सीएम साहब ! शिवगढ़ क्षेत्र के कई एएनएम सेन्टरों में लटक रहा ताला, स्वास्थ्य सुविधायें बदहाल

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रायबरेली(शिवगढ़)-एक ओर शासन द्वारा जहां ग्रामीण अंचल की स्वास्थ्य सुविधायें बेहतर बनाये जाने का ढिढ़ोंरा पीटा जा रहा है। वही दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते शिवगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण अंचल कोटवा, ओसाह, रींवा, अछई में लाखों की लागत स्थित एएनएम सेन्टरों में वर्षों ताला लटक रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक एएनएम सेन्टर कोटवा तीन वर्षों रामभरोसे चल रहा हैं। एएनएम सेन्टर कोटवा के अन्दर खड़ी बड़ी-बड़ी झाड़ियों और खरपतवार को देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने दिनों इसका ताला नही खुला होगा। ग्रामीणों ने बताया कि इस एएनएम सेन्टर में तीन वर्षो से इसी तरह ताला लटक रहा है कभी कभार महीने छ:महीने में एएनएम आती भी हैं तो दूसरे के दरवाजे बैठकर लिखा पढ़ी करके चली जाती हैं। इस बाबत जानकारी लेने के लिए जब सीएचसी अधीक्षक आरएस कुठार से बातचीत की गयी तो उन्होंने बताया कि एएनएम सेन्टर कोटवा में पूर्व में तैनात मनोरमा का एचबी(सुपर वाईजर) के पद पर प्रामोशन हो गया किन्तु अभी तक उन्होने किसी को चार्ज नही दिया है। वहीं उन्होंने ज्यादा जानकारी के लिए सीएचसी शिवगढ़ में तैनात एनएमए से बात करने की बात कहीं।

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जिसके पश्चात एनएमए संदीप वर्मा से बात की गयी तो उन्होने बताया कि एएनएम सेन्टर कोटवा में तैनात मनोरमा का तीन वर्ष पूर्व एचबी पोस्ट के पद पर प्रामोशन हो गया है किन्तु उन्होंने तीन वर्षों से अभी तक किसी को चार्ज नही दिया है। टीकाकरण की बात पर कहने लगे कि संविदा कर्मियों को भेजकर किसी तरह टीकाकरण करा लिया जाता हैं। संदीप वर्मा ने बताया कि शिवगढ़ क्षेत्र में कोटवा के अलावां भी रींवा और ओसाह ऐसे एएनएम सेन्टर हैं जहां किसी एएनएम की तैनाती नही है। यही आलम एएनएम सेन्टर अछई का है जहां तैनात एएनएम छः माह के अवकाश पर हैं। एनएमए संदीप कुमार वर्मा ने बताया कि दूसरे सेन्टर की एएनएम से टीकाकरण का काम करा लिया जाता है। सवाल उठता है कि टीकाकरण जैसी स्वास्थ्य सुविधाओं का जच्चा बच्चा के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है क्या इसी तरह ग्रामीण अंचल की जच्चा और बच्चा की जान जोखिम में डालकर रामभरोसे स्वास्थ्य सुविधायें चलती रहेंगी ? शिवगढ़ क्षेत्र की बदहाल स्वास्थ्य सुविधायें। सरकार के दावों की पोल खोलती नजर आ रही हैं। विडम्बना है कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी ग्रामीण अंचल के लोग बिजली,पानी,स्वास्थ्य,शिक्षा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक वीआईपी और आम जनता के बीच का फर्क नही मिटेगा। तब तक यूहीं ग्रामीण अंचल की जनता के साथ छलावा होता रहेगा। ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र ही कोटवा,रीवां,ओसाह,अछई एएनएम सेन्टर में एएनएम की तैनाती नही की गई तो वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करने के साथ साथ आन्दोलन करने को मजबूर हो जायेंगे।

रायबरेली से न्यूज प्लस संवाददाता अंगद राही/
विपिन पाण्डेय
की रिपोर्ट

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