रायबरेली-(सरेनी)
बिजली की समस्या दिनों दिन गहराती जा रही है तमाम धरनों और घेराव के बावजूद भी बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। बिजली की किल्लत का सबसे ज्यादा असर किसानों और व्यापारियों पर हो रहा है।एक ओर जहां फसलें चौपट हो रही हैं, तो दूसरी ओर व्यापार पर भी बुरा असर पड़ रहा है।यहां तक कि नवागत जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री बिजली की समस्या को देखते हुए पॉवर कारपोरेशन के एमडी को पत्र लिखकर अवगत करा चुके हैं कि बिजली की भारी कटौती का सीधा असर जिले की कानून व्यवस्था पर पड़ेगा।कानून व्यवस्था डगमगा सकती है।आज भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के बैनर तले सैंकड़ों किसानों ने बिजली की समस्या को लेकर पावर हाउस सरेनी में धरना दिया ।शासन द्वारा किसानों के प्रति संवेदनहीनता को लेकर किसानों में भारी आक्रोश दिखा।सरेनी में बिजली बमुश्किल 1 या 2 घंटे आ रही है, किसानों की फसलें सब चौपट हुई जा रही है।धरना कार्यक्रम का नेत्रत्व राजेंद्र विश्वकर्मा ब्लॉक अध्यक्ष किसान यूनियन और शशिकांत तिवारी तहसील अध्यक्ष किसान यूनियन।प्रधान विशायकपुर दिनेश तिवारी, प्रधान काशीखेड़ा, पम्मी तिवारी पूर्व प्रधान दूलापुर रजोले त्रिवेदी , प्रधान बिठोली सुंदर त्रिवेदी,कल्लू तिवारी, अनिल शुक्ला आदि भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।इस धरना कार्यक्रम की खास बात यह रही कि हर गाँव के लोगो का प्रतिनिधित्व इसमें शामिल रहा.मुख्य सम्बोधन पूर्व प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष रामविलास सिंह का रहा।
रायबरेली से न्यूज प्लस के लिए सिद्धार्थ त्रिवेदी की रिपोर्ट