22 अक्टूबर 2025 को Govardhan Puja 2025 नई दिल्ली में शुभ मुहूर्त के साथ मनाया जाएगा, जिसमें अननकूट, ड्यूटा क्रीडा और पर्यावरणीय संदेश प्रमुख हैं।
क्या आपको कभी ऐसा लगा है कि भारत की हर गली, हर किताब में कोई न कोई कहानी छुपी है? वही कहानियाँ यहाँ पढ़ने वाले को थाम लेती हैं, चाहे आप छात्र हों या घर से टीवी देख रहे हों। इस पेज पर हम सीधे‑साधे लहजे में उन घटनाओं, आदतों और विचारों को सामने लाएँगे जो हमारे देश को खास बनाते हैं।
भारत का इतिहास सिर्फ युद्ध या राजाओं की गाथा नहीं है, यह रोज़मर्रा की छोटी‑छोटी घटनाओं का संगम है। जैसे 1498 में वास्को दा गोमा ने समुद्र के पार आने वाले पहले यूरोपीय का स्वागत किया, उसी समय स्थानीय व्यापारी ने नई मसलें और मसाले ले कर व्यापार को नई दिशा दी। ऐसे छोटे‑छोटे बदलावों ने हमारी अर्थव्यवस्था को आकार दिया।
और जब बात विचारधारा की आती है, तो 19वीं सदी के सामाजिक सुधारकों – जैसे जामनाबाई, रानी लडोलसाब – ने महिला शिक्षा और अधिकारों को आगे बढ़ाया। उनका योगदान आज भी स्कूल‑कॉलेज के पाठ्यक्रम में रहता है, लेकिन अक्सर हम उसे नजरअंदाज़ कर देते हैं।
हर त्योहार एक कहानी सुनाता है। दिवाली का पावन प्रकाश सिर्फ दीपक नहीं, बल्कि अंधकार से जीत की कहानी है। होली में रंगों की बौछार सिर्फ मस्ती नहीं, बल्कि जीवन में विविधता को अपनाने का संकेत है। इन छोटे‑छोटे रस्मों को समझना आसान नहीं, पर जब आप स्थानीय लोगों से पूछते हैं तो जवाब दिल से आता है।
कला के क्षेत्र में भारत ने विश्व को शतरंज, योग, बौद्ध चित्रकला जैसी चीज़ें दी हैं। अगर आप किसी गाँव में जाएँ और वहाँ के कारीगरों से पूछें तो पता चलेगा कि उनका धागा, मिट्टी या लकड़ी के काम कितनी मेहनत से बनता है। इस मेहनत को पहचानने से हमारे भीतर की सराहना बढ़ती है।
और हाँ, इस कैटेगरी में एक खास पोस्ट "भारतीय उदारवादी?" भी है। इसमें हम देखेंगे कि कैसे उदार विचारधारा ने भारतीय राजनीति और समाज को नई दिशा दी। अगर आप सोचते हैं कि उदारवाद सिर्फ पश्चिमी शब्द है, तो इस लेख में आपको भारतीय संदर्भ में उसकी गहरी जड़ें मिलेंगी।
समाचार प्लस पर हर किस्से का अपना मकसद है – आपको जानकारी देना, सोचने पर मजबूर करना और शायद थोड़ा मनोरंजन भी कर देना। तो अगली बार जब आप किसी पुराने मंदिर की छत के नीचे बैठें या किसी मंडली में संगीत सुनें, तो याद रखिए कि आप इतिहास और संस्कृति के जीवंत हिस्से में हैं। इन पन्नों को पढ़ें, सवाल पूछें और अपने आसपास की दुनिया को नए नजरिये से देखें।
22 अक्टूबर 2025 को Govardhan Puja 2025 नई दिल्ली में शुभ मुहूर्त के साथ मनाया जाएगा, जिसमें अननकूट, ड्यूटा क्रीडा और पर्यावरणीय संदेश प्रमुख हैं।
"भारतीय उदारवादी?" विषय पर मेरा ब्लॉग भारत में उदारवादी विचारधारा के प्रसार और उसके प्रभावों पर केंद्रित है। मैंने उदारवाद के सिद्धांतों को समझाया है और भारतीय समाज और राजनीति पर इसके प्रभाव का विश्लेषण किया है। यह ब्लॉग उदारवाद की गहराई को समझने और इसके भारतीय सन्दर्भ में महत्व को पहचानने में मदद करता है।