रायबरेली(ऊॅचाहार)-यूपी में रायबरेली के ऊंचाहार थाना क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन) प्लांट में बड़ा हादसा हुआ है। ऊंचाहार एनटीपीसी में 500 मेगावॉट की यूनिट नंबर 6 के बॉयलर का स्टीम पाइप फटने से हुए इस हादसे में अब तक 22 मजदूरों की मौत हो चुकी है। इस दर्दनाक हादसे में 150 से ज्यादा वर्कर्सो के घायल होने की जानकारी मिल रही है।
एनटीपीसी ऊॅचाहार में विस्फोट के बाद की तस्वीर
शाम 4 बजे हुए इस ब्लास्ट के बाद प्लांट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल है। सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) ने पूरे परिसर को घेर लिया है। परिसर के बाहर घायल मजदूरों के परिजन अपनों की तलाश में भटक रहे हैं। राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम को मौके पर लगाया गया है। घायलों को इलाज के लिए रायबरेली, इलाहाबाद के साथ लखनऊ भेजा जा रहा है। हादसे की सूचना मिलने के बाद यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी मौके पर पहुंच गए हैं।
विस्फोट के बाद राख और भाप से कुछ मिनटों के लिए अन्धकारमय हो गया एनटीपीसी
350 मजदूर कर रहे थे काम
एनटीपीसी के यूनिट नंबर 6 में यह हादसा जिस वक्त हुआ, वहां तकरीबन 350 मजदूर और अधिकारी काम कर रहे थे। 500 मेगावॉट बिजली उत्पादन की इस यूनिट में विस्फोट बॉयलर से टरबाइन के बीच स्थित स्टीम पाइपलाइन में हुआ। स्टीम पाइपलाइन अचानक फटने से 250 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा गर्म राख चारों तरफ फैल गई। इस राख की चपेट में आने से लगभग 150 मजदूर झुलस गए।
झुलसे मजदूर को इलाज के लिए ले जाती टीम
विस्फोट के दौरान फैले गर्म राख और धुएं के बाद चारों तरफ चीख-पुकार के साथ कोहराम मच गया। यहां पर काम करने वाले तमाम मजदूरों का पता नहीं चल रहा है। उनके परिजन गेट के बाहर प्रशासन विरोधी नारे लगा रहे हैं। एनटीपीसी प्लांट में बॉयलर का पाइप फटने से भीषण आग भी लग गई। प्रमुख सचिव गृह ने इस हादसे में अब तक 22 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।यह संख्या और भी बढ़ सकती है।
NTPC ने दिया जांच का आदेश
एनटीपीसी ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। उधर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऊंचाहार दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव गृह को बचाव और राहत कार्य के लिए हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं। वहीं डीएम समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए गए हैं।
कई घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है। ऐसे में मृतकों की तादाद बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। घायलों की मदद के लिए लखनऊ और आस-पास के जिलों से भी एम्बूलेन्स भेजी गई हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से हादसे के बाद बात की। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को सभी तरह की मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। रायबरेली के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) डीके सिंह ने 14 मौतों की पुष्टि की है।
NTPC के तीन AGM भी घायल
घायलों को आनन फानन में जीवन ज्योति चिकित्सालय ले जाया गया। वहीं ऊॅचाहार में इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं है। ऐसे में घायल मजदूरों को लखनऊ, इलाहाबाद और रायबरेली के अस्पतालों में भेजा जा रहा है। घटना के बाद घायलों की बड़ी तादाद को देखते हुए लखनऊ के अस्पतालों को भी अलर्ट किया गया है।
घायलों में एनटीपीसी के कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। इस बीच हादसे की जानकारी मिलने के बाद रायबरेली के डीएम भी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि हादसे में एनटीपीसी के तीन AGM (असिस्टेंट जनरल मैनेजर) संजीव कुमार शर्मा, प्रभात श्रीवास्तव और मिश्रीराम भी घायल हुए हैं।
एनटीपीसी में हुआ भयानक हादसा
घायलों को रायबरेली जिला अस्पताल और सिमहैंस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है।जहां यह हादसा हुआ वहां 500 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होता है। एनटीपीसी ने इस हादसे पर अपने बयान में कहा, ‘एनटीपीसी ऊंचाहार की 500 मेगावॉट अंडर ट्रायल यूनिट के बॉयलर में आज दोपहर बाद एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ है।’
यूनिट में 1500 से ज्यादा मजदूर करते हैं काम
एनटीपीसी की इस यूनिट में डेढ़ हजार से अधिक मजदूर काम करते हैं। हादसे की सूचना के फौरन बाद जिले की सभी ऐंबुलेंस एनटीपीसी बुलाई गई हैं। इस दौरान कई मजदूरों के लापता होने की भी सूचना मिल रही है। मौके पर पहुंचे मजदूरों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। हादसे को लेकर एनटीपीसी के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है।
CISF ने प्लांट को घेरे में लिया
फिलहाल प्लांट में किसी भी बाहरी को प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) ने पूरे प्लांट को अपने घेरे में ले लिया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। प्लांट में अभी भी धुआं निकल रहा है। हालांकि अभी तक एनटीपीसी और जिला प्रशासन की ओर से मृतकों के आंकड़ों की पुष्टि नहीं हो सकी है।
मृतकों के परिजनों को 2 लाख मुआवजा
एनटीपीसी में हुए इस बड़े हादसे पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की नजर है। अभी वह मॉरिशस के दौरे पर हैं। सीएम आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह को मौके पर राहल और बचाव कार्य से जुड़े कदम तत्काल उठाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है।इसके अलावा गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये और सामान्य घायलों को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया गया है।
सीएम ने रायबरेली के डीएम और अन्य वरिष्ठ अफसरों को घायलों के समुचित इलाज का निर्देश दिया है।
लखनऊ के SGPGI में घायलों का इलाज
यूपी सरकार ने निर्देश दिए हैं कि घायलों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में किया जाए। साथ ही घायलों के इलाज का खर्च भी यूपी सरकार वहन करेगी।
प्रधानमंत्री नारेन्द्र मोदी ट्यूट कर प्रकट किया दु:ख
रायबरेली में एनटीपीसी संयंत्र में दुर्घटना से गहरा दुःख हुआ। मेरे विचार शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं ईश्वर घायलों को जल्दी ठीक कर दे। स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और अधिकारी सुनिश्चित कर रहे हैं कि सामान्य स्थिति बहाल की जा रही है।
राष्ट्रपति ने किया दु:ख प्रकट
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने ट्यूट करते हुए लिखा है एनटीपीसी हादसे से गहरा दु:ख हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं।सरकार घायलों की सहायता कर रही है।
राहुल गांधी ने जताया दुख
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में हुए इस बड़े हादसे पर पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर दुख जताया है। राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘रायबरेली NTPC प्लांट की घटना से मन विचलित है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवार के साथ हैं। प्रशासन से आग्रह है घायलों को तत्काल मदद दी जाए।’रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह ने व्यक्त की संवेदना
रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह ने ट्यूट कर लिखा है कि ऊॅचाहार घटना ने दिल को झंकझोर दिया है।मेरे शब्द पीडितों के परिजनों के आंसू तो नही रोक सकते लेकिन मेरी अपील है कि हिम्मत बांधे रखें।
घायलों एवं मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए राहुल गाॅधी सूरत से रायबरेली के लिए रवाना हो चुके हैं।
पीडतों को न्याय नही मिला तो हम लोग बड़ी लड़ाई लड़ेगे:ऊॅचाहार विधायक मनोज पाण्डेय
एनटीपीसी में हुई घटना एक बड़ी दर्दनाक घटना है।बड़ी जाॅच होनी चाहिए जो यूनिट म्योचोर नही है उसे क्यों चलाया जा रहा था ? डा0 मनोज पाण्डेय ने मृतकों के परिजनों के लिए 50-50 लाख रुपये मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी,घायलो को दो दो लाख मुआवजा दिए जाने की मांग की है। डा0 मनोज पाण्डेय का कहना है कि दोषियों के प्रति एफआईआर कार्यवाई होनी चाहिए। यदि पीड़तों को न्याय न मिला तो उन्हे इन्साफ दिलाने के लिए बड़ी लड़ाई लड़ी जायेगी।मीडिया से बात करते विधायक डा0 मनोज पाण्डेय
हादसे के बाद जिले की सभी ऐंबुलेंस एनटीपीसी बुला ली गई हैं। घायल मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा जा रहा है। इसमें कई मजदूरों की हालत गंभीर बनी हुई है। किसी भी तरह की आशंका को देखते हुए एनटीपीसी परिसर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। बुधवार की अपेक्षा आज सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त कर दी गयी है।
एनटीपीसी के अधिकारियों की लापरवाही आयी सामने
एनटीपीसी के ही वर्कर राकेश ने मीड़िया को बताया है कि बाॅयलर चोक की जानकारी 12 बजे ही हो गयी थी। उसके बावजूद बिजली उत्पादन का कार्य चल रहा था। वह विस्फोट के दो मिनट पहले ही बाहर निकला था। अन्यथा वह भी दुर्घटना का शिकार हो जाता।
रायबरेली से न्यूज प्लस संवाददाता देवेशे वर्मा/अंगद राही की रिपोर्ट।