सिंचाई विभाग की उदासीनता का खामियाजा मुगत रहे कृषक
लखनऊ ( नगराम )- मोहनलालगंज विकास क्षेत्र के अन्तर्गत नगराम से 3 किमी की दूरी पर स्थित अमवा मुर्तजापुर के पूरब दिशा में स्थित लगभग एक किमी लम्बा नाला शताब्दी ड्रेन (शिवगढ़ ड्रेन) में जाकर मिल गया है। नाले की खुदाई 7 दशक पूर्व इस उद्देश्य से कराई गयी थी की अमवा, मुर्तजापुर, असलमनगर की सैकड़ों बीघा नष्ट होने वाली धान की फसल चौपट होने से बच जायेगी। वहीं खेतों में धान की फसल के साथ ही कृषक रवी की फसल भी उगा सकेंगे। किन्तु सिंचाई विभाग की उदासीनता के चलते पिछले 10 वर्षों से नाले की सफाई नही कराई गयी है जिसके चलते प्रति वर्ष अमवा,मुर्तजापुर,असलम नगर की सैकड़ों बीघा धान की फसल जलमग्न होकर चौपट हो जाती है।
गेहूँ की बुआई के समय पानी में धान की फसल काट रहे कृषक
जहाँ एक ओर कृषक खेतों में गेहूँ की बद्दर बुआई कर रहे हैं वहीं नाले की सफाई न होने के चलते अमवा,मुर्तजापुर,असलम नगर के कृषक अभी भी पानी में खड़ी चौपट हो चुकी धान की फसल को काटकर चारपाई आदि के सहारे निकालने को मजबूर हैं। ऐसी स्थिति में कृषक खेतों में मात्र धान की फसल ही उगा पाते हैं। आलम ये है की धान की फसल जलमग्न होकर चौपट हो जाने के चलते प्रभावित कृषकों को अपने परिवार की जीविका चलाने के लिए शहरों के लिए पलायन करना पड़ता है। कृषकों द्वारा सिंचाई विभाग से लेकर जनप्रतिनिधियों तक दर्जनों बार गुहार लगाने बावजूद नतीजा शून्य रहा। इसके बावजूद कुम्भकर्णी नींद में सो रहे सिंचाई विभाग की आज तक नींद नही खुल सकी। जिसका खामियाजा कृषकों को भुगताना पड़ रहा है।
मनरेगा से कराई जा सकती है नाले की सफाई
अगर अमवा मुर्तजापुर के ग्राम प्रधान चाहें तो मनरेगा के तहत नाले की सफाई करवाकर सैकड़ों बीघा जलमग्न होने वाली धान की फसल को चौपट होने से बचा सकते हैं। विडम्बना है कि जो जनप्रतिनिधि चुनाव से पूर्व जनता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की बात करते हैं वही जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद आम जनमानस की मूलभूत समस्याओं से भी अन्जान बन जाते हैं।
अमवा,मुर्तजापुर,असलमनगर प्रभावित कृषकों का कहना है कि वे नाले की सफाई के लिए भाजपा सांसद कौशल किशोर से मिलकर नाले की सफाई का मुद्दा उठायेंगे।
मोहनलालगंज से न्यूज प्लस के लिए प्रमोद राही की रिपोर्ट।