भूख लगी हो या कुछ नया आज़माना चाहते हों, चाट मसाला हमेशा काम आता है। बाजार में मिलते टेबल स्पून वाले पैकेट में अक्सर कड़ी चीज़ें होती हैं, लेकिन अपना खुद का मसाला बनाना ना सिर्फ सस्ता है, बल्कि फ्लेवर भी बेहतरीन रहता है। चलिए, बिना झंझट के चाट मसाला बनाने की आसान विधि और इसके कई उपयोग सीखते हैं।
सबसे पहले आपको कुछ मुख्य सामग्री चाहिए – तेज़ पाउडर, काली मिर्च, जीरा, अमचूर, लाल मिर्च पाउडर, इमली पाउडर और थोड़ा नमक। अगर आप थोड़ा खट्टा पसंद करते हैं तो सूखा हुआ आम (अमचूर) और इमली पाउडर मात्रा में बढ़ा सकते हैं। ये सब सामग्री किराने की दुकान या ऑनलाइन आसानी से मिल जाती है।
1. एक कड़ाही में एक चम्मच तेल गरम करें और हल्का जीरा डालें। जब जीरा चटकने लगे, तो किचन टॉवल से काली मिर्च और तेज़ पाउडर को भूनें – इससे उनका कच्चा स्वाद मिट जाता है।
2. अब इमली पाउडर और अमचूर डालें, थोड़ा ही भूनें, क्योंकि ये जल्दी जलते हैं।
3. अंत में लाल मिर्च पाउडर और नमक डालें, दो‑तीन सेकंड हल्का हिलाएँ और गैस बंद कर दें।
4. मिश्रण को ठंडा होने दें, फिर साफ सूखे बर्तन में डालकर बारीक पाउडर की तरह पीस लें।
आपका चाट मसाला तैयार है। इसे हवादार जार में रखें, दो‑तीन महीने तक बिना खराब हुए चलेगा। बस, अब आप इसे चाट, दही बाउल, फल, चिप्स या यहाँ तक कि सब्ज़ी पर छिड़क कर मज़े ले सकते हैं।
अगर तेज़ पाउडर या इमली पाउडर नहीं मिल रहा, तो आप थोड़ा खट्टा नींबू का रस थोड़ा-थोड़ा करके मिलाते हुए अलग स्वाद भी बना सकते हैं। कई लोग इस मसाले में सूखा हुआ पुदीना पाउडर या हल्दी भी डालते हैं – इससे रंग भी सुहाना बन जाता है और हेल्थ बेनिफिट भी बढ़ जाते हैं।
चाट मसाला सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी फायदेमंद है। अमचूर में विटामिन C और आयरन भरपूर होते हैं, इमली पाचन में मदद करती है, और जीरा एंटी‑ऑक्सिडेंट गुण रखता है। रोज़ एक चम्मच चाट मसाला दही में मिलाने से पाचन सुधरता है और भूख भी बढ़ती है।
बाजार में मिलने वाले तैयार चाट मसाला में अक्सर एंटी‑ऑक्सिडेंट या परिरक्षित पदार्थ होते हैं। इसलिए अपना खुद का मसाला बनाकर आप नॉन‑जंक, नैचरल फ्लेवर पाते हैं और अपने पैसे भी बचाते हैं। अगर आप लो‑कीटोज़ या ग्लूटेन फ्री डाइट फॉलो कर रहे हैं, तो यह विकल्प बिलकुल सूट करता है – क्योंकि इसमें कोई अतिरिक्त फॉर्मूलेशन नहीं होता।
अंत में एक छोटा टिप: अगर आप बड़े बैच में बनाते हैं, तो आधे हिस्से को सूखे हुए घी में संग्रहीत करें। इससे मसाले का स्वाद और महक दो‑तीन गुना बढ़ जाता है। बचे हुए हिस्से को आप रोज़ की चटनी या अचार में भी मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। अब देर किस बात की? अपना चाट मसाला तैयार करें और हर डिश में चटपटापन जोड़ें!