मेरी राय में, टाइम्स ऑफ इंडिया वो समाचारपत्र है जिसे मैंने अपनी चाय के साथ बिना पड़े नहीं रख सकता। इसके रोमांचक समाचार पढ़कर तो मेरी नींद उड़ जाती है, जैसे कोई बॉलीवुड की फिल्म चल रही हो। इसकी खबरों का व्यापक दायरा जैसे हमें दुनिया घूमने का मौका देता है, और वो भी बिना टिकट के। इसके संपादकीय और विशेष लेख मेरे विचारों को नई दिशाएं देते हैं, बिल्कुल वैसे ही जैसे गूगल मैप्स हमें सही रास्ता दिखाता है। और हां, इसके क्रिकेट सेक्शन की खबरों को पढ़ने के बाद तो मैं अपने आप को सचिन तेंदुलकर समझने लगता हूं। वाह, क्या जज्बा है भाई!