News Plus

आदित्य सिंह जघन्य हत्याकांड में शामिल दो फ़रार अभियुक्त गिरफ्तार

आदित्य सिंह जघन्य हत्याकांड में शामिल दो फ़रार अभियुक्त गिरफ्तार

 

सोमू ढाबा का मैनेजर व वेटर गिरफ्तार, वायरल फुटेज से हुई थी पहचान

 

रायबरेली- आदित्य सिंह जघन्य हत्याकांड में शामिल फ़रार अभियुक्तों की धरपकड़ का प्रयास पुलिस कर रही है  सर्किल अफसर विनीत सिंह के नेतृत्व व प्रभारी निरीक्षक थाना हरचंदपुर राजकुमार सिंह के प्रयासों से पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी जब आज मुखबिर के द्वारा पुलिस को सूचना मिली कि आदित्य सिंह हत्याकांड में शामिल मैनेजर व वेटर कहीं जाने की फिराक में रेलवे स्टेशन रायबरेली के गेट नंबर 1 पर खड़े  है. पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए दोनों अभियुक्तों को धर दबोचा। स्थानीय किरण हाल में खुलासा करते हुए सर्किल अफसर महाराजगंज विनीत सिंह ने बताया मुकदमा संख्या 366/ 19 मे वांछित अभियुक्त अतुल तिवारी पुत्र स्वर्गीय रमेश चंद्र तिवारी निवासी शोरा गंगागंज थाना हरचंदपुर रायबरेली हाल का पता मकान E- 162 इंदिरा नगर थाना कोतवाली नगर जनपद रायबरेली। 2. सचिन कुमार सोनी उर्फ पवन सोनी पुत्र चंद्र प्रकाश सोनी निवासी अवध ग्रामीण बैंक कस्बा संडीला थाना संडीला जनपद हरदोई हाल का पता काशीराम कॉलोनी थाना मिल एरिया जनपद रायबरेली को गिरफ्तार कर लिया गया है। सीओ विनीत सिंह ने यह भी बताया अन्य अभियुक्तों की धरपकड़ का प्रयास किया जा रहा है टीमें अलग-अलग जगहों पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है इनामी अभियुक्त भी  जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा।गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक हरचंदपुर राजकुमार सिंह जनपद रायबरेली, अरविंद कुमार मौर्या थाना हरचंदपुर जनपद रायबरेली, आरक्षी रामप्रवेश चौहान थाना हरचंदपुर रायबरेली शामिल थे।

 

जब रोड पर भटकती मिली बच्ची

न्यूज़ डेस्क हेड

रायबरेली- सदर कोतवाली क्षेत्र के चंपा देवी पुल पर एक  नाबालिक  बच्ची  को स्थानीय लोगो ने घूमते देखा लोगो ने उससे उसका नाम पता जानने की कोशिश की लेकिन वो बोलने में असमर्थ थी जिस वजह से उसका नाम पता नही पता चल सका जिसके बाद लोगो ने इसकी सूचना महिला एवं बाल विकास विभाग व पुलिस को दी जिसके बाद सूचना पर पहुँची टीम ने बच्चे को अपनी कस्टडी में लिया। बच्ची की उम्र 7 वर्षीय बताई जा रही है वही महिला पुलिसकर्मियों ने बच्ची का मेडिकल कराने के लिए अस्पताल ले गई है वही पुलिस बच्ची का पता जानने की कोशिश कर रही है ताकि अगर कुछ पता चलता है तो उसको उसके परिजन तक पहुचाया जा सके।
अनुज मौर्य रिपोर्ट

घर से फसल की रखवाली करने निकले अधेड़ का शव मिलने से मचा हड़कम्प

अंगद राही / विपिन पांडेय

रायबरेली। खेत में खड़ी धान की फसल को छुट्टा मवेशियों से बचाने के लिए शाम को फसल की रखवाली करने गए अधेड़ कृषक का सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में पुआल पर पड़ा शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। घटना शिवगढ़ थाना क्षेत्र के रघुनाथ खेड़ा मजरे असहन जगतपुर की है। लंबे समय से ससुराल में रह रहा 45 वर्षीय हरिश्चंद्र मंगलवार की शाम को खाना खा पीकर घर से फसल की रखवाली करने के लिए खेत गए था। जिसके सुबह तक वापस न लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू कर दी। परिजन हरिश्चंद्र को ढूंढते हुए सुबह जब खेत पहुंचे तो हरिश्चंद्र का शव पुआल पर पड़ा मिला। जिसकी खबर से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जिसकी खबर कुछ ही पलों में पूरे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई। घटनास्थल पर लोगों का मजमा लग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। हरिश्चंद्र मूल रूप से बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पोखरा गांव का रहने वाला था जिसको ससुर की संपत्ति मिली थी। हरिश्चंद्र शादी के बाद से अपनी ससुराल रघुनाथ खेड़ा मजरे असहन जगतपुर में रह रहा था। अधेड़ की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हरिश्चंद्र की मौत के पीछे ग्रामीणों द्वारा तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। अधेड़ की मौत के कारणों का पता नहीं लग पाया है। थाना अध्यक्ष अजीत कुमार विद्यार्थी का कहना है कि शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की असल वजह सामने आ पाएगी।

जानलेवा हमले में एक ही परिवार के 4 लोग गंभीर रूप से घायल

रायबरेली। पुरानी रंजिश को लेकर आज शाम 6 बजे खेत में धान की कटाई कर एक पक्ष पर दूसरे पक्ष आधा दर्जन से अधिक लोगों ने लाठी-डंडों से जानलेवा हमला कर दिया जिसमें खेत में काम कर रहे एक ही परिवार के दो पुरुष व 2 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई। जिनका शिवगढ़ सीएचसी में इलाज चल रहा है। जानकारी के मुताबिक थाना क्षेत्र के बेसनगढ़ी मजरे पडिरा कला में शाम 6 बजे रामबरन (35) , उसकी पत्नी लीलावती (32)  मां रामपति (65) व भाई रमेश 30 खेत में काम कर रहे थे तभी पुरानी रंजिश को लेकर विपक्षी रामआसरे, श्रवण कुमार, पवन कुमार ,धर्मेंद्र, सुशील, सत्यनारायण आदि लोगों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया जिसमें एक ही पक्ष के रामबरन (35) ,लीलावती (32), रामपति (65), रमेश (30) वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गए घायलों को एंबुलेंस से शिवगढ़ सीएचसी लाया गया जहां पर घायलों का इलाज चल रहा है इस बारे में थाना प्रभारी अजीत कुमार विद्यार्थी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा अभी तक किसी तरह की तहरीर नहीं मिली है तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत मचा हड़कंप

दीपचंद मिश्रा

रायबरेली। बछरावां थाना क्षेत्र अंतर्गत महारानी खेड़ा मजरे शेखपुर समोधा में संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत की  खबर से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ससुराली जनोंं  के मुताबिक विष्णुदेई उर्फ आशा पुत्री तुलसीराम उम्र लगभग 22 वर्ष निवासी शाहपुर लोनी कटरा जनपद बाराबंकी का विवाह फरवरी 2017 में विनोद कुमार पुत्र शिवकुमार निवासी महारानी खेड़ा शेखपुर समोधा से हुआ था ,आए दिन घर में खाना बनाने को लेकर कहासुनी हुआ करती थी आज भी वही हुआ  कहासुनी यहां तक पहुंच जाएगी शायद किसी को मालूम न था आज सुबह करीब 10 बजे जब पति विनोद कुमार और उसका पिता एवं उसका बड़ा भाई दीपू अपने अपने काम पर चले गए घर में सास सरस्वती व जेठानी बची तब विवाहिता आशा ने रस्सी के फंदे को कमरे की छत में फंसा कर अपने आप को मौत के हवाले कर दिया । वहीं मृतका के चाचा के मुताबिक जब से विवाह हुआ है तब से आए दिन बेटी की यह शिकायत आती रहती थी इनके घर में मांस बनता है और मांस के जूठे  बर्तन उससे धुलाए जाते हैं जो बर्तन धोने से इंकार करती थी क्योंकि वहां  शाकाहारी थी। जिसको लेकर मारपीट भी करते थे और प्रताड़ना भी देते थे कई बार समझौता हुआ लेकिन कहानी यहां पर आकर खत्म होगी किसी को मालूम न था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। थानाध्यक्ष पंकज तिवारी का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

तीस हजारी अदालत में पुलिसकर्मियों, वकीलों के बीच झड़प, गाड़ी को जलाया

तीस हजारी अदालत में पुलिसकर्मियों, वकीलों के बीच झड़प, गाड़ी को जलाया

 

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पार्किंग के मुद्दे पर कुछ वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच बहस होने के बाद घटना ने गंभीर रूप अख्तियार कर लिया.

 

नई दिल्ली : तीस हजारी अदालत परिसर में शनिवार दोपहर वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गयी. इस दौरान पुलिस के एक वाहन में आग लगा दी गयी. अधिकारियों ने इस बारे में बताया.

वकीलों ने आरोप लगाया कि उनके दो सहयोगी घायल हो गए. इसमें एक पुलिस की गोलीबारी में घायल हुआ. हालांकि, पुलिस ने इनकार किया कि उसने गोली चलायी.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पार्किंग के मुद्दे पर कुछ वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच बहस होने के बाद घटना ने गंभीर रूप अख्तियार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि झड़प के दौरान एक वाहन में आग लगा दी गयी. दमकल विभाग ने मौके पर 10 गाड़ियों को भेजा है.

वहीं, घायल वकीलों को सेंट स्टीफन अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

बहरहाल, अदालत परिसर के द्वार के सामने बैठकर प्रदर्शन करते हुए वकीलों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घटना के दौरान गोली चलायी और इसमें संलिप्त कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ )

आदित्य सिंह हत्याकांड में फरार अभियुक्तों पर 25-25 का इनाम घोषित

आदित्य सिंह हत्याकांड में फरार अभियुक्तों पर 25-25 का इनाम घोषित

 

परिजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का किया घेराव, एसपी ने कहा 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लेंगे

 

रायबरेली- जनपद के सबसे निर्मम रवि सिंह उर्फ आदित्य हत्याकांड में फरार चल रहे अभियुक्तों को लेकर आज फिर परिजनों का सब्र टूटा और वह सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे वहां पर उन्होंने नारेबाजी की और न्याय के लिए पुलिस अधीक्षक से मिलकर जल्द कार्रवाई करने की बात कही। परिजनों व ग्रामीणों ने मुख्य आरोपी ढाबा मालिक सुरेश यादव के बेटे व उसके साथी की गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जताई है। पुलिस द्वारा 25-25 का इनाम घोषित किया गया है। पूरे मामले को संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने फरार आरोपियों पर इनाम घोषित कर दिया है और परिजनों से मुलाकात कर फरार आरोपियों को 48 घंटे में गिरफ्तारी की बात कही है।

 

सनद रहे बीते 9 अक्टूबर को महाराजगंज थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर निवासी आदित्य सिंह उर्फ रवि अपने दोस्तों के साथ रतापुर स्थित सोमू ढाबे में खाना खाने गए थे यहां खाने को लेकर युवकों और ढाबा संचालक सुरेश यादव व अर्कित यादव के बीच झड़प हुई थी मामला तूल पकड़ा और सभी ढाबा कर्मचारियों ने मिलकर लाठी-डंडे और सरियों से पिटाई शुरू कर दी जिसका सीसीटीवी फुटेज की पुलिस के हाथ लगा था।

 

पूरे प्रकरण में लचर पुलिसिया कार्यशैली से नाराज हैं परिजन

 

जिस तरह से पहले न्याय के लिए जनता को सड़कों पर आना पड़ा उसके बाद कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और आज भी मुख्य आरोपी व अन्य फरार हैं टूटते सब्र के बीच परिजनों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए तथा उन्होंने साफ कह दिया रायबरेली पुलिस विभाग के अधिकारी पूरे मामले को रफा-दफा करना चाह रहे हैं यदि समय रहते हमें न्याय नहीं मिलेगा तो हम धरना प्रदर्शन करेंगे। परिजनों के संग ग्रामीण भी पहुंचे थे हालांकि एक बार फिर पुलिस अधीक्षक नहीं कार्यवाही का भरोसा दिया है अब देखना होगा फरार आरोपियों की गिरफ्तारी कब तक की जाती है? 

 

 

 

कठुआ मामले में जम्मू-कश्मीर की कोर्ट का एसआईटी के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर का निर्देश

कठुआ मामले में जम्मू-कश्मीर की कोर्ट का एसआईटी के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर का निर्देश

 

अदालत ने पुलिस को एसआईटी के उन छह सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया जिन्होंने कठुआ के एक गांव में आठ वर्षीय बालिका के साथ बलात्कार और हत्या मामले की जांच की थी.

 

जम्मू : जम्मू कश्मीर की एक अदालत ने कठुआ में 2018 में एक बालिका के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) के छह सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का मंगलवार को पुलिस को निर्देश दिया.

अदालत ने पुलिस को एसआईटी के उन छह सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया जिन्होंने कठुआ के एक गांव में आठ वर्षीय बालिका के साथ बलात्कार और हत्या मामले की जांच की थी तथा गवाहों को झूठे बयान देने के लिए कथित तौर पर उनका उत्पीड़न किया था और उन्हें विवश किया.

 

न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रेम सागर ने मामले के गवाहों सचिन शर्मा, नीरज शर्मा और साहिल शर्मा की एक याचिका पर जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को निर्देश देते हुए कहा कि इन छह लोगों के खिलाफ संज्ञेय अपराध बनता है.

अदालत ने तत्कालीन एसएसपी आर के जल्ला (अब सेवानिवृत्त), एएसपी पीरजादा नाविद, पुलिस उपाधीक्षकों शतम्बरी शर्मा और निसार हुसैन, पुलिस की अपराध शाखा के उप निरीक्षक उर्फन वानी और केवल किशोर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया और जम्मू के एसएसपी से 11 नवम्बर को मामले की अगली सुनवाई पर अनुपालन रिपोर्ट देने को कहा.

जिला एवं सत्र न्यायाधीश तेजविंदर सिंह ने इस वर्ष जून में तीन मुख्य आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी जबकि मामले में सबूत मिटाने के लिए अन्य तीन को पांच वर्ष जेल की सजा सुनाई थी. उच्चतम न्यायालय के आदेश पर मामले की सुनवाई को पंजाब में पठानकोट स्थानांतरित कर दिया गया था.

भाजपा ने आरोपियों के समर्थन में एक रैली में हिस्सा लेने के लिए राज्य के अपने दो मंत्रियों चौधरी लाल सिंह और चन्द्र प्रकाश गंगा को बर्खास्त कर दिया था. कठुआ मामले में दाखिल किए गए आरोप पत्र के अनुसार बालिका का 10 जनवरी, 2018 को अपहरण किया गया और उसके साथ बलात्कार किया गया. बाद में उसकी हत्या कर दी गई.

 

कमलेश तिवारी हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े, यूपी पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया

कमलेश तिवारी हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े, यूपी पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया

 

पुलिस ने हत्या में शामिल ​तीन लोगों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, उप्र के ​बिजनौर से मौलाना अनवारुल हक और मौलाना नईम कासनी को भी पकड़ लिया गया है.

 

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के मुखिया कमलेश तिवारी हत्याकांड का उत्तर प्रदेश पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या में शामिल ​तीन लोगों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के ​बिजनौर जिले से इस घटना में शामिल मौलाना अनवारुल हक और मौलाना नईम कासनी को भी पकड़ लिया गया है.

उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में प्रेसवार्ता में कहा कि गुजरात पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. यह तीनों आरोपी हत्याकांड में शामिल थे. सिंह ने बताया कि यूपी पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि 2015 के हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी ने विवादित बयान दिया था.

इसी बयान के कारण आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि इस घटना में फिलहाल किसी भी आंतकी संगठन के शामिल होने के कोई भी साक्ष्य नहीं मिले है.

डीजीपी ने कहा कि घटनास्थल से जांच के दौरान मिठाई के डिब्बे बरामद हुए थे. इससे पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले. इससे आरोपियों तक पहुंचा जा सका. उन्होंने कहा कि 2015 में कमलेश ने कुछ विवादित बयान दिया था.

 

डीजीपी ओम प्रकाश सिंह के मुताबिक इस घटना के तार गुजरात से जुड़े है. सूरत से मौलाना मोसिल सलीम शेख, रशीद और फैजान जिलानी को गिरफ्तारी की गई है. इनके अलावा कुछ अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में पूछताछ के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है.

कोतवाली क्षेत्र रायबरेली में अवैध मिट्टी खनन चरम पर, खनन माफियाओं का बोलबाला

कोतवाली क्षेत्र रायबरेली में अवैध मिट्टी खनन चरम पर, खनन माफियाओं का बोलबाला

 

तेजी से गुजरते हैं ट्रैक्टर ट्राली किसी भी समय हो सकता है बड़ा हादसा

 

रायबरेली- कोतवाली क्षेत्र के गोरा बाजार इलाके में इस समय अवैध खनन का कार्य जोरों पर है खनन माफियाओं का बोलबाला है या तो वह पुलिस की शरण में काम कर रहे हैं या फिर बेलगाम खनन माफिया मिट्टी खनन का काम करा रहे हैं। ऐसे में जब ट्रैक्टर ट्राली बेलगाम रफ्तार से सिविल लाइन समेत अन्य इलाकों में भी अवैध मिट्टी ढुलाई का काम करते हैं। किसी भी समय आम जनता के साथ बड़ा हादसा हो सकता है  मीडिया के कैमरों से बचने के लिए किस तरीके से ट्रैक्टर चलाए जाते हैं उनकी रफ्तार इस कदर रहती है वह किसी समय जानलेवा हो सकती है। पुलिस अधीक्षक का आवास भी चंद कदम दूर पर स्थित है फिर भी जिस तरह से संबंधित थाने की पुलिस मिलीभगत से अवैध काम करा रही है वह संदेहास्पद है। जब एक और डायल हंड्रेड समेत पुलिस की अन्य टीमें शहर भर में 24 घंटे निगरानी रखती हैं तो भला कैसे अवैध खनन माफिया जिले में अपना उत्पात मचाए।

 

रवि सिंह हत्याकांड के बाद भी सबक नहीं ले रही है पुलिस बेलगाम हैं अपराधी

 

जिस तरह से सोमू ढाबा में अक्सर मारपीट की शिकायतें आ रही थी लेकिन मिल एरिया पुलिस सभी बातों को नजरअंदाज कर रही थी और सुलह समझौता तक सीमित थी। आखिर में गैंग के सदस्य बेलगाम हो गए और उन्होंने एक नौजवान युवक की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। बाद में जब पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल उठे प्रदर्शन हुआ तो कुछ अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है बाकी मुख्य अभियुक्तों की धरपकड़ के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। उसी तरह अब कोतवाली क्षेत्र में जिस तरह से खनन माफियाओं का आतंक है वह किसी ना किसी दिन बड़ी घटना में तब्दील होगा और क्या उसका जिम्मेदार पुलिस विभाग होगा? घटनाओं से सबक नहीं ले रही है रायबरेली पुलिस अवैध काम अभी हो रहे हैं संचालित यदि समय रहते पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही नहीं की तो यह खनन माफिया पुलिस की किरकिरी करा कर ही मानेंगे।

 

 

चौकी इंचार्ज बेबस तो क्या कोतवाली की मिलीभगत से संचालित हो रहा है अवैध मिट्टी खनन?

 

अवैध मिट्टी खनन के विषय में जब चौकी इंचार्ज से बात की गई तो उन्होंने अपनी बेबसी का इजहार किया। इसका मतलब यह साफ है अवैध मिट्टी खनन का काम चौकी स्तर से नहीं यह कोतवाली स्तर से संचालित है और इसमें भूमिका किसकी है इसकी भी जांच होनी चाहिए!