराजगंज रायबरेली- गाँव में शादी समारोह के दौरान बारात ठहराने के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं थी। जिसके लिए सरकार ने लाखो की लागत से बारातघर का निर्माण तो करा दिया गया। कुछ दिन तो यहां बजती थी शहनाई लेकिन ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान की मनमानी से लाखो की लागत से बना बरात घर खंडहर हो गया है जिसके चलते ग्रमीण आज भी इधर उधर बरात ठहराने को मजबूर है।  विकास खण्ड अमावां क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम सभा खैरा जरैला मे वर्ष 2006-07 मे लाखो की लागत से गाँव के पास एक बरात घर का निर्माण कराया गया। जिसका उद्देश्य था कि गाँव में किसी के यहां शादी समारोह हो वह अपनी बारात इस बरातघर में ठहरेगी। जब बरात घर का निर्माण कराया जा रहा था तब ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था।

अब कोई समस्या नहीं होगी बारात घर बन भी गया। वहां पानी पीने के लिए हैंडपंप से लेकर शौचालय स्नान गृह यानि सारी सुविधाएं उपलब्ध थी लेकिन बरात घर की देख रेख न होने से उसकी उपयोगिता नहीं रही धीरे धीरे भवन खण्डहर मे तब्दील हो गया है  खिडक़ी दरवाजे पंखे तक लोगों ने तोड़ दिए, फर्श टूट गया। ऐसे में वह बदहाल हो गया। सबसे खास बात यह है कि गाव मे बरात घर होने के बावजूद लोग आज भी इधर उधर अपनी बारात ठहरा रहे हैं जबकि गाँव में बरातघर बना दिया गया। आज तक कई प्रतिनिधि चुनाव जीत कर आये लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। गांव के दर्जनों ग्रमीणों ने कहा कि जल्द ही बारात घर की रिपेयरिंग नही कराई गई तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी।

आदित्य सिंह हत्याकांड में फरार अभियुक्तों पर 25-25 का इनाम घोषित

आदित्य सिंह हत्याकांड में फरार अभियुक्तों पर 25-25 का इनाम घोषित

 

परिजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का किया घेराव, एसपी ने कहा 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लेंगे

 

रायबरेली- जनपद के सबसे निर्मम रवि सिंह उर्फ आदित्य हत्याकांड में फरार चल रहे अभियुक्तों को लेकर आज फिर परिजनों का सब्र टूटा और वह सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे वहां पर उन्होंने नारेबाजी की और न्याय के लिए पुलिस अधीक्षक से मिलकर जल्द कार्रवाई करने की बात कही। परिजनों व ग्रामीणों ने मुख्य आरोपी ढाबा मालिक सुरेश यादव के बेटे व उसके साथी की गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जताई है। पुलिस द्वारा 25-25 का इनाम घोषित किया गया है। पूरे मामले को संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने फरार आरोपियों पर इनाम घोषित कर दिया है और परिजनों से मुलाकात कर फरार आरोपियों को 48 घंटे में गिरफ्तारी की बात कही है।

 

सनद रहे बीते 9 अक्टूबर को महाराजगंज थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर निवासी आदित्य सिंह उर्फ रवि अपने दोस्तों के साथ रतापुर स्थित सोमू ढाबे में खाना खाने गए थे यहां खाने को लेकर युवकों और ढाबा संचालक सुरेश यादव व अर्कित यादव के बीच झड़प हुई थी मामला तूल पकड़ा और सभी ढाबा कर्मचारियों ने मिलकर लाठी-डंडे और सरियों से पिटाई शुरू कर दी जिसका सीसीटीवी फुटेज की पुलिस के हाथ लगा था।

 

पूरे प्रकरण में लचर पुलिसिया कार्यशैली से नाराज हैं परिजन

 

जिस तरह से पहले न्याय के लिए जनता को सड़कों पर आना पड़ा उसके बाद कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और आज भी मुख्य आरोपी व अन्य फरार हैं टूटते सब्र के बीच परिजनों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए तथा उन्होंने साफ कह दिया रायबरेली पुलिस विभाग के अधिकारी पूरे मामले को रफा-दफा करना चाह रहे हैं यदि समय रहते हमें न्याय नहीं मिलेगा तो हम धरना प्रदर्शन करेंगे। परिजनों के संग ग्रामीण भी पहुंचे थे हालांकि एक बार फिर पुलिस अधीक्षक नहीं कार्यवाही का भरोसा दिया है अब देखना होगा फरार आरोपियों की गिरफ्तारी कब तक की जाती है? 

 

 

 

कठुआ मामले में जम्मू-कश्मीर की कोर्ट का एसआईटी के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर का निर्देश

कठुआ मामले में जम्मू-कश्मीर की कोर्ट का एसआईटी के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर का निर्देश

 

अदालत ने पुलिस को एसआईटी के उन छह सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया जिन्होंने कठुआ के एक गांव में आठ वर्षीय बालिका के साथ बलात्कार और हत्या मामले की जांच की थी.

 

जम्मू : जम्मू कश्मीर की एक अदालत ने कठुआ में 2018 में एक बालिका के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) के छह सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का मंगलवार को पुलिस को निर्देश दिया.

अदालत ने पुलिस को एसआईटी के उन छह सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया जिन्होंने कठुआ के एक गांव में आठ वर्षीय बालिका के साथ बलात्कार और हत्या मामले की जांच की थी तथा गवाहों को झूठे बयान देने के लिए कथित तौर पर उनका उत्पीड़न किया था और उन्हें विवश किया.

 

न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रेम सागर ने मामले के गवाहों सचिन शर्मा, नीरज शर्मा और साहिल शर्मा की एक याचिका पर जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को निर्देश देते हुए कहा कि इन छह लोगों के खिलाफ संज्ञेय अपराध बनता है.

अदालत ने तत्कालीन एसएसपी आर के जल्ला (अब सेवानिवृत्त), एएसपी पीरजादा नाविद, पुलिस उपाधीक्षकों शतम्बरी शर्मा और निसार हुसैन, पुलिस की अपराध शाखा के उप निरीक्षक उर्फन वानी और केवल किशोर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया और जम्मू के एसएसपी से 11 नवम्बर को मामले की अगली सुनवाई पर अनुपालन रिपोर्ट देने को कहा.

जिला एवं सत्र न्यायाधीश तेजविंदर सिंह ने इस वर्ष जून में तीन मुख्य आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी जबकि मामले में सबूत मिटाने के लिए अन्य तीन को पांच वर्ष जेल की सजा सुनाई थी. उच्चतम न्यायालय के आदेश पर मामले की सुनवाई को पंजाब में पठानकोट स्थानांतरित कर दिया गया था.

भाजपा ने आरोपियों के समर्थन में एक रैली में हिस्सा लेने के लिए राज्य के अपने दो मंत्रियों चौधरी लाल सिंह और चन्द्र प्रकाश गंगा को बर्खास्त कर दिया था. कठुआ मामले में दाखिल किए गए आरोप पत्र के अनुसार बालिका का 10 जनवरी, 2018 को अपहरण किया गया और उसके साथ बलात्कार किया गया. बाद में उसकी हत्या कर दी गई.

 

कमलेश तिवारी हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े, यूपी पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया

कमलेश तिवारी हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े, यूपी पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया

 

पुलिस ने हत्या में शामिल ​तीन लोगों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, उप्र के ​बिजनौर से मौलाना अनवारुल हक और मौलाना नईम कासनी को भी पकड़ लिया गया है.

 

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के मुखिया कमलेश तिवारी हत्याकांड का उत्तर प्रदेश पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या में शामिल ​तीन लोगों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के ​बिजनौर जिले से इस घटना में शामिल मौलाना अनवारुल हक और मौलाना नईम कासनी को भी पकड़ लिया गया है.

उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में प्रेसवार्ता में कहा कि गुजरात पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. यह तीनों आरोपी हत्याकांड में शामिल थे. सिंह ने बताया कि यूपी पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि 2015 के हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी ने विवादित बयान दिया था.

इसी बयान के कारण आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि इस घटना में फिलहाल किसी भी आंतकी संगठन के शामिल होने के कोई भी साक्ष्य नहीं मिले है.

डीजीपी ने कहा कि घटनास्थल से जांच के दौरान मिठाई के डिब्बे बरामद हुए थे. इससे पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले. इससे आरोपियों तक पहुंचा जा सका. उन्होंने कहा कि 2015 में कमलेश ने कुछ विवादित बयान दिया था.

 

डीजीपी ओम प्रकाश सिंह के मुताबिक इस घटना के तार गुजरात से जुड़े है. सूरत से मौलाना मोसिल सलीम शेख, रशीद और फैजान जिलानी को गिरफ्तारी की गई है. इनके अलावा कुछ अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में पूछताछ के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है.

कोतवाली क्षेत्र रायबरेली में अवैध मिट्टी खनन चरम पर, खनन माफियाओं का बोलबाला

कोतवाली क्षेत्र रायबरेली में अवैध मिट्टी खनन चरम पर, खनन माफियाओं का बोलबाला

 

तेजी से गुजरते हैं ट्रैक्टर ट्राली किसी भी समय हो सकता है बड़ा हादसा

 

रायबरेली- कोतवाली क्षेत्र के गोरा बाजार इलाके में इस समय अवैध खनन का कार्य जोरों पर है खनन माफियाओं का बोलबाला है या तो वह पुलिस की शरण में काम कर रहे हैं या फिर बेलगाम खनन माफिया मिट्टी खनन का काम करा रहे हैं। ऐसे में जब ट्रैक्टर ट्राली बेलगाम रफ्तार से सिविल लाइन समेत अन्य इलाकों में भी अवैध मिट्टी ढुलाई का काम करते हैं। किसी भी समय आम जनता के साथ बड़ा हादसा हो सकता है  मीडिया के कैमरों से बचने के लिए किस तरीके से ट्रैक्टर चलाए जाते हैं उनकी रफ्तार इस कदर रहती है वह किसी समय जानलेवा हो सकती है। पुलिस अधीक्षक का आवास भी चंद कदम दूर पर स्थित है फिर भी जिस तरह से संबंधित थाने की पुलिस मिलीभगत से अवैध काम करा रही है वह संदेहास्पद है। जब एक और डायल हंड्रेड समेत पुलिस की अन्य टीमें शहर भर में 24 घंटे निगरानी रखती हैं तो भला कैसे अवैध खनन माफिया जिले में अपना उत्पात मचाए।

 

रवि सिंह हत्याकांड के बाद भी सबक नहीं ले रही है पुलिस बेलगाम हैं अपराधी

 

जिस तरह से सोमू ढाबा में अक्सर मारपीट की शिकायतें आ रही थी लेकिन मिल एरिया पुलिस सभी बातों को नजरअंदाज कर रही थी और सुलह समझौता तक सीमित थी। आखिर में गैंग के सदस्य बेलगाम हो गए और उन्होंने एक नौजवान युवक की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। बाद में जब पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल उठे प्रदर्शन हुआ तो कुछ अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है बाकी मुख्य अभियुक्तों की धरपकड़ के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। उसी तरह अब कोतवाली क्षेत्र में जिस तरह से खनन माफियाओं का आतंक है वह किसी ना किसी दिन बड़ी घटना में तब्दील होगा और क्या उसका जिम्मेदार पुलिस विभाग होगा? घटनाओं से सबक नहीं ले रही है रायबरेली पुलिस अवैध काम अभी हो रहे हैं संचालित यदि समय रहते पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही नहीं की तो यह खनन माफिया पुलिस की किरकिरी करा कर ही मानेंगे।

 

 

चौकी इंचार्ज बेबस तो क्या कोतवाली की मिलीभगत से संचालित हो रहा है अवैध मिट्टी खनन?

 

अवैध मिट्टी खनन के विषय में जब चौकी इंचार्ज से बात की गई तो उन्होंने अपनी बेबसी का इजहार किया। इसका मतलब यह साफ है अवैध मिट्टी खनन का काम चौकी स्तर से नहीं यह कोतवाली स्तर से संचालित है और इसमें भूमिका किसकी है इसकी भी जांच होनी चाहिए!

आदित्य सिंह हत्याकांड में शामिल नामजद अभियुक्त सुरेश यादव व अन्य 6 गिरफ्तार

आदित्य सिंह हत्याकांड में शामिल नामजद अभियुक्त सुरेश यादव व अन्य 6  गिरफ्तार

 

जघन्य तरीके से कर दी थी अभियुक्तों ने आदित्य सिंह की हत्या


रायबरेली - चर्चित आदित्य सिंह उर्फ रवि सिंह हत्याकांड में फरार चल रहे सोनू ढाबा के संचालक सुरेश यादव को मीडिया के समक्ष पेश किया सनद रहे आदित्य सिंह की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी थी। उसके बाद उनके शव हरचंदपुर- महाराजगंज सड़क मार्ग पर फेंक दिया गया था और उनकी बुलेट को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। प्रथम दृष्टया ऐसा दिखाने की कोशिश की गई एक्सीडेंट है लेकिन परिजनों के आरोप के बाद पुलिस ने जांच की तो हत्या और साक्ष्य मिटाने की एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की गई। क्योंकि ढाबे के संचालक सुरेश यादव और कर्मचारी फरार हो चुके थे इसलिए रायबरेली पुलिस उन्हें पकड़ने का प्रयास कर रही थी कल सुबह पुलिस ने नामजद अभियुक्त सुरेश यादव समेत 6 ढाबे के कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया था। फरार चल रहे अन्य अभियुक्तों की पुलिस तलाश कर रही है तथा समूचे घटनाक्रम की जांच लगातार जारी है स्थानीय किरण हाल में खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई ने बताया दिनांक 10 अक्टूबर 2019 को प्रदीप कुमार सिंह निवासी सिकंदरपुर थाना महाराजगंज रायबरेली द्वारा सूचना दी गई कि उनका पुत्र रवि उर्फ आदित्य प्रताप सिंह जो कानपुर रोड रायबरेली में रहते थे जो अपने 3 अन्य दोस्तों के साथ रतापुर स्थित ढाबा पर खाना-खाने के लिए रात्रि 10ः00 बजे गए थे। जहां होटल के कर्मचारियों से किसी बात पर झगड़ा होने पर ढाबा मालिक सुरेश यादव व अन्य स्टाफ के सदस्यों द्वारा लाठी डंडा व सरिया से बुरी तरह मारा-पीटा गया तथा थाना हरचंदपुर के गोदाम के पास आदित्य प्रताप सिंह उर्फ रवि को जान से मार कर फेंक दिया गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए विवेचना में वैज्ञानिक व फॉरेंसिक करने के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किए गए विवेचना के मध्य सीसीटीवी फुटेज तथा इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से अभियुक्तों की पहचान करते हुए घटना में शामिल अपराधियों को चिन्हित किया गया दिनांक 14 अक्टूबर 2019 को पुलिस द्वारा नामजद आरोपी अभियुक्त सुरेश यादव व अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई तथा घटना में प्रयुक्त वाहन सफारी स्कॉर्पियो कार बरामद की गई। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में 1.सुरेश यादव पुत्र भारत नि0 रतापुर थाना मिलएरिया रायबरेली 2. विनोद कुमार पुत्र रामकुमार नि0 मिश्रन का पुरवा मजरे सुलखियापुर थाना भदोखर। 3. सुमेर उर्फ राम सुमेर उर्फ कुन्दन लाल पासी नि० देवानन्दपुर नईबस्ती 4. झुरहा उर्फ जयचन्द उर्फ जितेन्द्र पुत्र कन्दरलाल नि0 देवानन्दपुर नईबस्ती रायबरेली 5. सौरभ पुत्र राधेश्याम शर्मा नितिलियाकोट थाना कोतवाली नगर रायबरेली 6. मानू कुमार पुत्र ललित कुमार नि0 रतापुर भरतपुरम थाना मिलएरिया, रायबरेली 7. अभितेज सिंह पुत्र सूर्यभान सिंह नि0 अशरफाबाद थाना महराजगंज रायबरेली है।  पुलिस ने अभियुक्तों के पास से घटना में प्रयुक्त एक सफेद सफारी गाड़ी एक सफेद स्कॉर्पियो गाड़ी को भी बरामद कर लिया। 


पूछताछ में बोला मुख्य अभियुक्त सुरेश यादव

 

पुलिस ने जब गहनता से पूछताछ की तो नामजद मुक्त मुख्य वांछित अभियुक्त सुरेश यादव ने बताया कि 9 अक्टूबर को रात्रि में मृतक व उसके दोस्तों के साथ उसके होटल के लोगों से मारपीट हो गई बाद में मारपीट कर मृतक को हमारे लोगों ने 2 गाड़ियों से पीछा कर घटना कर दिया। इसी क्रम में अन्य गिरफ्तार अभियुक्तों से बारी-बारी से पूछताछ कर घटना को प्रमाणित किया गया।

 

जघन्य तरीके से कर दी थी अभियुक्तों ने आदित्य सिंह की हत्या

 

10 अक्टूबर की रात सोमू  ढाबा के नामजद अभियुक्तों ने क्रूरता के साथ आदित्य सिंह की हत्या कर दी थी जिसके बाद समूचा जनपद इस हत्याकांड से दहल उठा था यही नहीं उन्होंने पूरे हत्याकांड को छुपाने के लिए सभी सबूत मिटा दिए थे और घटना को दुर्घटना में तब्दील करने का प्रयास किया गया था। जिसके बाद समूचे जनपद में आक्रोश फूट पड़ा और प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया रायबरेली पुलिस को समूचे घटनाक्रम और अपराधियों को पकड़ने में 5 दिन लग गए लेकिन पुलिस ने जरूरी संसाधनों की मदद से मुख्य अभियुक्त सुरेश यादव व छह अन्य को गिरफ्तार कर लिया।

 


साक्ष्य संकलन करने में पुलिस को करना पड़ रहा था चुनौतियों का सामना

 

पूरे मर्डर केस में पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही थी लेकिन जिस तरह से अभियुक्तों ने घटनाक्रम को छुपाने के लिए सबूतों को मिटा दिया था साक्ष्य संकलन में पुलिस को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था लेकिन अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह co  महाराजगंज विनीत सिंह के साथ ही समूची पुलिस टीम ने जांच जारी रखी अपराध कर कर छुपे बैठे अभियुक्तों पर पुलिस सर्विलांस के जरिए मुखबिर के जरिए सीसीटीवी फुटेज की मदद से उनका पता लगा रही थी और हत्याकांड में शामिल नामजद अभियुक्त सुरेश यादव समेत छह अभियुक्त पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर मीडिया के समक्ष पेश किया गया जहां पर सभी ने अपना गुनाह कबूल किया।

 

जिन होटलों में फुर्सत के पल गुजारने जाते हैं लोग अब लोगों को वहां जाने से लग रहा है डर

 

परिवार के साथ समय निकालकर या फिर अकेले फुर्सत के पल बिताने पहुंचने वाले लोगों के मन में अब होटल जाने का भी डर समा गया है। जनपद में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी नामी-गिरामी होटल के संचालक व काम कर रहे कर्मचारी हत्यारे बन जाए। जिस तरह से युवक को पीट-पीटकर मार डाला गया और उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए 20 किलोमीटर दूर हरचंदपुर में फेंक दिया गया ऐसा पहली बार हुआ जब बेहद ही पॉश इलाके में मौजूद होटल में किसी शख्स की निर्मम तरीके से हत्या कर दी जाए उसे इतना पीटा जाए कि मानवता भी कलंकित हो जाए।

 

शामिल अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी एसपी ने कहा जल्द पकड़े जाएंगे

 

पुलिस अधीक्षक ने कहा अभियुक्त चाहे जिस भुलावे में रहे हमारी टीम में उनको पकड़ने का प्रयास कर रही हैं और हमें उम्मीद है हम उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लेंगे उनके गुनाहों की सजा सिर्फ जेल हैं और उनको जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता। एसपी ने बेहद सख्त  तेवर दिखाते हुए साफ कर दिया है जनपद में किसी को भी कानून व्यवस्था से खेलने की इजाजत नहीं दी जाएगी जो ऐसा करेगा उसकी मंजिल सीधे जेल है।

स्पेशल टास्क फोर्स में पकड़ी अवैध शराब की खेप, कीमत लगभग 30 लाख के ऊपर

अपराधिक गतिविधियों का केंद्र बिंदु बना मिल एरिया

 

स्पेशल टास्क फोर्स में पकड़ी अवैध शराब की खेप, कीमत लगभग 30 लाख के ऊपर

 

संगठित अपराध को खत्म करने के लिए एसटीएफ को रायबरेली में करना पड़ा ऑपरेशन

 

रायबरेली- संगठित अवैध शराब माफियाओं के काले कारनामों का भंडाफोड़ लखनऊ से आई स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने रायबरेली पुलिस के साथ मिलकर अवैध शराब से भरी ट्रक को सुबह-सुबह ही पकड़ लिया। सूत्र बता रहे हैं हरियाणा से लेकर बिहार अवैध शराब की सप्लाई की जाती थी। एसटीएफ व पुलिस ने जब ट्रक को रोका तो उस में अवैध शराब की पेटियां मिली टीम ने तत्काल शराब की बेटियों से भरे ट्रक व चालक को कब्जे में ले लिया है फिलहाल अवैध शराब की कीमत लगभग 30 लाख के ऊपर बताई जा रही है। सूत्रों की माने तो एसटीएफ की राडार पर शराब माफिया कई महीनों से थे उनकी हर एक गतिविधि पर एसटीएफ नजर रख रही थी सर्विलांस वा मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने लोकल पुलिस के साथ आईटीआई ओवर ब्रिज के पास ट्रक को रोका जिसके बाद भारी मात्रा में शराब की बरामदगी हुई।

 

राष्ट्रीय राजमार्ग बना तस्करों का पसंदीदा मार्ग अक्सर पकड़ी जाती है अवैध शराब

 

जनपद पुलिस को तो छोड़ दीजिए शराब माफियाओं की नेटवर्क की पकड़ भले रायबरेली पुलिस को ना हो लेकिन एसटीएफ जरूर पता चल जाती है। जिसके चलते साल में एक दो बार एसटीएफ ऑपरेशन करने रायबरेली पहुंचती है और बड़ी खेप बरामद होती है जिसके बाद में चर्चा का विषय बन जाती है। लेकिन रायबरेली पुलिस संगठित नेटवर्क को तलाश करने में असफल रहती है। अगर मिल एरिया पुलिस की बात कर ले तो जिस तरह से लगातार अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है और हर अवैध काम वही से संचालित हो रहा है तो यह चिंता का विषय भी है। हाल ही में आदित्य सिंह मर्डर केस की पूरी रचना मिल एरिया क्षेत्र के सोमू ढाबा में रची गई थी तो दूसरी ओर आज अवैध शराब की बड़ी खेप का पकड़ा जाना भी चिंता का विषय है। क्या लोगों को मौत की नींद सुलाने के लिए इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हुए शराब माफिया आसानी से अवैध शराब से भारी ट्रक लेकर गुजरते रहते हैं अगर वह इस रास्ते का प्रयोग लंबे समय से कर रहे हो तो यह खतरे की घंटी भी है।

 

 

एडीजी कानून व्यवस्था पीवी रामा शास्त्री पहुंचे रायबरेली बोले अपराधों पर तो लगा है अंकुश!

 

उधर कल एडीजी कानून व्यवस्था पीवी रामा शास्त्री जनपद पहुंचे उन्होंने सबसे पहले कानून व्यवस्था को लेकर सर्किट हाउस में एसपी स्वप्निल ममगई , एएसपी शशि शेखर सिंह, के साथ सभी सर्किल ऑफिसर के साथ बैठक की उसके बाद मीडिया से रूबरू हुए। कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा पहले की अपेक्षा अपराधों पर अंकुश लगा ही है। जब पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा कि साहब पिछले 4 दिनों से रायबरेली में प्रदर्शन चल रहा है आदित्य सिंह की हत्या हो गई है न्याय के लिए जनपदवासी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं इस पर आपका क्या कहना है? एडीजी साहब बोले वादी पक्ष को जरूर न्याय मिलेगा। 

आदित्य सिंह हत्याकांड को लेकर जोरदार प्रदर्शन थम गया समूचा जनपद

आदित्य सिंह मर्डर केस

आदित्य सिंह हत्याकांड को लेकर जोरदार प्रदर्शन थम गया समूचा जनपद

लोगों के अंदर आक्रोष 3 दिन बीतने को हैं पुलिस एक अभियुक्त तक नहीं पहुंच पाई

शहर में डिग्री कॉलेज से रेलवे स्टेशन तक निकला कैंडल मार्च प्रदर्शनकारी लगाते रहे न्याय दिलाने के नारे


रायबरेली- जब पुलिस व्यवस्था चौपट हो जाती है तो जनता को सड़क पर आना पड़ता है रायबरेली में बीते दो महीनों से यही हो रहा है क्राइम ग्राफ अपने चरम पर पहुंच गया है। कानून व्यवस्था की किरकिरी कराने वाले और कोई नहीं जिले के आला अधिकारी के हैं योगी आदित्यनाथ सरकार की जमकर किरकिरी करा रहे यह अधिकारी 3 दिन बीतने को है लेकिन एक भी अपराधी को अपने शिकंजे में नहीं ले सके. आज जनपद में आदित्य सिंह हत्याकांड को लेकर आम जनमानस का आक्रोश फूटा और पूरा शहर थम सा गया। जनपद के सभी बुद्धिजीवी आम जनमानस सड़कों पर उतरा हाथ में कैंडल लिए तथा आदित्य सिंह हत्याकांड के गुनाहगारों को सजा दो के बैनर लिए प्रदर्शनकारी डिग्री कॉलेज चौराहा पर इकट्ठा हुए। 4 घंटे तक न्याय के लिए लोग नारे लगाते रहे। आश्वासन देते हुए एडिशनल एसपी शशि शेखर सिंह ने प्रदर्शनकारियों को समझाया कि पुलिस की चार टीमें अलग.अलग जगहों पर दबिश दे रही हैं और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही हैं हम जल्द से जल्द सभी अपराधियों को अपनी गिरफ्त में ले लेंगे तब तक आप लोग हमें मौका दें। करणी सेना के अध्यक्ष ने साफ तौर पर कह दिया गिरफ्तारी की बात है तो सुरेश यादव और उसका पूरा गैंग गिरफ्तार होना चाहिए यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम फिर सड़कों पर उतरेंगे रायबरेली के लड़के की जान कीमती है जिसे जघन्य तरीके से मार डाला गया रायबरेली को अपराधगढ़ बना दिया गया है। उन्होंने कहा रायबरेली को सबसे शांत शहर माना जाता था लेकिन जिस तरह से इस समूचे घटनाक्रम का वारदात दिया गया वह क्रूरता की हद है।

जिलाधिकारी आवास पर मिलने पहुंचे परिजन जिलाधिकारी ने कहां मिलेगा न्याय

जिलाधिकारी नेहा शर्मा के आवास पर परिजन और प्रदर्शनकारियों का एक समूह मिलने पहुंचा उन्होंने भरोसा दिलाया कि हम समूचे घटनाक्रम पर नजर बनाए हैं कोई अन्याय नहीं होगा ऐसे अपराधियों को हम छोड़ेंगे नहीं। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों का एक समूह डिग्री कॉलेज से जिला अधिकारी नेहा शर्मा के आवास की ओर बढ़ा। लोगों के हाथ में बैनर उनके आक्रोश को दिखा रहे थे पूरी तरह से जघन्य अपराध ने समूचे जनपद को दहला कर रख दिया है लेकिन पुलिस जिस तरह से सोई है वह भी अपने आप पर सवालिया निशान है.

 

सोमू ढाबा में हुई बर्बरता का वीडियो वायरल नृशंस तरीके से हुई थी हत्या

वीडियो में पूरा गैंग दिखाई पड़ रहा है होटल में मौजूद हत्यारे लगातार बरसाते रहे लाठी डंडे

रायबरेली- आदित्य सिंह उर्फ रवि सिंह मर्डर केस से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है जिसे सोनू ढाबा में आए किसी आगंतुक ने शूट किया है। जिसमें साफ तौर पर दिखाई दे रहा है किस प्रकार सोनू ढाबा का गैंग संचालक अपराधियों का गैंग होटल में रखता था। मृतक रवि सिंह व उनके दोस्तों पर एकाएक सभी हत्यारे टूट पड़ते हैं लाठी.डंडे बाहर रखी साइकिल उठाकर उनके ऊपर फेंकते हैं। वीडियो के आसरे कहा जा रहा है सुरेश यादव के गैंग के शातिर अपराधी मृतक आदित्य सिंह को सोमू ढाबा के अंदर ही मार डालते हैं। जिसके बाद समूचे घटनाक्रम को एक्सीडेंट का रूप देने के लिए शव को लेकर हरचंदपुर महाराजगंज सड़क मार्ग पर फेंक देते हैं और बुलेट को भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं ताकि ऐसा प्रतीत हो यह समूचा एक्सीडेंट है। आनन.फानन में होटल में लगे कैमरे से डिटेल भी गायब कर दी जाती है। दूसरी ओर अगर पुलिस की बात करें तो 3 दिन बीतने को है एक भी अपराधी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है पूरा प्रदर्शन हुआ एडिशनल एसपी शशि शेखर सिंह पूरे मामले में समझाने बुझाने का काम कर रहे थे। जनपद की कमान संभालने वाले सबसे बड़े अधिकारी जब जनता के सामने आकर अपनी बात नहीं रखेंगे तो जनता सड़क पर आएगी और वैसा वह भी समूची रायबरेली की जनता सड़कों पर आई और शहर थम सा गया। प्रदर्शनकारियों ने साफ लहजे में कह दिया तत्काल सुरेश यादव की गिरफ्तारी करें जो कि इस पूरे घटनाक्रम का सूत्रधार है उसके सिवा अगर कहानी बनाने की कोशिश की गई तो बर्दाश्त से बाहर हो जाएगी।

सोनू ढाबा के सामने हो रही थी मारपीट कहां थी पुलिस

वीडियो में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है मारपीट का सिलसिला सोनू ढाबा के अंदर से शुरू होकर बाहर तक चल रहा था लेकिन रायबरेली पुलिस कितनी शिथिल हो गई है उसकी भी पोल खुल गई चंद कदम पर  मौजूद रतापुर चौकी को मारपीट रोज की एक आदत बन गई थी शायद इस वजह से भी ध्यान पुलिस का उस ओर नहीं गया होगा या फिर बेहद ही पॉश इलाके में मौजूद पुलिस चौकी पर एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं रहा होगा। मिल एरिया पुलिस की बात किया जाए तो मिल एरिया पुलिस की लापरवाही का सिलसिला 2 महीनों से चल रहा है सबसे ज्यादा शहर में अपराध मिल एरिया क्षेत्र में हो रहे हैं और मिल एरिया थाना अध्यक्ष सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। हाल ही में एक मजदूर की मौत मिल एरिया क्षेत्र में हुई थी जिसमें भी समझा बुझा कर पूरे मामले को रफा.दफा रायबरेली पुलिस ने ही कर दिया था। मामले को रफा.दफा करने में माहिर हो चुकी रायबरेली पुलिस की पोल खुल गई है लापरवाही की सारी हदें  पार कर चुकी पुलिस व्यवस्था सवालों के घेरे में है। लेकिन अब समूचे रायबरेली को न्याय चाहिए और न्याय लगातार विलंब होता जा रहा है जिससे जनता सड़कों पर उतर रही है गुस्सा सोशल मीडिया पर पूछ रहा है लोग व्हाट्सएप ग्रुप और ट्विटर पर हैशटैग कर कर न्याय की अपील कर रहे हैं।


नेताओं का मतलब है राजनीति! जनता को लड़नी पड़ रही है अपनी जान बचाने की लड़ाई

नेताओं की पहचान जब उनके कपड़ों की तरह होने लगे और आम जनता से उनका वास्ता सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने का हो और उनके सुख दुख में खड़े होने के लिए उनके पास समय ना हो तो फिर अब जनता को ही सोचना है कि जब सभी कर्म उन्हीं को करने हैं तो उनकी नुमाइंदगी करने के लिए जन नेता की क्या जरूरत हैघ् रायबरेली के प्रमुख नेताओं का हाल यह है अपने वोट बैंक बचाने के लिए सभी मामले से दूरी बनाए हुए हैं गाहे.बगाहे इक्का.दुक्का नेता अपनी राजनीति साधने के लिए भले यह कह दे हम जनता के साथ हैं जांच होनी चाहिए। लेकिन सच यही है जनता की लड़ाई लड़ने के लिए रायबरेली में कोई भी जन नेता उनके साथ खड़ा नहीं हो रहा है जनता अपनी लड़ाई सड़कों पर उतर कर खुद लड़ रही है क्योंकि आज रविवार भी था तो असुरक्षा और इस जघन्य अपराध के लिए हर घर से जनमानस सड़कों पर निकला और जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ जो इस बात का प्रतीक है कि रायबरेली की पुलिस व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है।

दुर्गेश सिंह चौहान 
ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय कवच अख़बार 
डिजिटल भाग न्यूज़ प्लस

 

दो चोरों को नहर की पुलिया के पास से दबोचा

डलमऊ (रायबरेली)। मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने बीती रात दो चोरों को नहर की पुलिया के पास से दबोच लिया है। पुलिस के अनुसार पवन कुमार लोध पुत्र तेजभान निवासी मुर्शिदाबाद डलमऊ व अंकित कुमार उर्फ मुलायम पुत्र लल्लू निवासी भीमगंज डलमऊ दोनों युवक बीती रात किसी घटना को अंजाम देने जा रहे थे तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने चेकिंग अभियान लगाकर नहर पुलिया के पास दोनों चोरी के आरोपी को अंजाम देने से पहले ही दबोच लिया। दोनों युवकों की तलाशी लेने पर उनके पास से चार हज़ार नौ सौ रूपये व एक बेलचा बरामद हुआ है।पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया है कि संकित उर्फ घुम्मन यादव पूरेवल्ली व उमेश लोध पुत्र शीतल मुर्शिदाबाद के साथ मिलकर मुराईबाग में मेडिकल स्टोर में हुई चोरी को भी स्वीकारा है।कोतवाली प्रभारी श्रीराम ने बताया कि अमित कुमार व अंकित कुमार को पकड़कर सम्बंधित धाराओं में जेल भेजा जा रहा है वही संकित और उमेश वांछित है।

शिवगढ़ पुलिस ने भैंस व 2 पम्पिंग सेटों के साथ चोरों को दबोचकर भेजा जेल

अंगद राही / विपिन पाण्डेय

रायबरेली। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक व तेजतर्रार महराजगंज क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह के मार्गदर्शन एवं शिवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार विद्यार्थी के नेतृत्व में उप निरीक्षक रामेश्वर प्रसाद वर्मा, हेड कांस्टेबल मोहम्मद हनीफ, हेड कांस्टेबल द्वारिका प्रसाद मिश्रा ने शिवगढ़ थाना क्षेत्र के मोहनगंज मजरे पारा खुर्द में दबिश देकर अभियुक्त राहुल को करीब 80 हजार रुपए की कीमत की चोरी की गई भैंस के साथ गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो राहुल ने चोरी का राज खोल दिया। जिसकी निशानदेही पर शिवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार विद्यार्थी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रामेश्वर प्रसाद वर्मा, हेड कांस्टेबल मोहम्मद हनीफ, हेड कांस्टेबल द्वारिका प्रसाद मिश्रा ने एक पम्पिंग सेट मोहनगंज मजरे पाराखुर्द के रहने वाले रामकुमार उर्फ कुंवारे के घर से व दूसरा पम्पिंग सेट रोहित के घर से बरामद कर लिया है। जिनकी कीमत लगभग 50 हजार आंकी जा रही है। क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह ने चोरी का खुलासा करते हुए बताया कि राहुल पुत्र रामदयाल, रामकुमार उर्फ कंवारे के घर से चोरी का सामान बरामद कर दोनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है। विदित हो कि महराजगंज क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह के मार्गदर्शन में लगातार अभियान चलाकर अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है। शिवगढ़ पुलिस को   एक सप्ताह के अन्दर यह तीसरी बड़ी सफलता हाथ लगी है। ज्ञात हो कि एक दिन पहले 9 अक्टूबर को शिवगढ़ पुलिस चोरी के सामान के साथ दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जिसका खुलासा एक दिन पूर्व ही 9 अक्टूबर को महराजगंज क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह ने किया था। यही नही क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह के मार्गदर्शन में शिवगढ़ पुलिस रानी खेड़ा में हुई सरिता की हत्या के मामले में सरिता के कातिलों को एक सप्ताह के अंदर सलाखों के पीछे भेज चुकी है। शिवगढ़ पुलिस द्वारा लगातार की जा रही अपराधियों एवं चोरों की धरपकड़ से क्षेत्र के लोग महराजगंज क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह व शिवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार विद्यार्थी एवं पुलिस टीम को बधाई दे रहे हैं।