12वीं फेल, इस IPS ऑफिसर पर किताब देगी कभी न हार मानने की सीख
12वीं फेल, इस IPS ऑफिसर पर किताब देगी कभी न हार मानने की सीख
जो कभी 12वीं क्लास में फेल हो गए थे आज आईपीएस ऑफिसर हैं। वह मुंबई के अडिशनल पुलिस कमिश्नर बने और अब उनके दोस्त उनकी मिसाल देकर ऐसे छात्रों के लिए किताब लेकर आए हैं जिन्हें एग्जाम में फेल होने से डर लगता है।
भोपाल- किसी भी छात्र के जीवन में 12वीं के बोर्ड एग्जाम बहुत अहमियत रखते हैं। इसमें फेल होने पर लगता है कि करियर खत्म हो गया लेकिन मुंबई पुलिस के अडिशनल कमिश्नर मनोज कुमार शर्मा ने सफलता की अलग कहानी लिखी है। मुरैना जिले के रहनेवाले शर्मा के दोस्त अनुराग पाठक ने उनके ऊपर '12वीं फेल' नाम से किताब लिखी है जो अगले हफ्ते रिलीज होने वाली है। दिलचस्प बात यह है कि अनुराग पाठक भी 12वीं फेल हो गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। हमेशा उन्होंने अपने लक्ष्य पर ध्यान रखा और आखिरकार कामयाबी का स्वाद चखकर ही दम लिया।
शर्मा बताते हैं कि वह स्कूल के दिनों में मार्क्स के लिए परेशान नहीं होते थे। उन्होंने बताया, 'क्लास में आने वाले मार्क्स जिंदगी में सफलता का पैमाना नहीं होते हैं। मैंने दसवीं का एग्जाम तीसरी डिविजन के साथ पास किया था। 11वीं क्लास में भी मेरी सेकंड डिविजन आई थी।' हालांकि, उन्होंने इसे कभी जीवन की रुकावट नहीं बनने दिया।
चौथे प्रयास में क्लियर किया एग्जाम
उन्होंने ग्वालियर से ग्रैजुएशन और पोस्ट-ग्रैजुएशन पूरा किया। उन्होंने पीएचडी भी पूरी की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। चौथे प्रयास में उन्होंने 121 की ऑल इंडिया रैंक के साथ एग्जाम पास किया। उन्होंने छात्रों को सलाह दी है कि असफलता को अपने ऊपर हावी न होने दें।
अनुराग पाठक का कहना है कि उनकी किताब के पीछे उद्देश्य उन छात्रों की मदद करना है जिन्हें एग्जाम में फेल होने से डर लगता है। उनका कहना है, 'मनोज मेरी किताब के हीरो हैं। मैंने और भी लोगों के बारे में बताया है कि जिन्होंने एग्जाम्स में फेल होने के बाद भी अलग-अलग फील्ड्स में सफलता हासिल की है।'