रायबरेली-(शिवगढ़)
थाना क्षेत्र के जगदीश पुर निवासी जगदीश की 11 वर्षीय पुत्री गायत्री को उचित ईलाज के अभाव में अपने प्राणों से हाथ धोना पड़ा। जानकारी के मुताबिक जगदीश की पुत्री गायत्री कई दिनों से बीमार चल रही थी। जिसका सीएचसी शिवगढ़ से ईलाज चल रहा था। माली हालत होने के कारण पीड़ित जगदीश अपने जिगर के टुकड़े का किसी अच्छे अस्पताल में ईलाज नही करा सका। मंगलवार को गायत्री की ज्यादा हालत बिगड़ने पर उसे दो बार सीएचसी शिवगढ़ ले जाया गया। जिसकी सीएचसी शिवगढ़ में रात को मौत हो गयी। परिजनों एवं ग्रामीणों लाड़ली गायत्री की मौत से ग्रामीणों में शोक की लहर व्याप्त है। ग्रामीणों द्वारा छात्रा की डेंगू से मौत होने के कयास लगाये जा रहे हैं। इससे पूर्व भी थाना क्षेत्र के चन्दापुर मजरे गूढ़ा निवासी नागेश्वर उर्फ लाल पुत्र सरयू प्रसाद की पिछले सप्ताह डेंगू से मौत हो चुकी है। ग्रामीणों के संक्रामक बीमारियों का शिकार होने के पीछे स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही हैं। विदित हो की ग्रामीणों को संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए गाॅवों में दवाओं के छिड़काव हेतु प्रतिवर्ष प्रत्येक गाॅव के लिए 10 हजार रुपये की धनराशि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति के खाते में भेजी जाती है जिसका कहीं अता पता नही चलता है।
रायबरेली से न्यूज प्लस के लिए अंगद राही की रिपोर्ट