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बगदादी का पीछा करने वाले बेल्जियन मेलिनोइस कुत्ते को क्या चीज खास बनाती है

बगदादी का पीछा करने वाले बेल्जियन मेलिनोइस कुत्ते को क्या चीज खास बनाती है

 

 

भारत में भी एंटी नक्सल ऑपरेशन में बेल्जियन मेलिनोइस का इस्तेमाल किया जाता है. ये पठानकोट ऑपरेशन में भी शामिल थे.

 

नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ घंटों पहले के9 (K9) सैनिक की एक तस्वीर ट्वीट की, जिसने सीरिया के इदलिब में एक अंधेरी और खतरनाक सुरंग के माध्यम से डेल्टा फोर्स के छापे के दौरान आइसिस नेता अबू बकर अल-बगदादी का पीछा किया और अंततः उसे मार डाला

कुत्ते की पहचान अब कॉनन के रूप में की गई है, जो एक बेल्जियन मेलिनोइस है. ऑपरेशन में घायल होने के बाद कॉनन वापस ड्यूटी पर आ गया है.

यह उसी कुत्ते की नस्ल है जिसका उपयोग अमेरिकी नौसेना के जवानों द्वारा 2011 के ऑपरेशन में अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए किया गया था.

अपनी फुर्तीली रफ़्तार, तेज दिमाग और शानदार धीरज और आक्रामकता के लिए जानी जाने वाली बेल्जियन मेलिनोइस दुनिया भर में विशेष बलों और सुरक्षा एजेंसियों के नए पसंदीदा के तौर पर उभरी है. एक जर्मन शेफर्ड के विपरीत, ये कुत्ते अपने छोटे आकार के कारण विमान से पैराशूटिंग और तेज़-रोपिंग के लिए एकदम फिट बैठते हैं.

उनका छोटा कोट गर्म वातावरण वाले इलाकों जैसे कि इराक या अफगानिस्तान के लिए भी आदर्श है. हाल के युद्धों में ये नस्ल इतनी प्रमुख रही है कि वॉशिंगटन एक्जामिनर के अनुसार, उत्तरी कैरोलिना के फेएटविले में स्पेशल ऑपरेशन फोर्स डॉग मेमोरियल में एक बेल्जियन मेलिनोइस की कांस्य प्रतिमा स्थापित की गयी है.

वॉर डॉग: ए सोल्जर्स बेस्ट फ्रेंड (डॉक्युमेंट्री) का निर्देशन करने वाले फिल्मकार देबोराह स्क्रैंटन ने कहा, ‘इन कुत्तों का रैंक उन्हें संभालने वाले से भी एक ज्यादा होता है, इससे पता चलता है कि वो टीम मेंबर के रूप में कितने मूल्यवान हैं. परंपरागत रूप से, कुत्ते एक गैर-कमीशन अधिकारी की रैंक रखते हैं. अमेरिकी सेना के अनुसार, उन्होंने दुर्घटनाओं को रोकने के तरीके के रूप में अपने हैंडलर्स को पछाड़ दिया.

 

कुत्तों की इस नस्ल का इस्तेमाल भारतीय सुरक्षा बल जैसे सीआरपीएफ, कोबरा और आईटीबीपीऔर द्वारा नक्सल विरोधी अभियानों में भी किया जाता है. पठानकोट हमले के दौरान एनएसजी के संचालन का एक हिस्सा कुत्ता भी था जो कि एक आतंकवादी को गिराने में सक्षम हुआ था जिससे सुरक्षा बल उसे आसानी से निशाना बना पाएं.

भारत में बेल्जियन मेलिनोइस

मूलरूप से बेल्जियम से आने वाले मेलिनोइस को हर्डिंग कुत्ते के रूप में जाना जाता है. ये आमतौर पर काले मुखौटे जैसे चेहरे और कानों के साथ भूरे से महोगनी रंगों में पाए जाते हैं. नर की ऊंचाई करीब 24-26 इंच और मादाओं की 22-24 होती है. लिंग के आधार पर इनका वज़न लगभग 20-30 किलोग्राम होता है.

‘हमने पहले जर्मन शेफर्ड और लैब्राडोर का उपयोग किया था. लैब्स को शुद्ध रूप से सूंघने के लिए उपयोग किया जाता था, जबकि जर्मन शेफर्ड का उपयोग आक्रामक कार्यों के लिए भी किया जाता था, ‘डीआईजी एम एल रविंद्र (डॉग ब्रीडिंग एंड ट्रेनिंग स्कूल के प्रमुख) ने  बताया.

सीआरपीएफ ने भारत में पहली बार इस नस्ल को लेकर आई और यह अब लंबे अभियानों में शामिल सुरक्षा बलों की पसंदीदा बन चुकी है.

‘नक्सल इलाकों में हमारा अभियान लंबा है और कई दिनों तक चलता रह सकता है जब जवान घने जंगलों के बीच से मार्च करते हुए निकलते हैं. लैब्राडोर और जर्मन शेफर्ड लगभग 3-4 किमी लगातार चल सकते थे. हालांकि, बेल्जियम मेलिनोइस 30 किमी तक लगातार चल सकते हैं. वे बेहद फुर्तीले और आक्रामक हैं लेकिन जर्मन शेफर्ड की तरह ही कमांड सुनते हैं’ रविंद्र ने बताया.

वर्तमान में सीआरपीएफ द्वारा 553 बेल्जियन मेलिनोइस तैनात किए गए हैं जिनमें से 192 का प्रशिक्षण चल रहा है. डीआईजी ने कहा कि बल इस समय लगभग 500 कुत्तों की कमी का सामना कर रहा है. सीआरपीएफ में कैनाइन इकाइयां कई जानों को बचाने में सक्षम रही हैं क्योंकि वे आम तौर पर एक विस्फोटक पदार्थ (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के बारे में सचेत करने वाले सबसे पहले होते हैं.

आईटीबीपी पंचकूला में अपना खुद का प्रशिक्षण केंद्र भी चलाती है और प्रधानमंत्री के विशेष सुरक्षा समूह सहित कई बलों को आपूर्ति करती है.

 

भारत ने किया साफ- कश्मीर पर शी जिनपिंग से नहीं होगी बात, न कोई समझौता

नई दिल्ली : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 11-12 अक्टूबर को भारत दौरे पर रहेंगे. वह इस दौरान तमिलनाडु के ममलापुरम (महाबलीपुरम) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक करेंगे. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक के लिए 11-12 अक्टूबर को भारत में चेन्नई का दौरा करेंगे.’

दोनों नेताओं के बीच पहली अनौपचारिक शिखर बैठक चीन के वुहान में 27-28 अप्रैल, 2018 को हुई थी.

बयान के अनुसार, ‘चेन्नई में होने जा रही अनौपचारिक शिखर बैठक दोनों नेताओं को द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने और भारत-चीन क्लोजर डेवलपमेंट पार्टनरशिप को और मजबूत करने के संबंध में विचार साझा करने का मंच प्रदान करेगी.’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक के दौरान कश्मीर और संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने के मुद्दों पर कोई बातचीत नहीं होगी, क्योंकि ये मुद्दे भारतीय संविधान और भारत की संप्रभुता से जुड़े हुए हैं. सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी.

उन्होंने कहा, ‘भारत ने (अनुच्छेद 370 पर) अपना रुख बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि यह भारतीय संविधान से संबंधित है, जो हमारी संप्रभुता का मामला है. तो इस पर चर्चा होने का सवाल ही नहीं उठता.’

सूत्रों ने कहा, ‘अगर राष्ट्रपति शी मामले को समझना चाहते हैं तो हम इसे समझाएंगे.’

अनुच्छेद 370 हटाने के बाद लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने और चीन द्वारा इस पर आपत्ति जताने के मुद्दे पर सूत्रों ने कहा कि यह कदम स्थानीय जनता द्वारा और विकास तथा अधिकार देने की मांग पर उठाया गया है.

सूत्रों ने कहा कि चीन को भारत का रुख बता दिया गया है कि उसने बाहरी सीमा में कोई बदलाव नहीं किया है.

सूत्रों ने कहा कि इस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का चीन दौरे पर होने से भारत को फर्क नहीं पड़ता है.

विश्व धरोहर का भ्रमण

तमिलनाडु के ममलापुरम में दोनों नेता यूनेस्को के कुछ विश्व धरोहर स्थलों का भ्रमण करेंगे और कलाक्षेत्र द्वारा प्रस्तुत एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे. चीन के राष्ट्रपति शी, प्रधानमंत्री मोदी से अपनी प्रस्तावित बैठक के लिए 11 अक्टूबर को दोपहर बाद चेन्नई पहुंचेंगे. यह स्थान ममलापुरम से 50 किलोमीटर दूर है.

सूत्रों ने कहा कि दोनों नेता ममलापुरम में शाम को बैठक करेंगे, और प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति जिनपिंग को तटीय शहर में पल्लव शासकों द्वारा निर्मित कुछ ऐतिहासिक धरोहरों पर ले जाएंगे.

उन्होंने कहा कि मोदी चीन के राष्ट्रपति के सम्मान में रात्रिभोज भी देंगे, और दोनों नेता वहां कला क्षेत्र के सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे.

सूत्रों ने बताया कि इसके बाद दोनों नेता 12 अक्टूबर को अपने प्रतिनिधियों के बीच वार्ता के दूसरे चरण में शामिल होंगे, जिसके बाद शी अपराह्न 2 बजे स्वदेश रवाना हो जाएंगे.

दूसरे दिन की वार्ता ताज समूह द्वारा संचालित फिशरमैन्स कोव में होगी.

चूंकि वार्ता अनौपचारिक है तो कोई औपचारिक वार्ता, या किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं होंगे.

वार्ता में भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन की तरफ से जिनपिंग के अलावा चीन के विदेश मंत्री वांग यी शामिल होंगे.

सूत्रों के अनुसार, इतिहास और संस्कृति में दोनों नेताओं की समान रुचि होने के कारण दूसरी अनौपचारिक वार्ता के लिए विश्व विरासत स्थल ममलापुरम को चुना गया है, और ममलापुरम का चीन के साथ भी ऐतिहासिक संबंध है.

जहां प्रधानमंत्री दूसरी अनौपचारिक वार्ता के लिए नई दिल्ली के अलावा किसी और स्थान की इच्छा जता रहे थे, वहीं दोनों पक्ष राष्ट्रीय राजधानी के बाहर ऐसे स्थान की तलाश कर रहे थे, जहां शिखर बैठक की जा सके और जहां का नजदीकी हवाईअड्डा एक बड़े विमान के लिए उपयुक्त हो.

ममलापुरम न सिर्फ बड़ा पर्यटन स्थल है, बल्कि चेन्नई के निकट भी है और यहां चीन के बौद्ध भिक्षु ह्वेन सांग ने भी 17वीं शताब्दी में दौरा किया था.

अनौपचारिक शिखर बैठक के लिए शी के भारत दौरे पर आने से पहले बीजिंग ने मंगलवार को कश्मीर पर नरम रुख अपनाते हुए कहा था कि यह मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत और विचार-विमर्श के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए.

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने इमरान की वर्तमान यात्रा और वार्ता के दौरान कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की संभावना के सवाल पर बीजिंग में कहा, ‘कश्मीर मुद्दे पर चीन का रुख स्पष्ट और वही है.’

उत्तर कोरिया ने परमाणु वार्ता से पहले कम दूरी की कई मिसाइलें दागी

सियोल : उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता से पहले बुधवार को कम दूरी के कई मिसाइल परीक्षण किए, जिनमें से एक मिसाइल जापान के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र के तहत आने वाले जलक्षेत्र में गिरी. सियोल और टोक्यो के सूत्रों ने यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि ये मिसाइलें पूर्वी शहर वॉनसन से प्रक्षेपित की गईं. जापान सरकार ने इनके बैलेस्टिक मिसाइल होने की संभावना व्यक्त की है. 5 अक्तूबर को दोनों देशों के बीच परमाणु वार्ता होनी है.

स्थानीय न्यूज एजेंसी योनहाप के बयान के अनुसार, जेसीएस ने मिसाइलों के प्रकार, ट्रैजेक्टरी या उनकी रेंज के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.

इस नए परीक्षण की पुष्टि जापान के आधिकारिक सूत्रों ने भी की है.

जापानी सरकार के एक प्रवक्ता योशीहिदे सुगा ने संवाददाताओं से कहा कि कम से कम दो परीक्षण किए गए और उनमें से एक जापान के ईईजेड के भीतर दक्षिण-पश्चिमी शिमाने प्रांत में गिरा.

सुगा के अनुसार, पहला परीक्षण स्थानीय समयानुसार सुबह 7.17 बजे हुआ, वहीं ईईजेड में गिरी मिसाइल इसके 10 मिनट बाद प्रक्षेपित की गई.

ये परीक्षण ऐसे समय में हुए हैं जब प्योंगयांग ने घोषणा की है कि वह जल्द ही कोरियाई प्रायाद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त करने के मुद्दे पर अमेरिका से वार्ता बहाल करेगा.

उत्तर कोरिया की एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को दोनों देशों के प्रारंभिक रणनीतिक वार्ता के बाद शनिवार को वार्ता बहाल हो जाएगी. उन्होंने हालांकि इस वार्ता के लिए नियत स्थान की जानकारी नहीं दी.

भूकंप से पीओके में बड़ा नुकसान, दिल्ली-एनसीआर भी हिला

नई दिल्ली : जम्मू एवं कश्मीर के पास भारत-पाकिस्तान सीमा पर रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता के भूकंप के बाद दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भी मंगलवार शाम भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. मौसम विभाग के अनुसार, कश्मीर के पास भारत-पाकिस्तान सीमा पर शाम 4.31 बजे 6.3 रेक्टर स्केल की तीव्रता का भूकंप आया.

इसके बाद दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, कश्मीर और उत्तराखंड में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए.

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीओके के मीरपुर में भूकंप के चलते 8 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल है.

शिमला के मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने आईएएनएस से कहा, ‘रिक्टर स्केल पर 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके शाम 4.31 बजे कुछ सेकेंड के लिए महसूस किए गए.

अभी तक किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.

 

यादें संजोने के लिए ले ली समुद्र की रेत तो जेल जाने की हो गयी तैयारी 

देशदुनिया - अगर आप समुद्र तट का नजारा लेने गए हैं और आपने यादों को संजोने के लिए मुट्ठी भर रेत भी ले ली तो आपको जेल भी जाना पड़ सकता है, जी हाँ हम बात कर रहे हैं इटली में स्थित समुद्र तट की जहाँ पर एक शख्स को समुद्री रेत ले जाना इतना महंगा पड़ा कि उसको जेल जाने की नौबत तक आ गयी है, दरअसल इटली में समुद्र तट पाए घूमने आये एक फ्रांस के प्रेमी युगल ने तट पर यादगार के तौर पर रेत उठा ली अब इसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। इटली की पुलिस द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार दंपति ने चिया समुद्र तट के पास से करीब 90 पाउंड रेत (करीब 40 किलो) 14 बोतलों में बघार ली थी, बताते चलें कि यहाँ की रेत की प्रसिद्ध सफेद रेत कानून द्वारा संरक्षित है, इसकी बड़ी कालाबाजारी भी होती है। दंपति ने पुलिस को बताया कि उन्हें इस बात का अहसास नहीं था कि यह अपराध है और वह रेत को अपनी यात्रा के याद के तौर पर घर ले जाना चाहते थे, पुलिस ने रूटीन चेकिंग के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया, अधिकारियों ने 14 बोतलों में भरी रेत बरामद की। बीबीसी.काम की रिपोर्ट के मुताबिक़ दम्पति को छह साल की जेल और 3,300 डॉलर (2,36,156.25 रुपए) के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। एक इतालवी पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस तरह की चोरी आम है, और सार्डिनिया के समुद्र तटों से सफेद रेत और चट्टानें अवैध रूप से ऑनलाइन बेची जाती हैं। अधिकारी ने कहा, 'सार्डिनिया के लोग शेल और रेत चोरी करने वाले पर्यटकों से बहुत नाराज हैं, क्योंकि यह वातावरण को भी खतरे में डालती है.' आमतौर पर, अपराधी हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच में पकड़े जाते हैं। इस तरह की घटना से दम्पत्ति भी परेशान हैं उनका मानना है  कि यह सब गलती से हो गया है। 

भारत के साथ 15 अगस्त को ये देश भी मनाते हैं स्वतंत्रता दिवस 

न्यूजडेस्क - सम्पूर्ण भारत 15 अगस्त को आजादी की 73वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है, मगर भारत के साथ कई अन्य देश भी हैं जो 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। भारत के अलावा 5 ऐसे अन्य देश भी हैं जो 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, 15 अगस्त को बहरीन, कांगो, लिकटेंस्टीन, नार्थ कोरिया, साउथ कोरिया, को भी आजादी मिली थी, इसलिए यह देश अपना स्वतंत्रता दिवस भारत की तरह 15 अगस्त को मनाते हैं।

साउथ कोरिया 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है,15 अगस्त 1945 को साउथ कोरिया ने जापान से आजादी हासिल की थी, यूएस और सोवियत फोर्सेज ने कोरिया को जापान के कब्जे से बाहर निकाला था, इस दिन साउथ कोरिया के लोग नेशनल हॉलीडे के तौर पर मनाते हैं.  

साउथ कोरिया की तरह नॉर्थ कोरिया भी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाता है, दोनों देश 15 अगस्त 1945 को जापान के कब्जे से मुक्त हुए थे, नॉर्थ कोरिया 15 अगस्त को नेशनल हॉलीडे के तौर पर मनाता है, छुट्टी का दिन होने की वजह से इसी दिन यहां शादी करने की परंपरा चल पड़ी है.

15 अगस्त 1971 को बहरीन ने ब्रिटेन से आजादी हासिल की थी,  हालांकि ब्रिटिश फौजें 1960 के दशक से ही बहरीन को छोड़ने लगी थी, 15 अगस्त को बहरीन और ब्रिटेन के बीच एक ट्रीटी हुई थी, जिसके बाद बहरीन ने आजाद देश के तौर पर ब्रिटेन के साथ अपने संबंध रखे, हालांकि बहरीन अपना नेशनल हॉलीडे 16 दिसंबर को मनाता है , इस दिन बहरीन के शासक इसा बिन सलमान अल खलीफा ने बहरीन की गद्दी हासिल की थी।   

कॉन्गो 15 अगस्त 1960 को अफ्रीका का ये देश फ्रांस के चंगुल से आजाद हुआ था, उसके बाद ये रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो बना, 1880 से कॉन्गो पर फ्रांस का कब्जा था, इसे फ्रेंच कॉन्गो के तौर पर जाना जाता था, उसके बाद 1903 में ये मिडिल कॉन्गो बना। 

 लिकटेंस्टीन ने 15 अगस्त 1866 को जर्मनी से आजादी हासिल की थी, 1940 से ये 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मना रहा है,ये दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक है। 

आखिरकार दिल्ली पहुँच गयी समझौता एक्सप्रेस 

दिल्ली - कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद वाघा बार्डर पर रोके गयी समझौता एक्सप्रेस आखिरकार दिल्ली पहुँच गयी है, यह ट्रेन निर्धारित समय के चार घंटे तीस मिनट की देरी से दिल्ली स्टेशन पर पहुंची है। गुटुवार को वाघा बार्डर पर रोकी गयी समझौता एक्सप्रेस शुक्रवार सुबह लगभग पांच बजकर आठ मिनट पर 117 यात्रियों के साथ पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुँच गयी है। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 (Article-370) खत्म होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच गर्मा-गर्मी बढ़ गई है, इसका असर भारत-पाक के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस पर भी पड़ा है। रेलवे ने बताया कि ट्रेन को अटारी रेलवे स्टेशन पर छोड़कर पाकिस्तानी ड्राइवर और गाइड वापस लौट गए थे, भारत की तरफ से ट्रेन को वाघा बॉर्डर से अटारी बॉर्डर तक लाने के लिए अपना इंजन, क्रू मेंबर और सिक्योरिटी गार्ड्स भेजने पड़े, कुछ औपचारिकताएं पूरा करने में थोड़ा समय लगा जिसके कारण ट्रेन को यहां पहुंचने में देरी हुई। पाकिस्तानी प्राधिकारियों ने सुरक्षा के चलते गुरूवार को वाघा सीमा पर ट्रेन रोक दी थी और यात्री वहां फंसे रहे। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय चालक दल के सदस्यों के साथ ट्रेन अटारी पहुंची जिसमें 48 पाकिस्तानियों समेत 117 यात्री थे, इसके बाद यह ट्रेन दिल्ली की ओर बढ़ी, उन्होंने बताया कि दिल्ली जाने वाली इस ट्रेन को रात आठ बजे रवाना होना था लेकिन इसमें देरी हो गई जिसके कारण ट्रेन यहां देरी से पहुंची। ट्रेन दिल्ली से बुधवार और रविवार को रवाना होती है, ट्रेन का दिल्ली से रवाना होने का अगला निर्धारित दिन रविवार है,  इसी दिन स्पष्ट होगा कि भारत की ओर इसे रद्द किया गया है या नहीं, फिलहाल यह ट्रेन भारत पहुँच जाने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली है। 

अब इसलिए पाकिस्तान में मचा हुआ है हाहाकर 

न्यूजडेस्क - पाकिस्तान में भीषण महंगाई के चलते हाहाकार मचा हुआ है, पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों के बाद अब वहां पर सोने की कीमतें भी उचच स्टार पर पहुंच गयी हैं, शुक्रवार से अब तक सोने की कीमतों में 1750 पाकिस्तानी रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। किसी भी देश में आम नागरिकों के लिए बढ़ती महंगाई को झेलना सबसे ज्यादा परेशानी देने वाला होता है, अगर ये महंगाई वेनेजुएला और जिम्बाब्बे जैसे देशों की तरह से हजार फीसदी पर पहुंच जाए तो किसी भी देश की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी, महंगाई तब और भी ज्यादा खतरनाक हो जाती है जब कोई देश भयानक कर्ज में डूबा हो, कुछ ऐसे ही हालत इस वक्त पाकिस्तान के है, महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस समय बिल्कुल बेबस नजर आ रहे है, पेट्रोल डीजल के बाद अब देश में सोने की कीमतें अब तक सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। भारत के मुकाबले दोगुनी हुई पाकिस्तान में कीमत प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत जहां भारत में 37920 रुपये प्रति दस ग्राम है वहीं पाकिस्तान में इस समय सोने की कीमत 86,250 पाकिस्तानी रुपये प्रति दस ग्राम है,  पाकिस्तान की वेबसाइट डॉन में छपी खबर में बताया गया है कि दुनियाभर में सोने की कीमतें बढ़ने का असर पाकिस्तान पर है, पाकिस्तानी रुपये की कमजोरी का असर भी सोने की कीमतों पर है, विदित हो कि आर्टिकल 370 हटाने के बाद बौखलाए पाक ने भारत के साथ व्यापार बंद क्र दिया है, और दोनों देशों के मध्य चलने वाली समझौता एक्सप्रेस को भी बंद करने का निर्णय लिया है, इससे पाकिस्तान के आसार और भी बिगड़ने वाले हैं। 

यहाँ पुलिस हेडक्वार्टर के पास हुआ भीषण बम धमाका

न्यूजडेस्क - अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार सुबह पुलिस मुख्यालय से चंद्र कदम की दूरी पर हुए भीष्ण धमाके में सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विस्फोट इतना भीषण था कि घटनास्थल से काफी दूर तक आसमान में सिर्फ धुंए की चादर तक दिख रही थी और दुकानों के शीशे भी टूट गए थे। इन धमाकों में 95 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है, धमाके की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है, घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है, धमाकों के मारे में जानकारी जुटाई जा रही है। 
अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने बताया कि विस्फोट पश्चिमी काबुल में स्थानीय समयानुसार सुबह करीब नौ बजे हुआ, अभी तक मिली जानकारी के अनुसार धमाका किसी गाड़ी से किया गया है, धमाका इतना तेज था कि कई किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी, धमाके की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, बताया जाता है कि धमाके में 95 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 
विदित हो कि कुछ दिन पूर्व ही काबुल में ही काबुल विश्वविद्यालय के पास धमाके की खबर आई थी, इस धमाके में दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि दस लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे, स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिदुल्लाह मायर ने टोलो न्यूज के हवाले से जानकारी दी थी कि धमाका काफी तेज था,
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में दस दिन पहले एक साथ तीन बम धमाकों किए गए थे,इन धमाकों में पांच लोग मारे गए थे जबकि दस लोग घायल हुए थे. इससे पहले हुए धमाकों पर नजर दौड़ाएं तो ज्यादातर धमाके वाहनों के जरिए किए जाते रहे हैं. सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और जांच की जा रही है, सुरक्षाबल भी पूरी चौकसी बरत रहे हैं। 

इन राज्यों में मौसम विभाग ने दी भारी बारिश की चेतावनी

नईदिल्ली - देश के कई राज्यों में भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए भारी बारिश का अनुमान लगाया है,  मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 5 अगस्त के देश कुछ हिस्सों में भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश हो सकती है, 2 अगस्त को दिल्ली में भारी बारिश की संभावना है, 4 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बनने की उम्मीद है, अगले 3-4 दिन में हिमालयन रीजन, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जमकर बारिश की आशंका जताई जा रही हैं। पूर्व में भारी बारिश के चलते वडोदरा के कई इलाकों में रात से बिजली काट दी गई थी, वहीं रात में वडोदरा एयरपोर्ट भी बंद करना पड़ा है, मौसम विभाग ने आज गुजरात के कुछ इलाकों और पूर्वी राजस्थान में भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक जुलाई के महीने में सामान्य से अधिक बारिश हुई जिससे देश के कई हिस्सों में काफी राहत मिली है, जुलाई में सामान्य अनुमान के 285.3 मिलीमीटर के मुकाबले 298.3 मिलीमीटर बारिश हुई, आईएमडी ने कहा कि अगले दो सप्ताह में भी अच्छी बारिश होने की संभावना है और बारिश के उसके आकलन में नौ फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है, जुलाई में सामान्य से पांच फीसदी अधिक लॉन्ग पीरियड एवरेज (एलपीए) की 105 प्रतिशत बारिश हुई. आईएमडी ने 95 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान जताया था। हालांकि, झारखंड, कर्नाटक के दक्षिण हिस्सों, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के रायससीमा क्षेत्र, अंडमान और निकोबार द्वीप, हिमाचल प्रदेश, गांगेय पश्चिम बंगाल में जुलाई में सामान्य से कम बारिश हुई, बिहार, असम, तटीय महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई. जून में एलपीए की 87 फीसदी बारिश दर्ज की गई। इस साल मानसून केरल में एक सप्ताह की देरी से आठ जून को पहुंचा था, उसकी शुरुआत धीमी रही और 19 जुलाई को चार दिन की देरी से वह पूरे देश में पहुंच गया, भारत में बारिश के आधिकारिक मौसम जून से सितंबर तक होते हैं. आगामी दो महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की इस चेतावनी के बाद सभी राज्य इस बार बारिश से निपटने के लिए एलर्ट हो गए हैं।