अखिलेश सिंह के भतीजे मनीष सिंह कांग्रेस का थामेंगे दामन
अखिलेश सिंह के भतीजे मनीष सिंह कांग्रेस का थामेंगे दामन
रायबरेली में कांग्रेस को मजबूत करने में जुटीं प्रियंका गांधी
रायबरेली - कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली में पार्टी को मजबूत करने में लग गई है. रायबरेली की सदर विधायक अदिति सिंह का इन दिनों कांग्रेस से मोहभंग हो रहा है और पार्टी लाइन से हटकर बीजेपी के करीब खड़ी नजर आ रही हैं. ऐसे में प्रियंका गांधी ने अदिति सिंह की भरपायी के लिए उनके घर में सेंध लगाई है. अखिलेश सिंह के भतीजे और अदिति सिंह के चचेरे भाई मनीष सिंह बुधवार को कांग्रेस का दामन थामेंगे.
मनीष सिंह ने 2017 में बसपा से रायबरेली के हरचंद्रपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे. लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी राकेश सिंह के हाथों हार गए थे. रायबरेली के बदलते सियासी माहौल को देखते हुए मनीष सिंह बसपा छोड़कर कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं. मनीष सिंह को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रायबरेली में पार्टी की सदस्यता दिलाएंगी.
मनीष सिंह ने एक प्राइवेट न्यूज़ चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि रायबरेली कांग्रेस का गढ़ है और वो प्रियंका गांधी की राजनीति से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है. अदिति सिंह की बीजेपी से बढती नजदीक के सवाल पर मनीष ने कहा कि परिवार अलग जगह और राजनीति अपनी जगह है. हमें कांग्रेस की विचारधारा अच्छी लग रही है तो हम कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. उन्हें बीजेपी की विचारधारा पसंद आ रही है तो वहां जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस में एक कार्यकर्ता के तौर पर शामिल हो रहे हैं. ऐसे में प्रियंका गांधी जो भी जिम्मेदारी हमें देंगी उसे मैं पूरी ईमानदारी के साथ निभाने का काम करूंगा. हालांकि उन्होंने कहा कि वह पहले भी कांग्रेस में रह चुके हैं और इस तरह से वह घर वापसी कर रहे हैं.
मनीष ने कहा कि हमारे पिता से लेकर चाचा तक कांग्रेस में रह रहे हैं. मनीष सिंह पूर्व सांसद अशोक सिंह के बेटे हैं. अशोक सिंह रायबरेली से दो बार सांसद रह चुके हैं. इसके अलावा विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं. अशोक सिंह का निधन होने के बाद मनीष सिंह ने राजनीति में कदम रखा था.
कांग्रेस से इन नेताओं को मोहभंग
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले रायबरेली में एक के बाद एक कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. रायबरेली से एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे और लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ मैदान में उतरे थे. साथ ही दिनेश प्रताप सिंह के भाई राकेश सिंह जो हरचंद्रपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक हैं उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया था. इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह भी कांग्रेस छोड़ दी थी.
अदिति सिंह की भरपाई करेंगे मनीष
दिनेश प्रताप सिंह के बाद अब रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने पार्टी से किनारा कर लिया है. वह बीजेपी के करीब जाती नजर आ रही हैं. ऐसे में रायबरेली में कांग्रेस के कई बड़े चेहरे पार्टी छोड़ चुके हैं. इस तरह से प्रियंका गांधी ने अपने दुर्ग को बचाए रखने के लिए अखिलेश सिंह के भतीजे मनीष सिंह को कांग्रेस में लाकर बड़ा दांव चला है.