ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक खूबसूरत सेल्फी क्लिक की है

 

जापान के ओसाका शहर में जी-20 समिट (G-20 Summit) में दुनिया भर के नेता पहुंचे हैं. इन नेताओं के बीच द्विपक्षीय और त्रिपक्षीय बातचीत भी हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ओसाका में हैं. पिछले तीन दिनों में वह अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन समेत कई राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात कर चुके हैं. लेकिन, इस बीच मोदी की मुलाकात अपने एक खास दोस्‍त और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से भी हुई. मॉरिसन ने इस दौरान अपने दोस्त मोदी की तारीफ भी की.

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक खूबसूरत सेल्फी क्लिक की है. इसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं. मॉरिसन ने लिखा,‘कितना अच्छा है मोदी!' उन्होंने ये ट्वीट #G20OsakaSummit के साथ शेयर किया है.
 

जी-20 समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ स्कॉट मॉरिसन

जी-20 समिट का आज आखिरी दिन है. मॉरिसन ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ दोनों देशों के आपसी रिश्‍तों को भी लेकर बातचीत की. इसमें व्यापार, पर्यटन का मुद्दा शामिल रहा.

कैंसर से होने वाली मौतों पर रोक लगा सकती है ये वैक्सीन 

मेडिकलडेस्क - कई देशों में किए गए एक अध्ययन के अनुसार लड़के और लड़कियों को मानव पेपिलोमा वायरस, (HPV) वैक्सीन से इंफेक्शन, जननांगों में गांठ और मस्सों एवं कैंसर की वजह बनने वाले जख्मों को रोकने में सफलता मिली है, जानकी के अनुसार यह अध्ययन 14 देशों में किए गए हैं। इस बात के भी संकेत मिले हैं कि यह वैक्सीन गर्भाशय के कैंसर को रोकने में अहम भूमिका अदा कर सकती है, अंग्रेजी अखबार 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' की एक रिपोर्ट के अनुसार लैसेंट पत्रिका में छपे शोध में एक दर्जन अध्ययनों का विश्लेषण किया गया है. यह अध्ययन 14 अमीर देशों में रहने वाले 30 साल की उम्र से कम आयु के 6 करोड़, 60 लाख युवक और युवतियों पर किए गए हैं। अन्य देशों में साल 2007 में ही एचपीवी वैक्सीन आ गई थी।  अध्ययन से जुड़े एक लेखक और स्टैट्स स्पेशलिस्ट मार्क ब्रिसन ने कहा कि अगर बड़े पैमाने पर टीकाकरण हो तो गर्भाशय के कैंसर को खत्म हो सकता है।  

यहां आसान है सर्जरी और बायोप्सी

साधन संपन्न देशों में कैंसर से होने वाली मौतों में गर्भाशय कारण नहीं है क्योंकि वहां सर्जरी और बायोप्सी आसानी से मौजूद हैं. गरीब देशों में हर साल करीब तीन लाख महिलाओं की मौत गर्भाशय कैंसर की वजह से होती है। इस वैक्सीन की मदद से मुंह और गले के कैंसर से होने वाली मौतों की संख्या कम करने में मदद मिल सकती है. रिपोर्ट के अनुसार रिसर्च करने वाली टीम ने पाया कि जिन देशों में एचपीवी वैक्सीन मौजूद रही वहां मानव पेपिलोमा वायरस से होने वाली मौतों की संख्या कम रही।  

इस विदेशी पीएम ने पोस्ट की सेल्फी "लिखा कितना अच्छा है मोदी"

पूरा विश्व इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताकत का एहसास कर रहा है, पीएम मोदी जापान में g20 समिट में शामिल होने के लिए गए हैं जहां पर प्रधानमंत्री ने जी-20 के सभी सदस्य देशों के नेताओं से मुलाकात भी की है।
जापान के ओसाका शहर में जी-20 समिट में दुनिया भर के नेता पहुंचे हैं, इन नेताओं के बीच द्विपक्षीय और त्रिपक्षीय बातचीत भी हुई, पिछले तीन दिनों में पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन समेत कई राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की है मगर सबसे खास मुलाकात पीएम में अपने दोस्त ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से हुई है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक खूबसूरत सेल्फी क्लिक की है. इसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं. मॉरिसन ने लिखा,‘कितना अच्छा है मोदी!' उन्होंने ये ट्वीट #G20OsakaSummit के साथ शेयर किया है.
जी-20 समिट का आज आखिरी दिन है। मॉरिसन ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ दोनों देशों के आपसी रिश्‍तों को भी लेकर बातचीत की। इसमें व्यापार, पर्यटन का मुद्दा शामिल रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की है।
इस दौरान पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया था, मोदी ने यहां पाकिस्तान के बिना नाम लिए उस पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया के लिए खतरा है, इससे निपटने के लिए सबको एक साथ मिलकर संघर्ष करने की जरूरत है, किसी भी रूप में इसकी फंडिंग रुकनी चाहिए, उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर एक ग्लोबल कॉन्फ्रेंस की मांग भी की।