एनआरसी के खिलाफ भाकपा माले ने निकाला विरोध मार्च
भारत में जन्म लेने,पलने- बढ़ने वालों के नागरिकता पर सबाल उठाना गलत- उमेश
समस्तीपुर बिहार (अब्दुल कादिर) - असम के डिटेंशन कैंप में 27 लोगों के मौत के जिम्मेदार मोदी- शाह जवाब दो, डिटेंशन कैंप यातना शिविर है, इसे बंद करो, नागरिक संशोधन बिल वापस लो, लोगों की नागरिकता पर खतरा-नहीं सहेंगे इत्यादि नारे लगाते हुए अपने हाथों में झंडे- बैनर लेकर भाकपा माले के बड़े संख्या में कार्यकर्ताओं ने बुधवार को अपने देशव्यापी अभियान के तहत शहर के मालगोदाम चौक स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय से विरोध मार्च निकाला जो शहर के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौक पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। अध्यक्षता जिला सचिव प्रोफेसर उमेश कुमार ने की। अमित कुमार, राम कुमार, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, जीबछ पासवान, राजकुमार चौधरी, सरफराज अहमद, महावीर पोद्दार, राहुल कुमार, मो० एजाज, प्रवीण आनंद, अरूण राय, उमेश राय,जगदीश साह, मो० अलाउद्दीन, मनोज साह, कृष्ण कुमार आदि ने सभा को संबोधित किया। जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने कहा मोदी सरकार अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने के लिए एनआरसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे लोगों की नागरिक का खतरा उत्पन्न हो गया है। जिसके पुरखा- पूर्वज आजादी के आंदोलन में भाग लिए, जो देश के मिट्टी में जन्म लिए, इसी मिट्टी में पले- बढ़े,जो अपने खून- पसीने से देश में योगदान दिये, वैसे लोगों के नागरिकता पर सवाल उठाया जा रहा है। यह जनविरोधी है। इससे देश कमजोर होगा। सरकार इस कार्रवाई को अविलंब बंद करें अन्यथा भाकपा माले आंदोलन को और तेज करेगी।
ताजपुरहित के लिए माले ने मुख्यमंत्री को सौपा स्मार-पत्र
ताजपुर/समस्तीपुर (अब्दुल कादिर)। ताजपुर में रेलवे लाइन को मंजूरी दिलाने, बंद पड़े नून नदी परियोजना को किसानों के हित में चालू करने, पूर्व घोषणानुसार ताजपुर को नगर पंचायत का दर्जा देने, पुनः अनुमंडल और विधानसभा का दर्जा देने, मोतीपुर सब्जीमंडी में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराकर बाजार समिति जोड़ने, कृषि आधारित उद्योग- धंधे खोलने, बालिका विद्यालय एवं महिला कालेज खोलने इत्यादि मांगों से संबंधित 11 सूत्री मांग-पत्र बुधवार को भाकपा माले के प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने सरायरंजन के नरधोधी में श्रीराम- जानकी मेडिकल कालज के शिलान्यास कार्यक्रम में आगमण पर मुख्यमंत्री को सौंपकर निम्न मांगों को पूरा करने का आग्रह किया। भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि इस इलाके में बेहतर उपजाऊ भूमि है। श्रम शक्ति और प्रतिभा की कमी नहीं है लेकिन इसे संस्थानों, उद्योग- धंधे के आभाव में निखारा नहीं जा सकता है। इसे और गति देने के बजाये पीछे धकेला गया है। यहां पहले अनुमंडल हुआ करता था, उसे अन्यत्र शिफ्ट कर दिया गया। विधानसभा हुआ करता था, उसे समाप्त कर दिया गया। कई बार घोषणा के बावजूद नगर पंचायत का दर्जा नहीं दिया गया। कर्पूरीग्राम- ताजपुर-महुआ- भगवानपुर रेल लाइन योजना को मंजूरी आज तक नहीं दिया गया। इससे ताजपुर आगे बढ़ने के बजाय पीछे चला गया। वक्त आ गया है। जनता अपने हक- अधिकार के लिए जग रही है। मुख्यमंत्री इन मांगोंदें अन्यथा बड़े दायरे की जनांदोलन की शुरूआत की जाएगी।
आईसीएआर के 50 मजदूरों को काम करवा कर नहीं दिया गया 10 माह का वेतन, नहीं हुआ इन मजदूरों का पर्व- त्योहार
सभी मजदूर करेंगे भाकपा-माले के नेतृत्व में 9 नवम्बर से धरना -प्रदर्शन - अमित कुमार
ताजपुर पूसा /समस्तीपुर (अब्दुल कादिर)- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ( (आईएआरआई) क्षेत्रीय केंद्र ,पूसा के द्वारा 50 मजदूरों को काम करवाकर 10 माह का वेतन संस्थान के द्वारा नहीं दिया गया। जिसको लेकर भाकपा-माले से जुड़े हुए इन सभी मजदूरों की बैठक पूसा हाई स्कूल के मैदान में हुई। बैठक की अध्यक्षता सुरेश राय व पर्यवेक्षण भाकपा-माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने किया। बैठक में मौजूद मजदूरों ने आपबीती सुनाई और इन सभी मजदूरों का पर्व- त्योहार हंसी-खुशी से नहीं हो पाया ये भी बताया। बैठक का पर्यवेक्षण कर रहे भाकपा-माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि आईएआरआई के अधिकारियों के आपसी विवाद के कारण इन मजदूरों को वेतन नहीं मिल पाया है। वर्षों से पूसा पोस्ट ऑफिस से बोस कंपनी चौक तक की अत्यधिक जर्जर सड़क निर्माण भी अक्षम अधिकारियों के चलते नहीं हो पाया है। कितने वर्ष के आंदोलन के बाद एनओसी दिया गया, लेकिन फिर उसके बाद भी कहीं से कोई पहल होते नहीं दिखा। एनओसी देकर आईएआरआई के अधिकरी तो मौन हुए ही, साथ ही एनओसी पाने वाले पूसा के जनप्रतिनिधि और अधिकारी तो एनओसी मिलने के बाद कहां गायब हुए, कोई अता- पता नहीं। एक तरफ डॉ० राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की सड़कों और बढ़ते विकास और सुंदरता को देखते ही मन नहीं भरता तो दूसरी ओर आईएआरआई की जर्जरावस्था सड़क की ही नहीं है आईएआरआई के द्वार के अंदर जाने से पहले ही जर्जरावस्था शुरू हो जाती है। इसलिए माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार भारत सरकार से मांग करते है कि क्यों न आईएआरआई की बेहतर व्यवस्था के लिए डॉo राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय को सौंप दिया जाए। इसके बाद माले सचिव ने कहा कि मजदूरों को 10 माह काम करवाकर मजदूरों का वेतन न देने के कारण, उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है और रोजमर्रा की जरूरत को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं। 50मजदूरों का वेतन भुगतान को लेकर 9नवम्बर से आईएआरआई के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जायेगा। बैठक में अजीत राय,किशोरी राय, मंजू देवी, अंजू देवी, शांति देवी, लालपरी देवी, अशोक कुमार राय, रामबाबू पासवान, कमलेश राय, महेश साह, सुभाष राय, अजय कुमार, अनिल प्रसाद साह, गुलाब पंडित, रविन्द्र राय, अनिल कुमार, सुरेश पासवान, अशोक राय इत्यादि मौजूद थे।
निष्ठा योजना के तहत शिक्षकों को मुफ्त प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया
ताजपुर/समस्तीपुर (अब्दुल कादिर)। प्रखण्ड क्षेत्र के मध्यविद्यालय ताजपुर के प्रांगण में, केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे निष्ठा योजना 2019 के तहत, पाँच दिवसीय, गैर आवासीय मुफ्त प्रशिक्षण का सुरुआत 05 नवम्बर(मंगलवार) को प्रशिक्षक अमरेश कुमार,सुधाकर चौधरी,विनोद कुमार महतो, हरिमोहन विमल,रामानुज,मो इकबाल द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर की गई, जिसमे क्षेत्र के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाचार्य को शामिल किया गया है।प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक हरिमोहन चौधरी, सुधांशु इत्यादि ने निष्ठा योजना 2019 पर प्रकाश डालते हुए इसके मूल उद्देश्य को बताया कि बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ खेल-खेल में पढ़ाई, लर्निंग आउटकम, ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इत्यादि की, स्पेशल फोकस ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रशिक्षण प्राप्त कर शिक्षक विद्यालय के बच्चों के परेशानियो को बखूबी समझेगे, बच्चों को ऊर्जा केंद्र के क्षेत्र में और विकसित करेंगे। इसके लिए शिक्षक, किताबो के जगह बच्चों के बौद्धिक विकास पर मुख्य रूप से ध्यान देंगे । बच्चों में महत्वपूर्ण सोच को प्रोत्साहित करेंगे, इत्यादि बिंदुओं को देखते हुए परहिक्षण के माध्यम से शिक्षकों को प्रेरित और सुसज्जित किया जा रहा है। शिक्षकों के बीच जागरूकता फैलाया जा रहा है और उन्हें निम्नलिखित पहलुओं पर अपने कौशल विकसित करने में सक्षम बना जा रहा है। साथ हीं स्कूल को सुरक्षित रखने के उठाये जाने कदम | व्यक्तिगत सामाजिक गुण को उभारना | शिक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग | ध्यान केंद्रित करने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए “योग” लाइब्रेरी, इको-क्लब, यूथ क्लब, किचन गार्डन, पर्यावरण से संबंधित जानकारी, प्री-स्कूल, पूर्व व्यावसायिक शिक्षा,की अधिक से अधिक जानकारी दी जा रही है। इस प्रशिक्षण के अलावे शिक्षकों को क्लासरूम के साथ-साथ फेसबुक,व्हाट्स एप्प के माध्यम से भी प्रशिक्षण दी जाएगी | भारतीय शिक्षा प्रणाली में, शिक्षक समाज में एक महत्वपूर्ण स्थिति रखते हैं और छात्रों में चरित्र निर्माण में मदद करते हैं और मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया यह दुनिया का सबसे बड़ा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम है | यह प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणामों को बेहतर बनाने के लिए एक राष्ट्रीय मिशन है | मौके पर प्रशिक्षक के साथ-साथ सभी चयनित प्रशिक्षु शिक्षक महजूद थे। मुख्यमंत्री ने किया समस्तीपुर स्थित नरघोघि में 591 करोड़ रुपये की लागत से राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास सह कार्यआरम्भ
तीन साल में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएंगे
समस्तीपुर बिहार (अब्दुल कादिर) समस्तीपुर के सरायरंजन ब्लॉक के नरघोघि गाँव मे 591.77 करोड़ रूपये की लागत से केंद्र प्रायोजित योजना अंतर्गत श्री राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का विधिवत आधारशीला एवं कार्य की शुरुआत करते हए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार स्वास्थ्य सहित अन्य विकास जनित कार्य क्षेत्रों में काफी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल तीन साल के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा और यहां छात्र छात्राओं को पढ़ाई करने लगेगा। उन्होंने कहा कि बिहार से स्वास्थ्य की इलाज के लिए बाहर जाने की की जरूरत नही पड़ेगी। सारी आधार भूत व्यवस्थाएं इस अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने विगत सात वर्षों से इस अस्पताल एवं महाविद्यालय में भूमि उपलब्धता में वे व्यवधान का जिक्र किया तथा कहा कि रामजानकी मठ के द्वारा मुफ्त में 21 एकड़ भूखण्ड दिए जाने की कारण ही इस कार्य को आरम्भ करने में सफल हुई है। उन्होंने ईसके लिए बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, मठ के सदस्यों तथा बिहार के स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद दिया,तथा कहा कि इन लोगों के प्रयास के कारण ही कॉलेज स्थापित हो पाया है। मेडिकल कॉलेज के स्थापित स्थानों को लेकर एक राजद विधायक कोंग्रेसी तथा उनके मंत्री मण्डल के सहयोगी महेश्वर हजारी के द्वार दिगभ्रमित करने के सम्बंध में उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जिस पार्टी की पति पत्नी की सरकार पन्द्रह साल राज्य में राज किया वे बतावे की उनकी सरकार की कार्यकाल में कितने मेडिकल कॉलेज खुलें। उन्होंने कहा की समस्तीपुर जिला में मेडिकल कॉलेज खुले इसके लिए जरूरी नही की समस्तीपुर शहर में ही खुले। ऐसा विवाद खड़ा कर अपना नुकशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने सहयोगी मंत्री से भी इसके बारे में पूछेंगे। उन्होंने कहा कि हर जिला में इंजीनियरिंग कॉलेज,पारा मेडिकल कॉलेज, नरसिंह कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने अपने सम्पूर्ण भाषण में अधिकांश समय जल वायु में परिवर्तन से हो रहे नुकशान पर्यावरण की बचाव भूजल की रक्षा,जल संचय वृक्षा रोपण,मौसम के अनुकू