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मुंशीगंज पटाखा मार्केट में लगी आग हालात नियंत्रण में, तीन घायल

मुंशीगंज पटाखा मार्केट में लगी आग हालात नियंत्रण में, तीन घायल

 

आग लगने की जानकारी मिलते ही पहुंचे  सीओ  सिटी व नगर मजिस्ट्रेट

 

मुंशीगंज रायबरेली- पटाखा मार्केट में आग लगते  ही कोहराम मच गया लेकिन समय से सूचना मिलते ही फायर बिग्रेड पहुंच गई थोड़ी ही देर में सूचना लगते ही नगर मजिस्ट्रेट रायबरेली व सीओ सिटी रायबरेली भी पहुंचे.  मौके पर सभी घायलों को रेस्क्यू करते हुए उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए सीओ सिटी ने बताया सही समय पर सूचना मिलते ही वह लोग तत्काल पहुंचे और फायर बिग्रेड भी मौके पर पहुंची थी। हालात पर नियंत्रण के लिए मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है पटाखों की दुकानों को तत्काल सुरक्षा के एहतियातन हटा दिया गया है साफ दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

घायलों में सुनील 30 वर्ष 90% बर्न को रेफर कर दिया गया है जबकि रमन 14 वर्ष 30% बर्न अज्ञात ग्राहक उम्र 30 वर्ष बर्न 55% है। सभी घायलों का इलाज किया जा रहा है।

 

अग्निशमन विभाग नहीं करता पर्याप्त बंदोबस्त अक्सर रायबरेली में होते हैं हादसे

 

फूंक-फूंक कर कदम रखने वाला प्रशासन आखिर निर्भर भी अग्निशमन विभाग पर होता है ग्राहकों समेत दुकानदारों को साफ-दिशा निर्देश दिए जाते हैं कि जहां पर पटाखे बेचेंगे वहां पर किसी भी प्रकार का धूम्रपान वर्जित होगा। आग से बचाव हेतु उपकरण रखे जाएंगे लेकिन सेटिंग के चलते सभी बंदोबस्त को ताक पर रखकर खेल खेला जाता है। सूत्र यह भी बताते हैं पटाखा व्यापारी तमाम कानूनी प्रावधानों से बचने के लिए पैसे के जरिए हैंडल करते हैं और इसी वजह से हादसे होते रहते हैं रायबरेली में ऐसी कोई दीपावली नहीं जाती जब पटाखा मार्केट में हादसे ना हो। थाने स्तर पर भी या जिम्मेदारी होती है कि हर एक मार्केट का निरीक्षण करते रहें यदि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था हो तुरंत उस दुकान को बंद करवा दिया जाए। लेकिन थानों का खेल तो किसी से छुपा भी नहीं है जिंदगी जाती हैं तो उससे भी कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता। थानेदार अपनी जिम्मेदारियों से हमेशा बचते आए हैं और वजह भी यही है कि गैर जिम्मेदार थानेदारों के क्षेत्र में ही ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं।

 

दोस्तपुर थाने में दुर्घटना के शिकार होने से बाल-बाल बचे पुलिसकर्मी

दोस्तपुर थाने में दुर्घटना के शिकार होने से बाल-बाल बचे पुलिसकर्मी

 

सुल्तानपुर /दोस्तपुर- दोस्तपुर थाने कि जर्जर भवन मे रहने को मजबूर हैं पुलिस के यह जाबांज जवान ,जो चौबीसों घंटे नेताओं,अधिकारियों पुलिस के आला अधिकारियों ,मंत्रियों और जनता की सेवा  के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं,लेकिन कोई भी अधिकारी या नेता इनके रहने के ही भवन का कायाकल्प नहीं करवा रहा है,दिनांक 21 अक्टूबर 2019 दिन सोमवार को शाम 4:00 बजे एक बड़ा घटना घटित होने से बच गया। समय का चक्र ठीक था नहीं तो कुछ भी अनहोनी हो सकती थी,  सुनील कुमार (कांस्टेबल)IGRS मुंशी और तेज बहादुर( कांस्टेबल) के रूम  मे रहते हैं उस छत की फर्श टूट कर जमीन पर गिरी थी ,मेजों पर रखे हुए सामान टूटे थे ,यदि उस समय कोई भी होते ,तो गंभीर चोट लग सकती थी ।आखिर कई बार इसकी सूचना अधिकारियों को मीडिया के माध्यम से भी दी गई ,लेकिन क्या अधिकारी लोग किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं ,इसके बाद ही  पुलिस कर्मियों के लिए भवन का निर्माण होगा, आखिर कब तक यह जवान अपनी जान की बाजी लगाकर अपना समय गुजारने के लिए इन टूटी भवनों में रहने के लिए मजबूर होंगे ,अभी कुछ वर्ष पहले ही दोस्तपुर का भवन गिरने से कुछ बंदियों की मौत भी हो गई थी ।फिर प्रशासन हरकत में आया और प्रशासनिक कार्यालय का निर्माण करवाया था आखिर क्या पुलिस वालों के रहने के लिए भवन का निर्माण क्यों नहीं करवा जा रहा है।क्या प्रशासन फिर कहीं किसी  बड़े घटना का इंतजार कर रहा है, आखिर समय रहते इन भवनों को क्यों नहीं ठीक करवाया जा रहा है।

तेज रफ्तार कार की टक्कर से युवक गम्भीर रुप से घायल

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पीजीआई कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत शहीद पथ-वृंदावन संपर्क मार्ग पर स्पेंसर चौराहे के समीप तेज रफ्तार कार ने जोरदार टक्कर मार दी, जिसकी टक्कर से बाइक चालक युवक के पैर और कंधे की हड्डी टूटने के साथ ही युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। युवक के बाएं पैर और कंधे में फैक्चर बताया जा रहा है। घायल युवक के पिता जगजीवन राम ने पीजीआई कोतवाली में तहरीर देकर कार और कार चालक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया है। दी गई तहरीर में लिखा है कि कमलनयन (21)निवासी ग्राम व पोस्ट बेड़ारु थाना शिवगढ़ जनपद रायबरेली, राजधानी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है। जो अपनी ड्यूटी समाप्त करके तेलीबाग नहर पटरी के रास्ते घर वापस जा रहा था। जैसे ही कमलनयन शहीद पथ वृंदावन संपर्क मार्ग पर पहुंचा शहीद पथ की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार संख्या यूपी 32 एचवाई 0360 ने कमलनयन की मोटरसाइकिल संख्या यूपी 32 एचए 0561 में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कार चालक विपिन कुमार ने भागने की पूरी कोशिश की किंतु मोटरसाइकिल सहित कमलनयन कार में फंस गया और करीब 20 मीटर तक कार के साथ रोड पर घसीटते चला गया। बाइक चालक युवक चिल्लाता रहा किंतु कार चालक ने कार नहीं रोकी। जहां मौजूद राहगीरों ने दौड़ाकर कार चालक विपिन कुमार को रोक लिया और उसी की कार से कमलनयन को नजदीकी अपेक्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने कमल नयन के बाएं पैर और कंधे की हड्डी में फैक्चर बताया है। ट्रामा सेंटर में कमल नयन की हालत नाजुक बनी हुई है। घायल युवक के पिता जगजीवन राम ने कार और कार चालक के खिलाफ मामला पंजीकृत कराया है। मामले की विवेचना सब इंस्पेक्टर रणधीर सिंह को सौंपी गई है। जो बिल्कुल बारीकी से मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं। पुलिस ने दुर्घटना को अंजाम देने वाली कार को अपने कब्जे में ले लिया है।

प्रशिक्षु विमान लैंडिंग के समय दुर्घटनाग्रस्त बाल-बाल बचा पायलट

प्रशिक्षु विमान लैंडिंग के समय दुर्घटनाग्रस्त बाल-बाल बचा पायलट

 

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में हुआ हादसा

 

 

फुरसतगंज - इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया हालांकि पायलट बाल-बाल बच गया। जानकारी के अनुसार मामला आज दोपहर का है  प्रशिक्षु पायलट सिंगल सीटर विमान उड़ा रहा था लैंडिंग के समय जब वह वापस रनवे पर आए तब विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जर्मन सोलो विमान आग की लपटों में समा गया पायलट रेस्क्यू करते हुए फायर बिग्रेड की टीम ने आग पर काबू पाया। सूत्रों की मानें तो जर्मन  सोलो कैटेगरी का जेलिन श्रेणी का  विमान है। जिसे प्रशिक्षु पायलट उड़ाते हैं और प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं एशिया का नंबर वन फ्लाइट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट कहलाता है इंदिरा गांधी राष्ट्रीय अकादमी लेकिन होते हादसों ने एक बार फिर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। क्योंकि जितने भी बार प्रशिक्षु पायलट विमान को लेकर आसमान में गोता लगाने निकलते हैं उनकी फ्लाइट टेक्निकल विभाग जांच करता है जिसके बाद ही विमान लेकर पायलट निकलते हैं लेकिन ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है क्या इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में सब कुछ अच्छा चल रहा है? लाखों रुपए खर्चा कर प्रशिक्षु पायलट फ्लाइट ट्रेनिंग लाइसेंस लेते हैं जिसके बाद वह बड़े विमान उड़ाकर देश-विदेश में भारत का परचम लहराते हैं। सच तो यह भी है आधे से ज्यादा एयरक्राफ्ट पुराने हो चुके हैं जिन्हें बदलने की आवश्यकता है लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है जिसकी एवज में दुर्घटनाएं हो रही है।

तेज रफ्तार ट्रक ने किशोर को रौंदा ट्रामा सेंटर रेफर

अंगद राही / विपिन पाण्डेय

रायबरेली। शिवगढ़ थाना क्षेत्र के बांदा-बहराइच हाईवे पर स्थित कुम्भी गांव के पास 12 वर्षीय आशीष कुमार पुत्र नौमीलाल निवासी  गोबरे का पुरवा मजरे कुम्भी को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया। जिसकी चपेट में आकर आशीष कुमार के बाएं पैर के पंजे से लेकर जांघ तक चिथड़े हो गए। घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर मौके से फरार हो गया, वहीं ग्रामीणों की सूचना पर आनन-फानन में पहुंची पीआरबी 1750 पर तैनात हेड कांस्टेबल सोमनाथ सिंह, होमगार्ड पवन कुमार शुक्ला, चालक त्रिभुवन सिंह द्वारा आशीष को गंभीर अवस्था में सीएचसी शिवगढ़ लाया गया, जहां पर किशोर की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के पश्चात किशोर को 108 एंबुलेंस से लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। किशोर की हालत चिंताजनक बताई जा रही हैं। आशीष की मां श्रीकांति मुताबिक उसका बेटा आशीष कुमार साइकिल से भवानीगढ़ स्थित पेट्रोल टंकी पर डीजल लेने के लिए जा रहा था तभी कुम्भी गांव के पास बछरावां की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने उसके बेटे आशीष को रौंद दिया। घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। श्रीकांती ने बताया कि उसके पति दिल्ली में मजदूरी करते हैं 2 बेटों और तीन बेटियों में आशीष तीसरे नंबर का है जो घर में रहकर पशुओं का चारा पानी करता था।

सिंघाड़ों में दवा डाल रहे युवक की तालाब में डूबकर मौत

अंगद राही / विपिन पांडेय

रायबरेली। सिंघाड़ों दवा डालने आए युवक की तालाब में डूबकर दर्दनाक मौत हो गई,जिसकी मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया। तालाब में युवक की लाश मिलने की खबर कुछ ही पलों में समूचे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई घटनास्थल पर लोगों का मजमा लग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को अपने कब्जे में ले लिया है। घटना शिवगढ़ थाना क्षेत्र के बेड़ारु गांव में स्थित चंदवर तालाब की है। मृतक के परिजनों के मुताबिक संजय कश्यप (28) पुत्र बाबादीन निवासी उतरावां थाना निगोहा जनपद लखनऊ पिछले 2 वर्षों से बेड़ारु गांव में स्थित चंदवर तालाब में सिंघाड़ा लगाकर किसी तरह अपने परिवार की जीविका चला रहा था। जो शुक्रवार को प्रातः 9 बजे घर से सिंघाड़ों में दवा डालने के लिए बेड़ारु के लिए निकला था। जब शाम को संजय कश्यप घर वापस नहीं लौटा तो मृतक की पत्नी संगीता ने अपने नगराम स्थित में अपने मैके पिता मुन्नालाल कश्यप को फोने करके पूछा किंतु संजय कश्यप ससुराल भी नहीं पहुंचा तो परिजनों ने इधर उधर खोजबीन शुरू कर दी। शनिवार को मृतक संजय कश्यप के ससुर मुन्नालाल कश्यप ने दामाद का पता लगाने के लिए अपने बड़े लड़के सुखमीलाल को भेजा तो सुखमीलाल ने पहले तो पिण्डौली स्थित अपनी ससुराल में पता किया जब संजय का वहां भी पता नही चला तो मृतक के साले सुखमीलाल ने तालाब पर जाकर देखा तो संजय कश्यप का शव ताल तालाब किनारे पानी में उतरा रहा था। बहनोई का शव देखकर सुखमीलाल के होश उड़ गए सुखमी लाल ने जिसकी सूचना पुलिस एवं परिजनों को दी सूचना पाकर परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी संगीता, पिता बाबादीन, मां श्यामा देवी, पुत्री अंशिका (5)शिवांशी (3)का रो रो कर बुरा हाल है।

मासूम बच्चियों के सिर से उठ गया पिता का साया

संजय कश्यप की मौत से उसकी मासूम बेटी अंशिका और शिवांगी के सिर से पिता का साया उठ गया है। मृतक की पत्नी संगीता का रो रोकर बुरा हाल है। संगीता के सामने बच्चियों के पालन पोषण समस्या खड़ी हो गयी है।

किसानों ने गाय की घेराबंदी कर चलाई हजारों लाठियां, गाय की दर्दनाक मौत

गाय का कसूर अपना पेट भरना जल्लाद बने किसान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बंद कर कर बरसाई लाठियां तड़प-तड़प कर मरी बेबस गाय

डलमऊ- जल्लाद बने किसानों ने अपना पेट भर रही बेबस गाय को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कैद कर-कर पीट-पीटकर मार डाला। इंसानियत को झकझोर कर रख देने वाली यह घटना डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बहेरिया में घटी। गाय का कसूर बस इतना था कि वह अपना पेट भरने के लिए किसी किसान के खेत पर चली गई थी जैसे ही यह बात किसान को पता चली लाठी-डंडों को लेकर किसान दौड़ पड़े उस बेबस गाय को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले गए और वहां पर चारों तरफ से घेराबंदी करते हुए निर्ममता पूर्वक, बलपूर्वक हजारों लाठियां बरसाईं जब तक बेबस गाय के प्राण-पखेरू नहीं उड़ गए तब तक जल्लाद बन बैठे किसानों ने लाठियां बरसाना जारी रखा। जानकारी के अनुसार डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के बहेरिया गांव में 2 किसानों के खेत पर गाय चली गई थी जिसके बाद स्थानीय किसानों ने पूरे घटना का अंजाम दिया है। गांव वालों की सूचना पर कोतवाली डलमऊ प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर हैं।

 

बोले कोतवाल साहब

 

गांव वालों की जानकारी पर पुलिस फोर्स मौके पर है जांच की जा रही है आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे जो भी लोग शामिल थे उन पर मुकदमा लिखा जाएगा।

वायुसेना प्रमुख राकेश भदौरिया ने माना, एम-17 चॉपर को हमारे ही मिसाइल ने गिराया था

नई दिल्ली : वायु सेना प्रमुख का पदभार संभालने के बाद पहली बार राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने प्रेस कान्फ्रेंस की है. इसमें उन्होंने कई जानकारियां साझा की है. भदौरिया ने एम-17 चॉपर के क्रैश होने के बारे में कहा कि इस मामले की कोर्ट एन्क्वायरी पूरी हो गई है. यह हमारी गलती थी कि हमारे मिसाइल ने अपने ही चॉपर को गिरा दिया. वह दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. वह मानते हैं कि ये हमारी बड़ी गलती है और आश्वस्त करते हैं कि भविष्य में ऐसी गलती फिर से नहीं होगी.

उन्होंने कहा कि 27 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान की तरफ से हुए हमले में एक मिग-21 को खोया था जिसमें पाकिस्तान के भी एफ-16 विमान को गिराया गया था.

वायु सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले एक साल के भीतर वायु सेना ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं जिसमें 26 फरवरी को बालाकोट में किया गया स्ट्राइक भी शामिल है.

भारतीय वायु सेना प्रमुख राकेश भदौरिया ने कहा कि हम सुरक्षित रेडियो संचार सेवा उपलब्ध हो इसे सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं. पाकिस्तान हमारी बातचीत को नहीं सुन पा रहा है.

वायु सेना प्रमुख ने कहा कि अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई आतंकवादी घटना होगी तो सरकार के फैसले के अनुसार हम जवाब देने को तैयार हैं.

पाकिस्तान की तरफ से छोटे ड्रोन का इस्तेमाल कर भारतीय सीमा में हमला करने पर उन्होंने कहा कि यह हमारे सामने बड़ा खतरा है. इससे निपटने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं. यह स्पेस वाइलेशन का मुद्दा है. इसके लिए उचित कार्रवाई की जा रही है.

भदौरिया ने कहा कि राफेल और एस-400 एयर डिफेंस मिशाइल सिस्टम आने से वायु सेना की क्षमता बढ़ेगी.

मूसलाधार बारिश बनी आफत तेलियानी गांव में 50 से अधिक घर गिरे

डलमऊ रायबरेली- डलमऊ तहसील क्षेत्र में पिछले 4 दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश तेलियानी गांव के ग्रामीणों के लिए मानो आफत लेकर आ गई है विकासखंड डलमऊ की ग्राम पंचायत संतपुर के गांव तेलियानी जहां पर लगभग 80% लोग गरीबी रेखा से नीचे निवास करते हैं जिनके पास रहने के लिए पक्के घर नहीं हैं 4 दिनों से हुई लगातार मूसलाधार बारिश तेलियानी गांव के ग्रामीणों के लिए एक काल बनकर आ गई गांव में एक एक एक करके लगभग 50 कच्चे घर गिर गए ग्रामीणों का आरोप है कि तहसील प्रशासन द्वारा उनकी कोई खबर नहीं ली गई ग्रामीण बसंत लाल जो पैरों से विकलांग है एक कच्ची कोठरी थी जिस पर छप्पर रखकर निवास कर रहे थे लगातार बारिश से कोठरी भरभरा कर गिर गई छप्पर के नीचे किसी तरीके से जान को जोखिम में डालकर रह रहे हैं जो उनके लिए कभी भी कॉल बन सकती है । इसी प्रकार राजवती पत्नी बाबूलाल, शीतला प्रसाद पुत्र संत राम, वंदना पत्नी अशेंद, बबलू वर्मा पुत्र मंगल, राजकली पत्नी श्री नाथ, जगदीश पुत्र बुद्धू, प्रीति पत्नी हरिपाल, सूर्य शक्ति पत्नी सुखराज ,रामनाथ पुत्र सरजू, गयादीन पुत्र सुखाई, राजेंद्र पुत्र रामनाथ, दल बहादुर पुत्र रामस्वरूप, उमाशंकर पुत्र बुद्धि लाल( विकलांग), नीलम पत्नी इंद्र कुमार, राजकुमार पुत्र संतराम, कमला पत्नी शिव मोहन, पार्वती पत्नी रामनरेश, रामसेवक पुत्र बजरंगी ,सूरजपाल पुत्र राम दुलारे, राजदुलारी पत्नी तेज बहादुर विटाना पत्नी धनीलाल, राजरानी पत्नी रामगुलाम, बबलू पुत्र संकठा, शहजादा पत्नी बिंदादीन के कच्चे घर बारिश में धराशाई हो गए गलीमत तो यह रही कि कहीं पर कोई बड़ी घटना नहीं हुई कहीं पर किसी का अनाज कहीं पर किसी का भूसा खाने पीने की सामान सब दब गए ग्रामीणों का आरोप है कि पात्रों को आवास दे दिए गए जबकि पात्र लोग आवास के लिए दर-दर भटक रहे।

दीवार गिरने से  वृद्ध गंभीर रूप से घायल

डलमऊ एक नजर...

डलमऊ रायबरेली  - पिछले 2 दिनों से  लगातार हो रही भारी बारिश के कारण  डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के  नरहरपुर ग्राम में छप्पर के नीचे लेटे वृद्ध के ऊपर अचानक भरभरा कर दीवार गिरने से  वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे परिजनों द्वारा आनन-फानन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया  जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया जिसे जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही वृद्ध की मौत हो गई सूचना पर मौके पर उप जिलाधिकारी और क्षेत्रीय लेखपाल  पहुंचे  वृद्ध के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया .

डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के नरहरपुर ग्राम निवासी मोहन लाल प्रजापति उम्र 65 वर्ष  शनिवार की बीती रात  छप्पर के नीचे लेटा हुआ था और भारी बारिश होने के कारण   कच्ची दीवार गिरने से बुरी तरह से जख्मी हो गया परिजनों ने सीएचसी डलमऊ पहुंचाया जहां पर हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर किया लेकिन जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई है सूचना पर एसडीएम डलमऊ सविता यादव और क्षेत्रीय लेखपाल करण बहादुर के साथ पहुंचकर रोते बिलखते परिजनों को ढांढस बंधाते हुए क्षेत्रीय लेखपाल को दैवी आपदा सहायता राशि के लिए रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए मौके पर पहुंचे डलमऊ कोतवाली प्रभारी श्री राम द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है

डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के नरहरपुर ग्राम निवासी मोहन लाल प्रजापति उम्र 65 वर्ष  शनिवार की बीती रात  छप्पर के नीचे लेटा हुआ था और भारी बारिश होने के कारण   कच्ची दीवार गिरने से बुरी तरह से जख्मी हो गया परिजनों ने सीएचसी डलमऊ पहुंचाया जहां पर हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर किया लेकिन जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई है सूचना पर एसडीएम डलमऊ सविता यादव और क्षेत्रीय लेखपाल करण बहादुर के साथ पहुंचकर रोते बिलखते परिजनों को ढांढस बंधाते हुए क्षेत्रीय लेखपाल को दैवी आपदा सहायता राशि के लिए रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए मौके पर पहुंचे डलमऊ कोतवाली प्रभारी श्री राम द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

पिंडदान के साथ समाप्त हुआ पितृ पक्ष

डलमऊ रायबरेली। भाद्र माह की पूर्णिमा  से प्रारंभ होकर करीब 15 दिनों से  संचालित पितृपक्ष का महापर्व शनिवार को अमावस्या से समाप्त हो गया है। अमावस्या के दिन विभिन्न क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने अपनी अपनी पूर्वजों को जल तर्पण कर पिंडदान किया। गंगा घाट पर सुबह से ही पिंडदान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। भाद्र माह की पूर्णिमा से पितृपक्ष का महापर्व प्रारंभ हुआ था। इस दौरान श्रद्धालु 15 दिनों तक अपने पितरों को जल तर्पण किया था। उसके पश्चात अमावस्या के  दिन पितरों के स्वरूप को ध्यान में रखकर गंगा घाट पर श्रद्धालुओं ने उसी के आकार का पिंडदान बनाया और उसकी विशाल मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना भी की। पूर्वजों के पिंड की पूजा अर्चना के पश्चात उसे पतित पावनी मां गंगा को समर्पित कर दिया। जिसके पश्चात श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में स्नान कर पितरों की विदाई की तथा उनसे परिवार कल्याण के लिए कामना भी की। मान्यता है कि पित्र पक्ष में जल तर्पण करने वाले व्यक्ति को 15 दिनों तक पित्र संस्कार के नियमों के अंतर्गत सानिध्य हो जाता है। पितरों को जल तर्पण करने वाला व्यक्ति सूर्यास्त के पश्चात अपने रिश्तेदारों के यहां रात्रि विश्राम  ,भोजन , कपड़े धुलवाना, घर में सांस्कृतिक कार्यक्रम रखना, ऐसे अनेक कार्य पितृपक्ष के महापर्व पर निषेध माने गए हैं।

शारदीय नवरात्र आज से प्रारंभ

शारदीय नवरात्र रविवार से प्रारंभ हो गया है जिसको लेकर देवी मंदिरों में जोर शोर से तैयारियां कर ली गई है वहीं शारदीय नवरात्र पर्व मुराई बाग कुटिया चौराहा घुरवारा बाजार की रौनकें लौट आई हैं। कस्बे के बाजारों में देवी देवताओं की कैलेंडर एवं फूल मालाओं से दुकानों में चार चांद लगा हुआ है।  डलमऊ कस्बे के मोहल्ला टिकैत गंज स्थित पथवारी देवी मंदिर, अन्नपूर्णा माता मंदिर शेरंदाजपुर और शीतला माता मंदिर श्रद्धालुओं द्वारा जबरदस्त मंदिर की तैयारियां की गई हैं।

लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तहसील क्षेत्र के जगह जगह हुए जलभराव के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया गांव की गलियों में जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण गलियों में  पानी भरा होने के कारण लोगों का आना-जाना दूभर हो गया है वहीं मकानों के आसपास जलभराव के कारण घर गिरी आदि की समस्या जारी है इसी क्रम में आज तहसील क्षेत्र के सराय दिलावर ग्राम वासियों द्वारा गांव में हुए जलभराव और घरों में घुस रहे पानी की समस्या से निजात के लिए एसडीएम को एक प्रार्थना पत्र देते हुए जलभराव की समस्या को दूर करने की मांग की गई। और ग्राम प्रधान द्वारा जल निकासी की व्यवस्था न कराए जाने पर आक्रोश जताया।

तहसील क्षेत्र के गांव सराय दिलावर गांम में जल निकासी की नाली लोगों द्वारा पाट देने और नाली पर अवैध निर्माण करने के कारण गांव में जलभराव की समस्या उत्पन्न है गांव के राम कुमार, अमित कुमार, अमन कुमार, दिनेश कुमार, राजेंद्र, गुड्डी देवी, बेबी, मुन्नू आदि के साथ अन्य दर्जनों ग्रामीणों द्वारा एसडीएम डलमऊ सविता यादव को एक प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि गांव में जल निकासी के लिए बनाई गई नाली पर एक व्यक्ति द्वारा दीवाल बनाकर जल निकासी बंद करने के कारण तालाब का पानी आवागमन के रास्ते के साथ-साथ घरों में भरा हुआ है जिससे जीना दूभर हो गया है। और जलभराव से कभी भी जन और आर्थिक हानि तथा घर गिरी आदि की समस्या हैं। और बताया कि इस गंभीर समस्या से निजात के लिए ग्राम प्रधान को अवगत कराया गया लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा अनसुनी कर जल निकासी की व्यवस्था नहीं कराई गई। जिससे आक्रोश व्यक्त करते हुए ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से जलभराव की समस्या से निजात दिलाने की मांग की है उपजिलाधिकारी डलमऊ सविता यादव ने बताया क्षेत्रीय लेखपाल को मौके पर भेजकर भेजकर जांच कराते हुए जल निकासी की व्यवस्था कराते हुए जलभराव की समस्या से निजात दिलाया जाएगा।