1950 के दशक में दक्षिण भारत में जीवन कैसा था? 1950 के दशक में दक्षिण भारत में जीवन का अनुभव एक बेहद अलग एवं अनोखा था। वहां के लोग अपने समुदाय के साथ जुड़े रहते थे और साथी सेवा के अध्यात्म को अपनाते थे। उन्होंने सामाजिक और आर्थिक समाज में सुधार के लिए कार्य किया। वहां के लोग ज्ञान के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए बेहतरीन प्रयास करते थे। वहां पर अधिकारी द्वारा समृद्धि को कुशलता से प्राप्त करने के लिए भी प्रयास किए गए। वहां के लोग भी स्वास्थ्य और शिक्षा से सुधार के लिए प्रयास करते थे।