रायबरेली-विकलांग से दिव्यांग हो गए, पर बदला कुछ नहीं विकलांगों को अब दिव्यांग कहा जाने लगा है, लेकिन इस सम्मानजनक संबोधन से उनकी समस्याओं में कोई कमी नहीं आयी है। आलम ये है कि जहां विकलांग योजनाओं का लाभ पाने के लिए दर-दर ठोकरें खाते फिरते हैं वहीं पहुंच वाले व्यक्तियों द्वारा विकलांगों का हक मारा जा रहा है। विडम्बना है कि एक ओर जरुरतमन्द पात्र विकलांग आजादी के 70 वर्ष बाद भी पेंसन,आवास,नि:शुल्क यात्रा सहित मूलभूत आवश्यकताओं से जूझ रहे हैं। वहीं शासन प्रशासन में ऊंची पहुंच रखने वाले अपात्र व्यक्ति विकलांगता के फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे विकलांग पेंसन सहित सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला क्षेत्र के पिपरी ग्रामसभा का प्रकाश में आया है। जहां की रहने वाली पूर्व प्रधान अनुसुइया देवी ने अपने कार्यकाल में पद का नाजायज फायदा उठाकर अपात्रता की श्रेणी में होते भी अपने पति पूर्व प्रधान अवनीश कुमार अवस्थी की विकलांग पेंसन पास करा दी गयी । पूर्व प्रधान पति द्वारा विकलांग पेंसन में सेंध लगाकर वर्षों से विकलांग पेंसन सहित सुविधायें लिए जाने का मामला तब प्रकाश में आया जब ग्रामीणों की मांग पर प्रधान अनुपमा तिवारी द्वारा सार्वजिनक स्थल पंचायत भवन की दीवार पर ग्रामसभा के विकलांग पेंसन धारकों की सूची अंकित कराई गयी ।
विदित हो कि पिपरी ग्रामसभा के भवनपुर निवासी जगजीवन पुत्र संतराम ने 29 अक्टूबर 2017 को जिला अधिकारी रायबरेली के यहाॅ लिखित शिकायत की है कि पिपरी निवासी अवनीश कुमार अवस्थी पुत्र केदारनाथ ने अपनी पत्नी के कार्यकाल के दौरान गलत तरीके से विकलांग पेंसन पास करा ली है और यह बहुत बड़े आदमी हैं इनके पास 6-7 बीघा जमीन 4 पहिया वाहन ,शिवगढ़ में तीन पक्के मकान,बन्दूक का लाइसेन्स व सोने चांदी की दुकान है। यह किसी भी प्रकार से विकलांग नही हैं। जबकि विकलांग पेंसन गरीब विकलांगों को मिलती है। इनके द्वारा गरीबों का हक मारा जा रहा हैं।
वर्तमान प्रधान अनुपमा तिवारी ने बताया कि अवनीश कुमार अवस्थी पुत्र केदार द्वारा गलत तरीके से विकलांग पेंसन ली जा रही। जिनकी पत्नी पूर्व प्रधान अनुसुइया देवी द्वारा फर्जी विकलांग प्रमाण पत्रों के सहारे विकलांग पेंसन ली जा रही है।
वहीं पूर्व प्रधान पति अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मेरा उस बैंक में खाता ही नही है।
ग्राम विकास अधिकारी आलोक कुमार शुक्ला ने बताया कि पिपरी निवासी पूर्व प्रधान अवनीश कुमार अवस्थी पुत्र केदार द्वारा विकलांग पेंसन ली जा रही है।
इस बाबत जानकारी लेने के लिए जब उत्तर प्रदेश पूर्वी ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबन्धक से फोन से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि अवनीश कुमार अवस्थी पुत्र केदार के खाते में 1500 रुपये के हिसाब से रुपयें आते है ये किस चीज का रूपये हैं इसकी जानकारी नही है।