■ स्व0 बंश बहादुर सिंह स्मारक प्रान्तीय टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता 2018 ‘कप’ पर, प्रतीक क्रिकेट क्लब ढेकवा का कब्जा
■ 5000 से अधिक दर्शकों से खचाखच भरा रहा स्टेडियम
शिवगढ़,रायबरेली-श्री बरखण्ड़ी विद्यापीठ इण्टर कालेज शिवगढ़ के मैदान में आयोजित 18 वीं स्वर्गीय बंश बहादुर सिंह स्मारक प्रान्तीय टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता 2018 के फाइनल मैच में प्रतीक क्रिकेट क्लब ढेकवा ने सद्भावना क्रिकेट क्लब नेरथुआ को 6 विकेट से पराजित कर कप अपने नाम कर लिया है।
प्रतियोगिता का फाइनल मैच बड़ा ही रोमांचक रहा। सदभावना क्रिकेट क्लब नेरथुआ टीम ने टाॅस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए प्लेयर अमित काकोरी के 32 रन के सहयोग से 117 रन बनाकर 20 वें ओवर की अन्तिम बाल में आल आऊट हो गई।
वहीं लक्ष्य का पीछा करने उतरी प्रतीक क्रिकेट क्लब ढेकवा ने अपने बेस्ट खिलाड़ी जीतू के 45 रन की मदद से 9.1ओवर में ही 6 बिकेट से मैच जीत लिया। 45 रन बनाकर 3 बिकेट लेने वाले ढेकवा टीम के जीतू को मैन आॅफ दा मैच से नवाजा गया है। वहीं प्रतियोगिता में 95 रन बनाकर 8 बिकेट चटकाने वाले जीतू को ही मैन आॅफ दा सिरीज से भी नवाजा गया है।प्रतियोगिता में 91 रन बनाने वाले दीपू को बेस्ट बैट्स मैन व 9 बिकेट लेने वाले रवि को बेस्ट बालर के एवार्ड से नवाजा गया। अर्जुन सीमेट के निदेशक आनन्द गुप्ता
व टोटल आॅयल इण्डिया इल्फ प्राइवेट लिमिटेड लखनऊ के मैनेजर बीके अवस्थी एवं ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि मुकेश प्रताप सिंह,थानाध्यक्ष लालचन्द्र सरोज द्वारा संयुक्त रुप से विजेता टीम के कप्तान सोनू पाण्डेय को कप एवं 11 हजार की नगद धनराशि देकर पुरस्कृत किया गया। एवं रनर टीम को 7000 रुपये की नकद धनराशि देकर पुरस्कृत किया गया। साथ ही रनर और विनर टीम के खिलाडियों को यूनिफॉर्म व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
अर्जुन सीमेट एवं टोटल आॅयल इण्डिया इल्फ प्राइवेट लिमिटेड व ग्राम प्रधान द्वारा चौका, छक्का एवं विकेट पर नगद पुरस्कार देकर खिलाड़ियों का किया गया उत्साहवर्धन
अर्जुन सीमेन्ट के निदेशक आनन्द गुप्ता व टोटल आॅयल इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर बीके अवस्थी एवं
सराॅय छत्रधारी प्रधान प्रतिनिधि सतीश श्रीवास्तव की ओर से पहले खिलाड़ी द्वारा 6 छक्के लगाने पर 1100 रुपये, हैट्रिक छक्के ,हैट्रिक चौके अथवा 50 रन बनाने पर 500 रुपये नगद पुरस्कार एवं प्रत्येक छक्के पर पवन मिश्रा की ओर से 101,प्रत्येक चौके पर 51 रुपये वहीं अर्जुन सीमेन्ट के निदेशक आनन्द गुप्ता की ओर से प्रत्येक छक्के पर 151 रुपये,प्रत्येक चौके पर 101 रुपये का नगद पुरस्कार देकर खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया गया। आनन्द गुप्ता ने ढेकवा टीम के कप्तान सोनू पाण्डेय का मनोबल बढ़़ाते हुए कहा कि आज सोनू पाण्डेय ने इन पंक्तियों को चरितार्थ साबित करते हुए निश्चित रुप से इतिहास रच दिया है।”अपनी जमीर अपना आकाश पैदाकर,अपने अन्दर एक नया विश्वास पैदाकर,
मांगने से तो मौत भी नही मिलती मेरे दोस्त,अगर कुछ करना है तो एक नया इतिहास पैदाकर।”
बीके अवस्थी ने खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहाकि लड़खड़ा रहे हैं आज तो कल,अनुभवों का सहारा होगा,आज गर्दिश में हैं तो क्या,चमकदार सितारा होगा।
कमेन्टेटरों ने खिलाड़ियों एवं दर्शकों में भरा उत्साह
प्रतियोगिता में बेहतरीन कमेंट्री करके सुशील यादव,ह्तेश चौहान,आशीष चतुर्वेदी,अंकित राठौर ने खिलाड़ियों एवं 5000 से अधिक दर्शकों का जमकर उत्साह वर्धन कर। के साथ ही रोमांच पैदा कर दिया।स्कोरिंंग की जिम्मेदारी अशेष सिंह द्वारा निभाई गई।
अनुभवी एम्पोयरों के निष्पक्ष निर्णय की सराहना
बेहद अनुभवी एम्पायर राम पाण्डेय,अभिमान सिंह ने
पूरी प्रतियोगिता में निष्पक्षता पूर्वक निर्णय लेकर एक मिशाल कायम कर दी है। जिनकी खिलाड़ियों एवं दर्शकों ने जमकर सराहना की।
जिले की नम्बर वन प्रतियोगिता
दर्शकों की संख्या को देखते हुए स्वर्गीय बंश बहादुर सिंह स्मारक प्रान्तीय टेनिस बाॅल क्रिकेट प्रतियोगिता पिछले 18 सालों से जिले के नम्बर वन पायदान पर बनी हुई है। प्रतियोगिता के भव्य आयोजन के लिए दर्शकों ने आयोजक कमेटी के प्रति आभार प्रकट किया है। दर्शकों का कहना है कि ग्रामीण अंचल के शिवगढ़ स्ट्रेट में आयोजित प्रान्तीय टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता से ग्रामीण अंचल में छुपी हुई प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।
इस अवसर पर राजबहादुर सिंह,रामनरेश,तरुण सिंह,पवन सिंह,अनुभव सिंह,चन्द्रोदय,अभिमान सिंह,विशाल सिंह,रामकुमार पाण्डेय,विनोद सिंह,ओम प्रकाश,उदय प्रताप सिंह,शैलेन्द्र सिंह,पंकज श्रीवास्तव,शैलेन्द्र गुप्ता,अनिल जायसवाल,अंकित सिंह,दिनेश सिंह,वीरेन्द्र सिंह,रिन्कू दुबे,राजकुमार गुप्ता, अभिषेक त्रिपाठी एरिया मैनेजर,अजय द्विवेदी,हरीश द्विवेदी,जानकीशरण जायसवाल आदि लोग उपस्थित रहे।
प्रतीक क्रिकेट क्लब के कप्तान सोनू पाण्डेय ने रचा इतिहास
प्रतीक क्रिकेट क्लब ढेकवा के कप्तान धीरेंद्र कुमार पाण्डेय उर्फ सोनू पाण्डेय ने स्व0 बंश बहादुर सिंह स्मारक प्रान्तीय टेनिस बाॅल क्रिकेट प्रतियोगिता में सातवीं बार ढेकवा का परचम लहराकर एक इतिहास रच दिया है। सोनू पाण्डेय बताते हैं कि वे बचपन में बहुत शरारती थे इसके साथ ही वे क्रिकेट के अत्यधिक शौकीन थे।सरस्वती शिशु मन्दिर शिवगढ़ से प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के दौरान वीर पुरुषों की कहानियां पढ़कर वे बेहद प्रभावित हुए अब वे शरारत के बजाय अनुशासनात्मक सबक सीख चुके थे। शिवगढ़ कस्बे में स्थित श्री बरखण्ड़ी विद्यापीठ इण्टर कालेज शिवगढ़ से वर्ष 2004 में हाईस्कूल और वर्ष 2006 में इण्टरमीड़िएट तथा वर्ष 2009 में ग्रेजुएशन करने के बाद उनका मन क्रिकेट में एक दम से रम गया।
स्नातक के बाद क्रिकेट में सफलता अर्जित करना उनके जीवन का प्रमुख उद्देश्य बन गया था। विद्यालय एवं कालेज में छुट्टी के बाद उनका समय क्रिकेट के मैदान पर ही बीतता था। ग्रेजुएशन करने के उपरान्त उन्होंने स्व0 बंश बहादुर सिंंह स्मारक क्रिकेट प्रतियोगिता में अपनी टीम को विद्यापीठ के मैदान में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता में उतारने का फैसला किया।किन्तु शुरु में ही उन्हे पराजय का मुंह देखना पड़ गया। लोगो के ताने बाने सुन, सुनकर वे बहुत ही ज्यादा डिप्रेशन में चले गये और परेशान होकर हमेशा के लिए क्रिकेट को छोड़ने का फैसला कर लिया। लेकिन कहते हैं कि शौक अगर जुनून में बदल जाये तो पीछे मुड़कर नही देखना चाहिए। यही कुछ उनके साथ हुआ।
एक बार फिर उन्होंने वर्ष 2010 में शिवगढ़ टूनामेन्ट में खेलने का दृढ़ निश्चय किया। इस बार उन्होंने अपने नटखट बेटे प्रतीक के नाम पर अपनी टीम का नाम प्रतीक क्रिकेट क्लब ढेकवा रख दिया और उनकी रिकार्ड तोड़ मेहनत एवं खिलाड़ियों के परस्पर सहयोग से उन्हे सफलता मिली। कप 2010 जीतकर सभी को गौरवान्वित कर दिया। किन्तु वर्ष 2011 में उन्हे फि से पराजय का मुंह देखना पड़ गया। किन्तु इस बार उन्होंने मन से हार नही मानी अपने द्वारा की गई गलतियों की गहनता से समीक्षा की। जिसके वर्ष 2012 से लेकर अब तक पीछे मुड़कर नही देखा। 202 से अब तक उन्होंने डबल हैट्रिक मार कर सातवी बार शानदार सफलता अर्जित कर, ढेकवा का परचम फहरा दिया है। सोनू ने खिलाड़ियों को संदेश देते हुए कहाकि कदम बढ़ाया है जो आगे तो रुकने का नाम न लो,मत बैठो तुम थख कर जब तक विजय पताका थाम न लो।
सफलता का श्रेय
सोने पाण्डेय ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता अवधेश कुमार पाण्डेय,माता शैल कुमारी पाण्डेय,पत्नी प्राची पाण्डेय व छोटे भाइयों एवं गुरुजनों व ग्रामीणों को देते हुए कहाकि सभी लोगों ने हमारे लक्ष्य को आसान बनाने के साथ ही आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
रायबरेली से न्यूज प्लस संवाददाता अंगद राही की रिपोर्ट ।