पवित्र बेला पर श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, डलमऊ घाट पहुंचा बैलगाड़ियों का करवा
डलमऊ रायबरेली- कार्तिक पूर्णिमा मेले में चार चांद लगाने के क्रम में नगर पंचायत डलमऊ द्वारा आयोजित आठ दिवसीय डलमऊ महोत्सव कार्यक्रम के क्रम में आज मंगलवार को सूचना एवं जन संपर्क कार्यालय लखनऊ से अजय अजय जादूगर द्वारा विभिन्न प्रकार के जादू के कार्यक्रम दिखाकर लोगों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया वहीं इसी क्रम में सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के कलाकारों द्वारा विभिन्न गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया डॉक्टर श्रेया एंड टीम के कंचन मधुर कला संगम के सुशील सोलंकी रीना कंचन आदि के साथ टीम के अन्य कलाकारों द्वारा मेरा देश रंगीला गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया और लोगों की खूब तालियां बटोरी. डलमऊ महोत्सव के व्यवस्थापक शुभम गौड़ ने बताया कि डलमऊ महोत्सव का कार्यक्रम 18 नवंबर तक चलेगा जिस में प्रतिदिन कलाकारों द्वारा गीत संगीत और नृत्य के कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे इस मौके पर उपजिलाधिकारी डलमऊ सविता यादव तहसीलदार प्रदीप त्रिपाठी नगर पंचायत अध्यक्ष बृजेश दत्त गौड़ अधिशासी अधिकारी अमित कुमार कोतवाली प्रभारी श्री राम मनोज कुमार पांडे इरफान हुसैन दिलीप बाजपेई शैलेश मिश्रा आदि के साथ सैकड़ों कस्बा वासी मौजूद रहे
कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
डलमऊ गंगा तट पर प्रतिवर्ष होने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान के पर्व पर जनपद के साथ गैर जनपद से आए लाखों श्रद्धालुओं ने अर्ध रात्रि से ही आज मंगलवार को गंगा मैया के जयकारों के साथ मां गंगा की जलधारा में आस्था की डुबकी लगाई गई और देर शाम तक श्रद्धालुओं द्वारा गंगा स्नान का क्रम जारी रहा इसी के साथ गंगा स्नान के बाद गंगा तट के किनारे स्थित मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना की गई तथा घाट के किनारे आए हुए श्रद्धालुओं ने विभिन्न प्रकार के मांगलिक कार्य संपन्न कराए गए क्षेत्रीय प्रशासन नगर पंचायत तथा पुलिस प्रशासन किस चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था होने के कारण किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटने की कोई सूचना नहीं है.
आज मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व के अवसर पर डलमऊ गंगा तट के स्नान किला घाट सड़क घाट रानी शिवाला घाट पक्का घाट संकट मोचन घाट पथवारी घाट शुकुल घाट महावीरन घाट बड़ा और छोटा छोटा मठ घाट श्मशान घाट तराई घाट आदि के साथ 1 दर्जन से अधिक घाटों पर दूरदराज से आए लगभग 6 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और गंगा तट के किनारे स्थित मंदिरों और शिवालयों में जलाभिषेक करते हुए पूजा और अर्चना की गई तथा गंगा तट के स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न प्रकार के मांगलिक कार्य संपन्न कराए गए किसी ने ढोल और नगाड़े के साथ मुंडन संस्कार कराया तो किसी ने सत्यनारायण भगवान की कथा सुनी
गंगा स्नान के बाद जनपद के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं के मेला क्षेत्र में लगे पंडाल में लोगों द्वारा अस्थाई रूप से भोलेनाथ की व्यवस्था की गई उसके बाद मेले में सजी विभिन्न प्रकार की दुकानों में बच्चों से लेकर महिलाएं व पुरुष तथा वृद्धों ने खूब जमकर खरीदारी की गई जहां एक और छोटे बच्चों ने अपने मनचाहे खिलौने लेकर और विभिन्न प्रकार के झूले खिलौने देख कर आनंदित हुए वहीं महिलाओं द्वारा अपनी श्रृंगार और गृह उपयोगी संबंधी खरीदारी की गई वहीं युवा और वृद्ध किसी ने लाठी खरीदी तो किसी ने वस्तु खरीद कर मेले का लुफ्त उठाया और देर शाम होते होते अपने पडा़ओ पर पहुंचकर घर के लिए रवाना होने लगे.
मेले में बिछड़े पति पत्नी खोया पाया केंद्र में मिले
डलमऊ गंगा घाट पर ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेला सकुशल प्रशासन की देखरेख में संपन्न हो गया है मेले में प्रशासन द्वारा खोया पाया केंद्र की व्यवस्था की गई थी। जिसकी वजह से 145 भटके लोग खोया पाया केंद्र में मिले। स्नान घाटों के साथ-साथ कस्बे के प्रत्येक मार्गों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही। जिसकी वजह से लोग एक दूसरे से बिछड़ गए। इसी दौरान एक पति पत्नी एक दूसरे से बिछड़ गए जिसको खोया पाया केंद्र में मिलाया गया।
और जब पशुओं की खुरो से निकला खून
डलमऊ ऐतिहासिक नगरी आज भी अपनी ऐतिहासिकता संजोए हुए हैं इसकी मुख्य वजह है यहां का कार्तिक पूर्णिमा मेला जहां पर कई वर्षों से चली आ रही परंपरा को श्रद्धालु आज भी निभाते चले आ रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा मेले में बैल गाड़ियों का सहारा लेकर श्रद्धालु गंगा घाट पर आए हुए थे। कई मिलमील चल कर आय पशुओं के खुरो से खून निकलने लगा लेकिन फिर भी पशुओं की आस्था कम नहीं पड़ी वह लंगड़ाते हुए श्रद्धालुओं के साथ आखिरकार गंगा घाट पर पहुंच ही गए। और गंगा जी का स्पर्श करने के बाद पशु एवं श्रद्धालुओं का दर्द पल भर में मिट गया।
जमकर हुई वितासखाने में खरीददारी
कार्तिक पूर्णिमा मेले में विभिन्न क्षेत्रों में जनपदों से आई दुकानों में श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की बिसात खाने की दुकानों में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ लगी रही। वही स्नान घाटों पर लगी प्रसाद की दुकानों में श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की।
मेले के दौरान अधिकारियों ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
कार्तिक पूर्णिमा मेले में आए लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर स्नान करने के पश्चात विधिपूर्वक पूजा अर्चना कर किया। मंगलवार को मेला जैसे ही संपन्न होने की कगार पर पहुंचा वैसे ही डीएम शुभ्रा सक्सेना और एसपी स्वप्निल ममगई ने मेले में व्यवस्थाओं का जायजा लेने लगे। इस दौरान अधिकारियों के कुछ देर तक धड़कने बढ़ने लगी। अधिकारियों ने सर्वप्रथम कस्बे के वीआईपी घाट पहुंचे वहां पर मेले में आए श्रद्धालुओं से व्यवस्थाओं के विषय में जानकारी लेने लगे। इसके पश्चात मोटर बोट से नौका विहार भी किया और इस स्नान घाटों की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से पूछताछ भी की। मंगलवार को का मेला के शुभ अवसर पर कस्बे के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमडा रहा।
मेले में बने अस्थाई बस स्टैंड में यात्रियों को हुई परेशानी
डलमऊ कार्तिक पूर्णिमा में आने वाले श्रद्धालुओं को आने-जाने के लिए परिवहन निगम द्वारा 56 बसें लगाई गई थी जिनके लिए अस्थाई बस स्टैंड सराय दिलावर के पास बनाया गया स्टैंड दूर होने की वजह से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी होती रही 5 किलोमीटर उन्हें पैदल चलकर गंगा स्नान के लिए जाना पड़ता था वहीं पर बसों की पर्याप्त व्यवस्था ना होने की वजह से यात्रियों को घंटों बसे के लिए इंतजार करना पड़ता है वहीं जब कोई बस आती तो चढ़ने के लिए भगदड़ सी मच थी जिसको लेकर परिवहन निगम के कर्मचारी लापरवाह दिखे पर्याप्त बसें उपलब्ध ना होने की वजह से यात्रियों में अफरातफरी मची रही एक दूसरे को धक्का-मुक्की करते हुए बसों में लोग चढ़ते नजर आए जहां पर बुजुर्गों व महिलाओं को काफी परेशानी भी झेलनी पड़ी