तिलो,अमेठी –सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तिलोई मे 13 फरवरी को तिलोई कस्बा निवासी हरिकेश मोदनवाल ने उपजिलाधिकारी तिलोई से शिकायत करके अपने साथ हो रहे अत्याचार की शिकायत की उन्होंने ने बताया कि मेरी पत्नी मंजू देबी उर्म 28 वर्ष को प्रसव पीड़ा होने पर तिलोई मे भर्ती कराया गया था।
जहाँ गम्भीर परिस्थितियों मे जिला अस्पताल रेफर सरकारी गाड़ी से किया गया सरकारी अस्पताल न ले जाकर मोहनगंज मे थाने के निकट आस्था क्लीनिक पर उतार कर चले आये जहाँ पर तैनात डाक्टर द्धारा 22 हजार की मांग की गयी प्रार्थी अस्मर्थ व्यक्त किया और पुन: गाड़ी के ड्राइवर से तिलोई अस्पताल या रायबरेली ले जाने कु बिनती किया पर मेरी एक न सुनी दूसरी ओर मेरी पत्नी की हालत बिगडती ही जा रही थी।
मैं उपजिलाधिकारी के समझ प्रस्तुत होकर सारी बात बताई उपजिलाधिकारी तिलोई अस्पताल आकर सारी हकीकत जान कर दूसरी गाड़ी से जगदीश पुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा जहाँ करीब 3 बजे बच्ची को जन्म दिया जहाँ लगभग 4 बजे रायबरेली बच्ची को गम्भीर परिस्थितियों मे रेफर किया गया रात्रि मे उपजिलाधिकारी आये तब सैकड़ो लोग इक्ठा हो चुके थे। हमारे सब के सामने ने उपजिलाधिकारी ने अपने सरकारी गाडी मे ड्राइवर तथा सम्बंधित रात्रि कालीन ड्यूटी वाले डाक्टर को अपने साथ लेकर थाने लेकर चले गये और बार बार ड्राइवर से पूछ रहे थे।
तुमको कहाले जाने का आदेश हुआ था आज उसी प्रकरण के चलते कर्मचारियो ने काम बंद कर दिया और अस्पताल आये रोगी वैरग वापस जाने लगे इसकी जानकारी तिलोई ब्लाक प्रमुख कृण्ण कुमार सिह को हुई तो घटना स्थल पर पहुंच कर स्वास्थ्य कर्मचारियो की बात सुनी और समझा बुझाकर जल्द ही अनशन खत्म करा कर बैठ कर बातचीत कर समस्या का निदान कर लिया जायेगा इस सम्बन्ध मेउपजिलाधिकारी ने बताया कि डाक्टर के रिफर का कागज कैसे कर्मचारी के पास पहुंचा। मौजूदा डा०पकज गुप्ता द्धारा रिफरेन्स न देने की बात कही मै डाक्टर को इस लिये लाया था
कैसे आपके कब्जे मे रहने वाले कागज कर्मचारियो तक पहुंचे आप उन लोगोपर प्रार्थमिक की दर्ज कराये हमने उन्से सभी मौजूदा कर्मचारियो तथा पब्लिक के सामने पूछा था कार्यवाही से बचने के लिये अनावश्यक आरोप लगाया जा रहा है
अमेठी से न्यूज प्लस ब्यूरो वहीद अब्बास नकवी की रिपोर्ट।