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व्यवहारिक ज्ञान पढ़ाई से संभव नहीं पटेल ने कहा अब भी प्राइमरी शिक्षकों पर सबसे अधिक भरोसा

आनंदीबेन पटेल ने कहा अब भी प्राइमरी शिक्षकों पर सबसे अधिक भरोसा

 

एक दिवसीय दौरे पर बुधवार को सुल्तानपुर पहुंची थीं

 

कहा- एक समय लोग खत भी शिक्षकों से ही पढ़वाते थे

 

सुल्तानपुर:-उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को कहा कि अब भी सबसे अधिक भरोसा प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों पर है। पहले जमाने में लोग आने वाले खत उन्हीं से पढ़ाते थे। आनंदीबेन पटेल प्राथमिक विद्यालयों के उत्थान और नौनिहालों के भविष्य निर्माण को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने एक दिवसीय दौरे पर पहुंची थी।

 

व्यवहारिक ज्ञान पढ़ाई से संभव नहीं

 

आनंदीबेन ने कहा कि पहले लोग दादा दादी के नाम पर लोग कालेज चला देते थे और गुप्त दान करते थे। उन्होंने कहा बच्चों को टूर कराएं , गांव और आसपास की बेहतरीन चीज दिखाइए। इसके लिए निजी स्कूलों के संचालक अपनी बसें दे सकते हैं। सप्ताह में एक दिन सरकारी स्कूलों के बच्चों को टूर के लिए। साथ साथ नाश्ता भी दें यही सहयोग है। टूर से बच्चों को मिलता व्यावहारिक ज्ञान, जो पढ़ाई से संभव नहीं। परस्पर सहयोगी से टूटती है जाति की दीवारराज्यपाल ने कहा कि बच्चों के परस्पर संपर्क से जाति की दीवार टूटती है। उन्होंने कहा स्कूलों में जन सहयोग का कार्य देश में जगह जगह शुरू हुआ है, ये सार्थक संकेत है। जब तक पूरा गांव नहीं जुड़ेगा ग्रामीण जिम्मेदारी नहीं लेंगे तब तक काम नहीं बनेगा। उन्होंने ये भी कहा कि जब तक स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे नौनिहालों की प्रतिस्पर्धा नहीं निखरेगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए बच्चों में विशिष्टता की पहचान होती है।

जब ग्रामीणों ने नहर में देखी ऐसी चीज लोगो का उसे देखने का लगा तांता


डेस्क हेड
रायबरेली
आज भदोखर थाना क्षेत्र के भटपुरवा स्थित नहर पुल के पास नहर में कुछ लोगों ने एक घड़ियाल को देखा।घड़ियाल दिखाई देने की सूचना पर लोगों का मजमा लग गया।
जानकारी के मुताबिक दोपहर को जैतुपुर गांव के कुछ लड़कों ने शारदा नहर में एक घड़ियाल को धूप का आनंद लेते हुए देखा।धीरे-धीरे इसकी सूचना अगल बगल के गांव के लोगों को हुई।उसे देखने के लिए भीड़ जमा हो गयी।
सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने बांध खोलने के लिए सटर उठाया,किन्तु वह बगल में सरपत की झाड़ियों के सहारे नहर में छुपा छुपाई का खेल खेलता रहा।वही ये घटना को घण्टो बीतने के बाद भी वन विभाग की टीम नही पहुचीं  वही आस पास के ग्रामीणो ये दहशत बनी हुई है कि कही ये घड़ियाल गाँव मे न घुस आये फिलहाल लोगो में एक भय बना हुआ है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट

एनसीएईआर का अनुमान दूसरी तिमाही में वृद्धि दर घटकर 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान

एनसीएईआर का अनुमान दूसरी तिमाही में वृद्धि दर घटकर 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान

 

नेशनल काउंसिल आफ एप्लायड इकनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में पूरे साल के दौरान भी जीडीपी की वृद्धि दर के घटकर 4.9 प्रतिशत रह जाएगी, जो कि 2018-19 में 6.8 प्रतिशत रही थी.

नई दिल्ली: लगभग सभी क्षेत्रों में सुस्ती का रुख जारी रहने से चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर घटकर 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है. आर्थिक शोध संस्थान एनसीएईआर ने यह अनुमान लगाया है.

चालू वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर घटकर पांच प्रतिशत पर आ गई.यह इसका छह साल से अधिक का निचला स्तर है. नेशनल काउंसिल आफ एप्लायड इकनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में पूरे साल के दौरान भी जीडीपी की वृद्धि दर के घटकर 4.9 प्रतिशत रह जाएगी, जो कि 2018-19 में 6.8 प्रतिशत रही थी.

एनसीएईआर ने कहा कि आगे चलकर मौद्रिक नीति उपायों से वृद्धि में सुधार की उम्मीद नहीं है. एनसीएईआर ने इसके बजाय वित्तीय प्रोत्साहन देने का सुझाव दिया है. शोध संस्थान ने कहा कि वित्तीय प्रोत्साहन का वित्तपोषण भी यदि बेहतर राजस्व सृजन से नहीं होता है, तो यह भी चुनौतीपूर्ण ही साबित होगा.

एनसीएईआर के विशिष्ट फेलो सुदीप्तो मंडल ने शनिवार को यहां एक कार्यक्रम के मौके पर अलग से कहा, ‘वृद्धि दर में गिरावट अपने निचले स्तर को छू चुकी है या नहीं, इसका पता अगले दो सप्ताह में दूसरी तिमाही के आंकड़े आने के बाद चलेगा. हालांकि, वृद्धि दर में मौजूदा सुस्ती मांग की समस्या की वजह से है. इसे वित्तीय उपायों से दूर किया जा सकता है.’

मंडल ने कहा कि वित्तीय उपायों पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए. आवश्यकता इस बात की है कि राजकोषीय घाटे को बढ़ाए बिना खर्च बढ़ाने के उपाय किए जाएं.

उन्होंने कहा, ‘इसे करने के तरीके हैं. हमारे पास एक मजबूत नेता है. एक बड़ा वित्तीय क्षेत्र ऐसा है जिसका इस्तेमाल नहीं हुआ है. कुछ लोगों का कहना है कि अब वित्तीय क्षेत्र में अब कोई गुंजाइश नहीं बची है, यह कहना कोरी कल्पना है.

 निष्ठा के साथ कर्तव्य बोध का लिया शपथ

 निष्ठा के साथ कर्तव्य बोध का लिया शपथ

 

ताजपुर/समस्तीपुर(अब्दुल कादिर )-  प्रखंड संसाधन केंद्र ताजपुर (समस्तीपुर) में पिछले 11नवंबर से संचालित पांच दिवसीय गैर आवासीय "स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों के समग्र उन्नति के लिए राष्ट्रीय पहल" निष्ठा प्रशिक्षण जिसमें प्रखंडाधीन 50- 50 शिक्षकों के 3 समूह को निष्ठा से अवगत कराया गया। पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण में भाषा शिक्षण, गणित शिक्षण, पर्यावरण शिक्षा, एवं गणित व विज्ञान शिक्षण, के साथ साथ संबंधित विषयों का अधिगम प्रतिफल और आकलन का एकीकरण संबंधी कई सारी नवीनतम जानकारियों से शिक्षकों को अवगत कराया गया। उक्त प्रशिक्षणचर्या में एनसीईआरटी द्वारा संपोषित और विश्व बैंक एवं भारत सरकार के साथ-साथ एससीईआरटी से प्रशिक्षण प्राप्त करके आए मास्टर ट्रेनरों सुधाकर महतो, रामानुज कुमार हरिमोहन चौधरी , विनोद कुमार विमल , मोहम्मद इकबाल अख्तर के साथ-साथ डाइट पूसा से श्री अमरेंद्र कुमार के एसआरजी ग्रुप उक्त प्रशिक्षणचर्या को अंजाम तक पहुंचाया। और प्रशिक्षकों ने बताया कि उक्त प्रशिक्षण के माध्यम से आईसीटी के सहायता से विद्यार्थियों को नवीनतम जानकारियों से अवगत कराया जा सकता है । इसके लिए निष्ठा एप के साथ-साथ मैंटीमीटर , काहूत,  ई-पाठशाला आदि कई नवीनतम मोबाइल ऐप से अध्ययन अध्यापन की बात पर बल दिया गया। प्रशिक्षण अवधी में निरीक्षक के रूप में डी. पी.ओ. प्रमोद कुमार साहू (सर्व शिक्षा अभियान) सह स्थापना समस्तीपुर का आगमन हुआ, इन्होंने प्रशिक्षण के साथ -साथ व्यस्थापक एवं प्रशिक्षक तथा प्रशिक्षु की काफी सराहना की l प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नवल किशोर प्रसाद देखरेख में आयोजित उक्त निष्ठा कार्यक्रम में बीआरपी संजीव कुमार, प्रशिक्षण प्रभारी-सह -लेखापाल प्रतीक कुमार , प्रशिक्षु संजय कुमार  , संजीव कुमार ,कुमारी मंजु,अब्दुल कय्यूम आदि मौजूद थे, वही प्रशिक्षक (शिक्षक) के रूप में देवेंद्र कुमार महतो, सन्तोष कुमार ठाकुर,मो शादिक खान, कैलाश कुमार,सुरेश प्रसाद,नसिफा बेगम,कृष्ण कुमार राम,अनिता कुमारी,शबनम,परवीन सहित सारे प्रशिक्षु शिक्षक महजूद थे।

 

जेएनयू पर पुलिसिया हमले के खिलाफ प्रतिरोध मार्च बुधवार को

 

इनौस- माले ने जनसंपर्क

 

अभियान चलाकर पटेल मैदान के पास से 12 बजे से महागठबंधन एवं वाममोर्चा की संयुक्त जुलूस निकालने की घोषणा की

 

समस्तीपुर बिहार (अब्दुल कादिर)-  फीस वृद्धि के खिलाफ संघर्ष चला रहे जेएनयू के छात्रों पर मोदी- शाह सरकार के ईशारे पर पुलिस द्वारा लाठी, गोली चलाने के खिलाफ 13 नवंबर को आइसा- इनौस के देशव्यापी विरोध दिवस पर मालगोदाम चौक से निकलने वाले विरोध मार्च में भागीदारी दिलाने के उद्देश्य से मंगलवार को इनौस जिलाध्यक्ष राम कुमार की टीम पूसा में तो आशिफ होदा की टीम ताजपुर में, मनोज राय के नेतृत्व में सरायरंजन,चंद्रवीर कुमार के नेतृत्व में कल्याणपुर एवं सुरेंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में समस्तीपुर आदि क्षेत्रों में सघन जनसंपर्क अभियान चलाया गया।  मौके पर आइसा- इनौस प्रभारी सह माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि JNU अधिनायकवाद-फासीवाद-सामंती पोंगापंथी प्रतिक्रिया की ताकतों के हर हमले के खिलाफ सुसंगत लोकतांत्रिक विपक्ष है। JNU शिक्षा-रोजगार-लोकतंत्र पर हर हमले के खिलाफ भारतीय छात्र-युवा समुदाय की लड़ाई की अग्रिम चौकी है, उसका अगुआ दस्ता है।  JNU अंधआस्था, व्यक्तिपूजा,  जातीय-लैंगिक-साम्प्रदयिक-बहुसंख्यक वादी अवैज्ञानिकता व अमानवीयता के विरुद्ध चिंतन, विचार, आलोचना ,प्रतिवाद और  अभिव्यक्ति की आज़ादी  का केंद्र है। 

 

फासीवादी अश्वमेघ के घोड़े की राह में JNU बहुत बड़ा रोड़ा है

 

इसलिए हुक्मरान येन केन प्रकारेण हमारे इस सर्वोत्कृष्ट शिक्षण संस्थान को कुचल देने पर आमादा हैं-फीस बढ़ाकर, सीट घटाकर, उसे बदनाम कर-देशद्रोह का केंद्र साबित कर और अंततः लाठी गोली के बल पर।

आइये, JNU पर हमले के खिलाफ वहां के बहादुर छात्र-छात्राओं के साथ खड़े हों,

ताकि इस देश में हर जुल्म और नाइंसाफी के खिलाफ भारत की विद्रोही चेतना का निर्भय प्रतिवाद व प्रतिरोध देश की राजधानी में अनवरत गूंजता रहे और सत्ता प्रतिष्ठान की नींद हराम करता रहे!

 

14 नवम्बर को नव निर्वाचित सांसद के साथ पत्रकारों का भी अभिनंदन समारोह 

 

ताजपुर /समस्तीपुर (अब्दुल कादिर)-  समस्तीपुर लोक सभा क्षेत्र के नव निर्वाचित सांसद प्रिंस राज का ताजपुर में 14 नवम्बर को अभिनंदन किया जाएगा साथ ही साथ क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार को भी सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए आज मंडल के एन डी ए के सभी दलों के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक मंडल अध्यक्ष ताजपुर भाजपा के अशोक नायक के अध्यक्षता में मोती पुर मंदिर परिसर में की गई। बैठक में कार्यक्रम की सफलता के लिए विचार - विमर्श किया गया साथ ही साथ कार्यक्रम की सफलता के लिए कई लोगों को जिम्मेवारी दी गई है। मौके पर जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष मुनेशवर साह, भाजपा जिला उपाध्यक्ष कृष्ण मोहन प्रसाद गुप्ता, लोजपा प्रखंड अध्यक्ष अजित सिंह, भाजपा युवा उपाध्यक्ष राजीव सूर्यवंशी, ताजपुर भाजपा उपाध्यक्ष सुशील चौवे, जदयू अध्यक्ष (पंचायत भेरोखड़ा) सुनील कुमार, विनोद पासवान, सरयुग साह, प्रेम लाल पासवान, पिंकी देवी के अलावा स्थानीय कई समाज सेवी लोग मौजूद थे।

एनआरसी के खिलाफ भाकपा माले ने निकाला विरोध मार्च

 एनआरसी के खिलाफ भाकपा माले ने निकाला विरोध मार्च

 

भारत में जन्म लेने,पलने- बढ़ने वालों के नागरिकता पर सबाल उठाना गलत- उमेश

 

समस्तीपुर बिहार (अब्दुल कादिर) - असम के डिटेंशन कैंप में 27 लोगों के मौत के जिम्मेदार मोदी- शाह जवाब दो, डिटेंशन कैंप यातना शिविर है, इसे बंद करो, नागरिक संशोधन बिल वापस लो, लोगों की नागरिकता पर खतरा-नहीं सहेंगे इत्यादि नारे लगाते हुए अपने हाथों में झंडे- बैनर लेकर भाकपा माले के बड़े संख्या में कार्यकर्ताओं ने बुधवार को अपने देशव्यापी अभियान के तहत शहर के मालगोदाम चौक स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय से विरोध मार्च निकाला जो शहर के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौक पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। अध्यक्षता जिला सचिव प्रोफेसर उमेश कुमार ने की। अमित कुमार, राम कुमार, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, जीबछ पासवान, राजकुमार चौधरी, सरफराज अहमद, महावीर पोद्दार, राहुल कुमार, मो० एजाज, प्रवीण आनंद, अरूण राय, उमेश राय,जगदीश साह, मो० अलाउद्दीन, मनोज साह, कृष्ण कुमार आदि ने सभा को संबोधित किया। जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने कहा मोदी सरकार अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने के लिए एनआरसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे लोगों की नागरिक का खतरा उत्पन्न हो गया है। जिसके पुरखा- पूर्वज आजादी के आंदोलन में भाग लिए, जो देश के मिट्टी में जन्म लिए, इसी मिट्टी में पले- बढ़े,जो अपने खून- पसीने से देश में योगदान दिये, वैसे लोगों के नागरिकता पर सवाल उठाया जा रहा है। यह जनविरोधी है। इससे देश कमजोर होगा। सरकार इस कार्रवाई को अविलंब बंद करें अन्यथा भाकपा माले आंदोलन को और तेज करेगी।

 

 ताजपुरहित के लिए माले ने मुख्यमंत्री को सौपा स्मार-पत्र

 

ताजपुर/समस्तीपुर (अब्दुल कादिर)। ताजपुर में रेलवे लाइन को मंजूरी दिलाने, बंद पड़े नून नदी परियोजना को किसानों के हित में चालू करने, पूर्व घोषणानुसार ताजपुर को नगर पंचायत का दर्जा देने, पुनः अनुमंडल और विधानसभा का दर्जा देने, मोतीपुर सब्जीमंडी में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराकर बाजार समिति जोड़ने, कृषि आधारित उद्योग- धंधे खोलने, बालिका विद्यालय एवं महिला कालेज खोलने इत्यादि मांगों से संबंधित 11 सूत्री मांग-पत्र बुधवार को भाकपा माले के प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने सरायरंजन के नरधोधी  में श्रीराम- जानकी मेडिकल कालज के शिलान्यास कार्यक्रम में आगमण पर मुख्यमंत्री को सौंपकर निम्न मांगों को पूरा करने का आग्रह किया। भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि इस इलाके में बेहतर उपजाऊ भूमि है। श्रम शक्ति और प्रतिभा की कमी नहीं है लेकिन इसे संस्थानों, उद्योग- धंधे के आभाव में निखारा नहीं जा सकता है। इसे और गति देने के बजाये पीछे धकेला गया है। यहां पहले अनुमंडल हुआ करता था, उसे अन्यत्र शिफ्ट कर दिया गया। विधानसभा हुआ करता था, उसे समाप्त कर दिया गया। कई बार घोषणा के बावजूद नगर पंचायत का दर्जा नहीं दिया गया। कर्पूरीग्राम- ताजपुर-महुआ- भगवानपुर रेल लाइन योजना को मंजूरी आज तक नहीं दिया गया। इससे ताजपुर आगे बढ़ने के बजाय पीछे चला गया। वक्त आ गया है। जनता अपने हक- अधिकार के लिए जग रही है। मुख्यमंत्री इन मांगोंदें अन्यथा बड़े दायरे की जनांदोलन की शुरूआत की जाएगी।

 

आईसीएआर के 50 मजदूरों को काम करवा कर नहीं दिया गया 10 माह का वेतन, नहीं हुआ इन मजदूरों का पर्व- त्योहार

 

सभी मजदूर करेंगे भाकपा-माले के नेतृत्व में 9 नवम्बर से धरना -प्रदर्शन - अमित कुमार

 

ताजपुर   पूसा /समस्तीपुर (अब्दुल कादिर)- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ( (आईएआरआई) क्षेत्रीय केंद्र ,पूसा के द्वारा 50 मजदूरों को काम करवाकर 10 माह का वेतन संस्थान के द्वारा नहीं दिया गया। जिसको लेकर भाकपा-माले से जुड़े हुए इन सभी मजदूरों की बैठक पूसा हाई स्कूल के मैदान में हुई। बैठक की अध्यक्षता सुरेश राय व पर्यवेक्षण भाकपा-माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने किया। बैठक में मौजूद मजदूरों ने आपबीती सुनाई और इन सभी मजदूरों का पर्व- त्योहार हंसी-खुशी से नहीं हो पाया ये भी बताया।  बैठक का पर्यवेक्षण कर रहे भाकपा-माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि आईएआरआई के अधिकारियों के आपसी विवाद के कारण इन मजदूरों को वेतन नहीं मिल पाया है। वर्षों से पूसा पोस्ट ऑफिस से बोस कंपनी चौक तक की अत्यधिक जर्जर सड़क निर्माण भी अक्षम अधिकारियों के चलते नहीं हो पाया है। कितने वर्ष के आंदोलन के बाद एनओसी दिया गया, लेकिन फिर उसके बाद भी कहीं से कोई पहल होते नहीं दिखा।  एनओसी देकर आईएआरआई के अधिकरी तो मौन हुए ही, साथ ही एनओसी पाने वाले पूसा के जनप्रतिनिधि और अधिकारी तो एनओसी मिलने के बाद कहां गायब हुए, कोई अता- पता नहीं। एक तरफ डॉ० राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की सड़कों और बढ़ते विकास और सुंदरता को देखते ही मन नहीं भरता तो दूसरी ओर आईएआरआई की जर्जरावस्था सड़क की ही नहीं है आईएआरआई के द्वार के अंदर जाने से पहले ही जर्जरावस्था शुरू हो जाती है। इसलिए माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार भारत सरकार से मांग करते है कि क्यों न आईएआरआई  की बेहतर व्यवस्था के लिए  डॉo राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय को सौंप दिया जाए। इसके बाद माले सचिव ने कहा कि मजदूरों को 10 माह काम करवाकर मजदूरों का वेतन न देने के कारण, उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है और रोजमर्रा की जरूरत को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं। 50मजदूरों का वेतन भुगतान को लेकर 9नवम्बर से आईएआरआई के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जायेगा। बैठक में अजीत राय,किशोरी राय, मंजू देवी, अंजू देवी, शांति देवी, लालपरी देवी, अशोक कुमार राय, रामबाबू पासवान, कमलेश राय, महेश साह, सुभाष राय, अजय कुमार, अनिल प्रसाद साह, गुलाब पंडित, रविन्द्र राय, अनिल कुमार, सुरेश पासवान, अशोक राय इत्यादि मौजूद थे।

 

निष्ठा योजना के तहत शिक्षकों को मुफ्त प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया

 

ताजपुर/समस्तीपुर (अब्दुल कादिर)। प्रखण्ड क्षेत्र के मध्यविद्यालय ताजपुर के प्रांगण में, केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे निष्ठा योजना 2019 के तहत, पाँच दिवसीय, गैर आवासीय मुफ्त प्रशिक्षण का सुरुआत 05 नवम्बर(मंगलवार) को प्रशिक्षक अमरेश कुमार,सुधाकर चौधरी,विनोद कुमार महतो, हरिमोहन विमल,रामानुज,मो इकबाल द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर की गई, जिसमे क्षेत्र के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाचार्य को शामिल किया गया है।प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक हरिमोहन चौधरी, सुधांशु इत्यादि ने निष्ठा योजना 2019 पर प्रकाश डालते हुए इसके मूल उद्देश्य को बताया कि बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ खेल-खेल में पढ़ाई, लर्निंग आउटकम, ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इत्यादि की, स्पेशल फोकस ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रशिक्षण प्राप्त कर शिक्षक विद्यालय के बच्चों के परेशानियो को बखूबी समझेगे, बच्चों को ऊर्जा केंद्र के क्षेत्र में और विकसित करेंगे। इसके लिए शिक्षक, किताबो के जगह बच्चों के बौद्धिक विकास पर मुख्य रूप से ध्यान देंगे । बच्चों में महत्वपूर्ण सोच को प्रोत्साहित करेंगे, इत्यादि बिंदुओं को देखते हुए परहिक्षण के माध्यम से शिक्षकों को प्रेरित और सुसज्जित किया जा रहा है।  शिक्षकों के बीच जागरूकता फैलाया जा रहा है और उन्हें निम्नलिखित पहलुओं पर अपने कौशल विकसित करने में सक्षम बना जा रहा है। साथ हीं स्कूल को सुरक्षित रखने के उठाये जाने कदम | व्यक्तिगत सामाजिक गुण को उभारना | शिक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग | ध्यान केंद्रित करने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए “योग” लाइब्रेरी, इको-क्लब, यूथ क्लब, किचन गार्डन, पर्यावरण से संबंधित जानकारी, प्री-स्कूल, पूर्व व्यावसायिक शिक्षा,की अधिक से अधिक जानकारी दी जा रही है। इस प्रशिक्षण के अलावे शिक्षकों को क्लासरूम के साथ-साथ फेसबुक,व्हाट्स एप्प  के माध्यम से भी प्रशिक्षण दी जाएगी | भारतीय शिक्षा प्रणाली में, शिक्षक समाज में एक महत्वपूर्ण स्थिति रखते हैं और छात्रों में चरित्र निर्माण में मदद करते हैं और मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया यह दुनिया का सबसे बड़ा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम है | यह प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणामों को बेहतर बनाने के लिए एक राष्ट्रीय मिशन है | मौके पर प्रशिक्षक के साथ-साथ सभी चयनित प्रशिक्षु शिक्षक महजूद थे। मुख्यमंत्री ने किया समस्तीपुर स्थित नरघोघि में 591 करोड़ रुपये की लागत से राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास सह कार्यआरम्भ

 

तीन साल में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएंगे

 

समस्तीपुर बिहार (अब्दुल कादिर) समस्तीपुर के सरायरंजन ब्लॉक के नरघोघि गाँव मे 591.77 करोड़ रूपये की लागत से केंद्र प्रायोजित योजना अंतर्गत श्री राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का विधिवत आधारशीला एवं कार्य की शुरुआत करते हए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार स्वास्थ्य सहित अन्य विकास जनित कार्य क्षेत्रों में काफी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल तीन साल के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा और यहां छात्र छात्राओं को पढ़ाई करने लगेगा। उन्होंने कहा कि बिहार से स्वास्थ्य की इलाज के लिए बाहर जाने की की जरूरत नही पड़ेगी। सारी आधार भूत व्यवस्थाएं इस अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने विगत सात वर्षों से इस अस्पताल एवं महाविद्यालय में  भूमि उपलब्धता में वे व्यवधान का जिक्र किया तथा कहा कि रामजानकी मठ के द्वारा मुफ्त में 21 एकड़ भूखण्ड दिए जाने की कारण ही इस कार्य को आरम्भ करने में सफल हुई है। उन्होंने ईसके लिए बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, मठ के सदस्यों तथा  बिहार के स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद दिया,तथा कहा कि इन लोगों के प्रयास के कारण ही कॉलेज स्थापित हो पाया है। मेडिकल कॉलेज के स्थापित स्थानों को लेकर एक राजद विधायक कोंग्रेसी तथा उनके मंत्री मण्डल के सहयोगी महेश्वर हजारी के द्वार दिगभ्रमित करने के सम्बंध में उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जिस पार्टी की पति पत्नी की सरकार पन्द्रह साल राज्य में राज किया वे बतावे की उनकी सरकार की कार्यकाल में कितने मेडिकल कॉलेज खुलें। उन्होंने कहा की समस्तीपुर जिला में मेडिकल कॉलेज खुले इसके लिए जरूरी नही की समस्तीपुर शहर में ही खुले। ऐसा विवाद खड़ा कर अपना नुकशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने सहयोगी मंत्री से भी इसके बारे में पूछेंगे। उन्होंने कहा कि हर जिला में इंजीनियरिंग कॉलेज,पारा मेडिकल कॉलेज, नरसिंह कॉलेज स्थापित किए जाएंगे।  उन्होंने अपने सम्पूर्ण भाषण में अधिकांश समय जल वायु में परिवर्तन से हो रहे नुकशान पर्यावरण की बचाव भूजल की रक्षा,जल संचय वृक्षा रोपण,मौसम के अनुकू

जिले के इस मामलें में सीएम के हस्तक्षेप के बाद शुरू हुई कार्यवाही

जिले के इस मामलें में सीएम के हस्तक्षेप के बाद शुरू हुई कार्यवाही

 

बहुचर्चित हत्याकांड में सीएम की फटकार के बाद फिर शुरू हुआ एक्शन 

 

रायबरेली - जनपद के बहुचर्चित आदित्य सिंह हत्याकांड में मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद पुलिसिया कार्यवाही जोर पकड़ने लगी है इसी क्रम में पुलिस टीम ने सोमू ढाबा के संचालक सुरेश यादव के पुत्र अर्कित यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बुधवार शाम चार बजे उसे पुलिस सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश कर दिया गया, विदित हो कि अर्कित यादव आदित्य सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी है जिस पर पुलिस ने बीस हजार का इनाम रखा था और यह पिछले 1 महीने से पुलिस टीम को छका रहा था।

 

सीएम से मिले थे परिजन 

 

बताते चलें कि लचर पुलिसिया कार्यवाही से असंतुष्ट होकर परिजनों ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई थी, मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों से बात कर मामले की जानकारी ली जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया था।

 

अभी और होगी कार्यवाही 

 

सीएम के हस्तक्षेप के बाद मामले में रायबरेली के एडिशनल एसपी शशि शेखर सिंह का तबादला कर दिया गया वहीं मंगलवार को एसपी स्वप्निल ममगैन ने चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था और विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं, अभी मामले में जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे उनपर भी कार्यवाही होना तय है।

 

 

सपा नेता को हिरासत में लेने के बाद प्रदर्शन 

 

बहुचर्चित हत्याकांड में पुलिस को अहम सुराग लगे थे जिसके बाद पुलिस ने सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आरपी यादव को हिरासत में लिया हैज़ जिसके बाद आरपी के समर्थकों ने पुलिस लाइन में जमकर नारेबाजी की है, सपा के युवा नेताओं ने अखिलेश माही यादव के नेतृत्व में जमकर प्रदर्शन किया।

मीडिया से बातचीत के दौरान आरपी यादव ने चौंकाने वाला बयान दे दिया उन्होंने कहा यह तो वह स्वीकार करते हैं कि 2 गाड़ियां आदित्य सिंह का पीछा कर उन्हें पकड़ने गई थी। आरपी यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने समूचे हत्याकांड को दुर्घटना बता डाला और कहा एक स्कॉर्पियो जिसे आरके यादव चला रहा था उसने टक्कर मार दी और आदित्य की दुर्घटना में मौत हो गई। 

 

आरपी के बयान से नया मोड़

 

आरपी यादव द्वारा मीडिया को दिए गए बयान में कहा गया कि दो गाड़ियां जो आदित्य सिंह का पीछा कर पकड़ने गई थी तो वह क्या पुलिस की भूमिका निभा रही थी, मीडिया को दिया हुआ बयान खुद-ब-खुद हत्या की साजिश की ओर इशारा कर रहा था और आरपी यादव बेपरवाह होकर मीडिया को बयान दे रहे थे, उन्होंने यहां तक कहा हिरासत के दौरान एक दरोगा से गाली-गलौज हुई तो उन्होंने भी उल्टा उसके साथ गाली-गलौच कर दिया बीच-बचाव में सीओ महाराजगंज विनीत सिंह आए तब जाकर मामला शांत हुआ।

 

सपा नेता ने जताया जान का खतरा

 

सपा नेता आरपी सिंह ने  हत्या की आशंका भी जताई है चूंकि समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष आरपी यादव पुलिस की हिरासत में है जैसे ही यह जानकारी पार्टी कार्यकर्ताओं को लगी उन्होंने पहले हरचंदपुर थाने में प्रदर्शन किया उसके बाद पुलिस आरपी यादव को पुलिस लाइन ले आई जहां पर पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे और जिंदाबाद मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पुलिस प्रशासन से आरपी यादव को छोड़ने की मांग करते रहे। इसी बीच आरपी यादव मीडिया से मुखातिब हुए उन्होंने कहा पुलिस उन्हें सोने नहीं दे रही है उन्होंने कहा या तो उनको छोड़ दिया जाए या फिर गिरफ्तार कर लिया जाए। 

 

फिर गरजा बुलडोजर 

 

आदित्य सिंह हत्याकांड के अभियुक्त सुरेश यादव मि एक पेट्रोल टंकी त्रिपुला चौराहा पर खुल रही है, प्रशासन ने उक्त भूमि पर अतिक्रमण पाया जिसके बाद एसडीएम शशांक त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और उन्होंने जेसीबी मशीन से बनी बाउंड्री वाल को ध्वस्त करा दिया। बची जमीन पर कार्यवाही के लिए जब प्रशासन आगे बढ़ा तब यह पाया गया जमीन के नीचे स्थित बैंकों में डीजल और पेट्रोल की मौजूदगी है जिसके बाद प्रशासन ने 2 दिन का वक्त टैंक खाली करने के लिए दिया।

यूपी में सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘कान्हा उपवन’ में लगातार मर रहीं गाय, महापौर ने लिखा पत्र

यूपी में सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘कान्हा उपवन’ में लगातार मर रहीं गाय, महापौर ने लिखा पत्र

 

बरेली के मेयर ने सीएम योगी को लिखा पत्र, कान्हा उपवन में पिछले 9 महीने में अब तक 600 गोवंश मरने का दावा, नगर आयुक्त व मेयर में आपस में ठनी.

 

लखनऊ/बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में तैयार हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘कान्हा उपवन’ में गायों की मौत हो रही हैं. लगभग 15 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए इस प्रोजेक्ट में पिछले 9 महीने में 600 से अधिक गायों की मौत हो चुकी है. इसका दावा खुद बरेली के महापौर उमेश गौतम ने किया है. उन्होंने पत्र लिखकर सीएम योगी व पशुधन विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण से इस मामले की शिकायत भी की है.

 

एक साल में ही हुआ उपवन का बुरा हाल

 

बरेली में यह कान्हा उपवन सीबीगंज के नदौसी में स्थित है. इसका उद्घाटन कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने पिछले साल नवंबर में किया था. उद्घाटन के एक साल के भीतर ही कान्हा उपवन की स्थिति बिल्कुल बदल गई है. यहां पिछले कुछ समय में 100 से अधिक गायों की मौत हो चुकी है.

 

बरेली के महापौर उमेश गौतम ने कहा,’पिछले दो हफ्ते में उन्होंने दो बार अचानक छापा मारा तो यहां की तस्वीरें देख वो विचलित हो गए. जगह-जगह गायों के कंकाल पड़े थे. कहीं घायल गाय थी तो कहीं गायों के शव पड़े हुए थे. मौजूदा समय में हालत ये है कि कान्हा उपवन में रोजाना दो से तीन गायों की मौत हो रही है. लगभग 600 गाय यहां रखी जाती है, लेकिन यहां 300 से ज्यादा गाय रखनी की व्यवस्था नहीं है.’

 

उनका यह भी आरोप है कि ‘बरेली स्थित श्मशान भूमि के पास चार से पांच फिट का गड्ढा करके बिना नियमों का पालन किए बिना दबा दिया गया. इससे आसपास संक्रमण फैलने की भी संभावना है. साथ ही ‘हिंदू भावनाओं’ को ठेस भी पहुंचाने का प्रयास है. कान्हा उपवन में न तो गोवंश के लिए जरूरी चारा उपलब्ध है और न ही दवाइयों की व्यवस्था है’. बरेली के स्थानीय अखबारों में लगातार गोवंश की मौत की खबर छप रही हैं.

 

महापौर और नगर आयुक्त इस मामले में आमने-सामने

 

महापौर उमेश गौतम का कहना है, ‘नगर निगम के अधिकारी और गौशाला के संचालकों की लापरवाही के कारण ऐसा हो रहा है. उन्होंने तमाम कोशिशें की हैं लेकिन हालात नहीं सुधर रहे हैं. उन्होंने नगर आयुक्त सैमुअल पाल समेत तमाम अन्य अधिकारियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि ये अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं.’

इधर, नगर आयुक्त सैमुअल पाल ने पलटवार करते हुए कहा,’महापौर को नगर निगम का बाॅस माना जाता है. साथ ही शहर का प्रथम नागरिक भी कहा जाता है, लिहाजा वह आरोप लगाने के बजाए हालात सुधारने की जिम्मेदारी लें.’

नगर आयुक्त ने  महापौर द्वारा दिए गए आंकड़ों को गलत बताते हुए कहा, ‘कुछ गोवंश की मृत्यु हुई है, लेकिन उनमें से अधिकतर काफी समय से बीमार थे. नगर आयुक्त के मुताबिक कई गोवंश बेहद कमजोर अवस्था में कान्हा उपवन लाए जाते हैं. ऐसे में उनके बचने के चांस कम होते हैं.’

 

उन्होंने बताया कि गोवंश की मृत्यु के मामले सामने आते ही तीन सदस्य जांच कमेटी बनाई गई. इसके अलावा हाल ही में उन्होंने और डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने कान्हा उपवन का निरीक्षण किया. वहां के हालातों को बेहतर करने की कोशिश की जा रही है. सरकार की ओर से भी फंड में कोई कमी नहीं है. अप्रैल से लेकर अब तक लगभग 53 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं. गोवंशों के इलाज की भी पूरी व्यवस्था की जा रही है.

उपवन की देखभाल करने वाली संस्था पर एफआईआर

इस उपवन को कामधेनु गौशाला ट्रस्ट को देखरेख की जिम्मेदारी मिली थी. इस ट्रस्ट से जुड़े गौसेवक यहां देखरेख करते थे. नगर आयुक्त का कहना है कि 25 अक्टूबर से अधिकतर गोसेवक गायब हैं और जांच कमेटी की रिपोर्ट में इन पर लापरवाही का भी आरोप है. इसी कारण संस्था पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. साथ ही इन्हें ब्लैक लिस्टेड किया है ताकि ये कहीं भी गौशाला में देखभाल का काम न पा सकें.

इस ट्रस्ट को चलाने वाले आचार्य संजीव गौड़ का कहना है कि नगर निगम की ओर से काफी लापरवाही की जा रही थी जिस कारण गोवंश के लिए न तो सही मात्रा में चारा मिल रहा था और न ही उनका बेहतर इलाज हो पा रहा था. वह तो गौसेवक के तौर पर उपवन से जुड़े थे.

 

नाम न छापने की शर्त पर उपवन से जुड़े रहे एक गौसेवक ने बताया कि मेयर व नगर आयुक्त की आपसी खींचातनी का खामियाजा कान्हा उपवन को उठाना पड़ रहा है.

गोवंश को लेकर सीएम योगी दे चुके हैं सख्त निर्देश

सीएम योगी का ‘गाय प्रेम’ किसी से छुपा नहीं. हाल ही में उन्होंने गोवंश के पालन में लापरवाही के कारण महाराजगंज के जिलाधिकारी समेत 5 अधिकारियों को निलंबित कर दिया था. इसके अलावा अयोध्या व मिर्जापुर के डीएम को नोटिस जारी किया था. इन दोनों जिलों के आठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रयागराज व मिर्जापुर के कमिश्नर से गोवंश की मौतों के कारणों की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

सरकार से जुड़े सूत्रों की मानें तो कान्हा उपवन के इस मामले में भी बरेली डीएम को जांच के आदेश दिए गए हैं.  पशुधन विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण से संपर्क करने की कोशिश की लेकन वह बात करने के लिए उपलब्ध नहीं थे.

14 बीएसए के तबादले, मुजफ्फरनगर, एटा कानुपर देहात समेत चौदह बीएसए बदले गए

लखनऊ - उत्तर प्रदेश शाषन ने जिला बेसिक शिक्षा विभाग के 14 अधिकारियो का स्थानांतरण कर दिया है, सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक 14 बेसिक शिक्षा अधिकारियों के तबादले हुए हैं जिनमें सन्तोष कुमार सिंह अयोध्या, शिव नारायण सिंह बलिया, सूर्यकांत त्रिपाठी सिद्धार्थनगर, सन्तोष कुमार सक्सेना सुलतानपुर, प्रकाश नारायण श्रीवास्तव देवरिया, प्रदीप कुमार पांडेय उन्नाव, राम सागर पति त्रिपाठी मुजफ्फरनगर, सुनील दत्त कानपुर देहात, राजीव कुमार यादव बीएसए आगरा, के के ओझा बीएसए कन्नौज, अखण्ड प्रताप सिंह बुलन्दशहर, वीरेंद्र कुमार सिंह मिर्जापुर, संजय सिंह बीएसए एटा बनाये गए हैं।


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शिवगढ़ केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य को दी गई नम आंखों से विदाई

अंगद राही / विपिन पाण्डेय

रायबरेली। शिवगढ़ केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य रामकुमार भारती के सेवानिवृत्त होने पर विद्यालय में विदाई समारोह का भव्य आयोजन किया गया। विदित हो कि शिवगढ़ केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य राम कुमार भारती ने 14 अगस्त 2017 में केंद्रीय विद्यालय शिवगढ़ में प्राचार्य का पद भार ग्रहण किया था। सरल,मृदुभाषी एवं उदार व्यक्तित्व के धनी श्री भारती ने विद्यालय की कमान संभालने के कुछ ही दिनों बाद विद्यालय के छात्र-छात्राओं, अभिभावकों एवं शिक्षकों पर गहरी छाप छोड़ दी थी। जिनके कार्यकाल में शिवगढ़ केंद्रीय विद्यालय नए भवन में शिफ्ट हुआ। यही नहीं श्री भारती ने विद्यालय के प्राकृतिक वातावरण को अच्छा बनाने के लिए अपना तन मन लगा दिया। यही कारण है कि कल  31 अक्टूबर को श्री भारती के सेवानिवृत्ति समारोह में सभी की आंखों से आंसू छलक आए। लेकिन कहते हैं वक्त नूर को बेनूर बना देता है, थोड़े से जख्म को नासूर बना देता है, कोई जुदा नहीं होना चाहता अपनों से, लेकिन वक्त सबको मजबूर बना देता है। विदाई समारोह में उपस्थित सभी शिक्षकों, अभिभावकों एवं पत्रकार बंधुओं ने श्री भारती को उपहार देकर उनके स्वस्थ और उज्जवल भविष्य की भगवान से कामना की। इस अवसर पर प्राचार्य राम कुमार भारती की धर्मपत्नी और पुत्र व अभिभावक सुनील शुक्ला, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गिरिजेश श्रीवास्तव,भद्रपाल सिंह , विष्णु कुमार गोस्वामी, विद्यालय के शिक्षक  महेश कुमार शुक्ला, प्रीति वर्मा आलोक श्रीवास्तव, मीरा श्रीवास्तव,आरके सिंह, माधव सिंह,नेहा शर्मा,एके झा,पीके पांडे, मधु शर्मा, जेएन यादव,मनोज कुमार,नवदीप रंगा, दिव्या रानी व भारी तादात में अतिथि गण मौजूद रहे।

मांगा मुआवजा तो यहां मांग ली अबरू पीड़िता ने हल्का लेखपाल व एसडीएम के नामजदगी शिकायत किया पुलिस जांच मे जुटी

मांगा मुआवजा तो यहां मांग ली अबरू पीड़िता ने हल्का लेखपाल व एसडीएम के नामजदगी शिकायत किया पुलिस जांच मे जुटी


ऊंचाहार-  सूबे के मुखिया जहां ईमानदारी की पाठ पढ़ाने के विभिन्न प्रकार के आदेष पारित कर रहे है और यहां तक की जिले की डीएम भी न्याय करने के लिए किसी भी तरह जनता को प्रताड़ित न करने की सख्त चेतावनी देती रहती है लेकिन तहसील के एक लेखपाल व एसडीएम पर लगे आरोप ने विभाग के मतहतों पर सवाल खड़ा कर दिया है क्येकि युवती का आरोप है कि मुआवजा की मांग करने की पैरवी करने पर एसडीएम व लेखपाल अष्लील बातो का प्रयोग करते हुए मुझको कमरे मे अकेले आने का निरंतर दबाव बना रहे है। बताते चले कि ऊंचाहार कोतवाली के गांव हुल्लकापुरवा निवासिनी युवती का आरोप है कि उसकी मां बिमार होने पर प्रार्थिनी के पिता ने 01-01-2018 को आर्थिक सहायता की मांग किया गया उपचार हेतु जिसका आर्थिक सहायता न मिलने पर मां की दिनांक 02-10-2019 को 11ः10मिनट के तकरीबन घर पर ही उपचार के अभाव मे मौत हो गई जिसके बाद प्रार्थिनी के पिता ने मुआवजा की मांग करते हुए 20 लाख का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग किया।जिसके बाद युवती का आरोप है कि पिता के बिमार होने पर मुआवजा की मांग की पैरवी करने हेतु जब जब क्षेत्रीय लेखपाल से मिला तो लेखपाल के द्वारा अष्लील बातो काप्रयोग करते हुए अपने कमरे मे अकेले बुरी नियत से आने के लिए दबाव बनाया जिसके बाद मुआवजा को लेकर पैरवी हेतु जब एसडीएम ऊंचाहार के तहसील आफिस गई तो एसडीएम के द्वारा भी अष्लील बातो का प्रयोग करते हुए बुरी नियत से अपने तहसील के आवास मे चलने के लिए दबाव बनाया गया।जिसमे लेखपाल व एसडीएम के आरोप गंभीर लगने पर तरह तरक की चर्चा व्याप्त है जिसमे पीड़ित युवती ने यही नही अपने परिवार की जानमान का खतरा के साथ साथ खुद को मानसिक तनाव मे होने की बात षिकायती पत्र मे जिक्र करते हुए खुद के साथ अनहोनी घटना घटने पर उसका जिम्मेदार क्षेत्रीय लेखपाल व एसडीएम को दोषी ठहराया है जिसकी षिकायती पत्र पीड़िता के द्वारा पुलिस अधीक्षक;डीएम;मुख्यमंत्री;प्रमुखसचिव गृह;पुलिस महानिदेषक आदि समेत कई जगहों पर भेजकर लेखपाल शंकरलाल व एसडीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की मांग किया है जिसमे पीड़िता के पीड़ा की जगह लगे आरोप से साफ जाहिर है कि न्याय मांगने पर क्या क्या जुर्म सहना पड़ता होगा फरियादी को जिसको लेकर फरियादियो को कैसे न्याय मिलेगा ये एक पहेली बनकर गूंज रहा है।उधर एसडीएम केषवनाथ गुप्ता से जब संपर्क प्रकरण के संदर्भ तहहकीत जाने हेतु प्रयाष किया गया तो उन्होने अपना फोन उठाना उचित नही समझा है।

 

नकब लगाकर दो दुकानो मे चोरी

ऊंचाहार।ऊंचाहार कोतवाली के अन्तर्गत सवैयातिराहा मे जुबेर पुत्र मो शमीम निवासी सवैयाहसन की जूते चप्पल व अखिलेष पुत्र उपेन्द्र कुमार निवासी जगदीषपुर थाना सराय जिला दरभंगा बिहार की फल की दुकान है।जिसमे दोनो दुकानो मे सेंधजनी करके चोरो के द्वारा नगदी व समाग्री चोरी कर लिया गया है।जिसमे जुबेर की दुकान से तकरीबन 12 हजार रूपए के जूते चप्पल व साड़े सात सौ रूपए चोरी होने को बताया जबकि फल दुकानदार अखिलेष ने 6 पेटी सेब व 2 हजार रूपए नगदी चोरी होने को बताया है।दोनो पीड़ितो की षिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंच जांच पड़ताल प्रारंभ कर दिया है।

 

नसबंदी के बाद हुई गर्भवती तो पति ने बुलाया 112 नंबर पुलिस


ऊंचाहार- ऊंचाहार कोतवाली के गांव बरसवां निवासिनी सावित्री देबी 40वर्ष पत्नी राकेष कुमार का बीते 29 जनवरी को एनटीपीसी मे लगे नसबंदी षिविर मे नसबंदी करवाया गया।जिसके बाद उसके हाल मे हुए जांच मे गर्भवती होने पर उसके पति राकेष ने 112 नंबर मे कालकरके पुलिस बुला लिया और आषा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसकेसाथ बदसलूकी व धमकी दिया।जिसको लेकर बरसवां निवासिनी आषा बहू सुषीला पत्नी राजकुमार ने कोतवाली मे लीखित तहरीर देकर गर्भवती महिला के पति राकेष व उसके भाई ब्रजेष कुमार के खिलाफ मारपीट पर आमादा होने;गालीगलौज व जान से मारने एवं बदसलूकी करने का आरोपित तहरीर दिया है।हलाकि पुलिस ने प्रकरण की जांच प्रारंभ कर दिया है।कोतवाली निरीक्षक ने बताया कि आषा बहू के तहरीर के आधार पर जांच करवाने के बाद विधिक कार्यवाही किया जाएगा।

 

मार्ग दुर्घटना का मुकदमा दर्ज ट्क चालक फरार


ऊंचाहार।ऊंचाहार कोतवाली के अन्तर्गत चार दिन पूर्व गांव गुलरिहा के निकट कानपुर मार्ग पर ट्क की टक्कर से हुए राजेन्द्र पुत्र केषरलाल निवासी किरवाहार व चन्द्रभवन पुत्र ओमप्रकाष निवासी लल्ला सिंह का कोट की मौत व राजू पुत्र रामेष्वर निवासी किरवाहार के घायल होने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।जिसमे कोतवाली निरीक्षक ने बताया कि किरवाहार निवासी केषरलाल की तहरीर पर ट्क यूपी 21 बीएन 0951 के नाम पता अज्ञात चालक के खिलाफ धारा 304ए;279;338;427 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।जिसमे पुलिस ने ट्क को बरामद करते हुए सीज कर दिया जबकि उसके चालक के गिरफ्तारी हेतु प्रयास जारी होने को बताया है।