रायबरेली(शिवगढ़)- क्षेत्र की ओडीएफ चयनित ग्रामसभा रायपुर नेरुआ को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए टिगरिंग प्रोग्राम के माध्यम से ग्रामीणों को जागरुक किया गया। एडीओ पंचायत सुशील चन्द्र पाण्डेय ने टिगरिंग प्रोग्राम के माध्यम से ग्रामीणों को समझाते हुए कहाकि -खुले में शौंच करने से तरह-तरह की संक्रामक बीमारियां जन्म लेती हैं। सड़कों एवं गलियारों के किनारे खुले में शौच करने साईकिल,मोटरसाईकिल,चप्पल,मक्खी आदि के द्वारा मल पुनः घर, रसोंई एवं खाद्य पदार्थों तक पहुंच जाता है। जाने अन्जाने में खुले में पड़ा मल मक्खी व हवा के द्वारा हमारे भोजन तक पहुंच जाता है। जिसके चलते हम सभी तरह तरह की संक्रामक बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। विभिन्न प्रकार संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए हम सभी को मिलकर गाॅव को खुले में शौच से मुक्त करना होगा। तभी स्वस्थ्य भारत का सपना साकार हो सकेगा। ग्राम विकास अधिकारी आलोक शुक्ला ने ग्रामीण को जागरुक करते हुए कहाकि -स्वच्छता सभ्य समाज की पहचान है। जहां स्वच्छता नही वहां पशुता बसती है।
प्रधान प्रतिनिधि रतीपाल रावत ने कहाकि- इंसान एक सामाजिक प्राणी है जिसे ईश्वर ने सोंचने समझने की शक्ति दी है। यदि इंसान घर में शौचालय होते हुए भी खुले में शौंच करे तो उसकी मूर्खता होगी। खुले में शौंच करने से हम अपने परिवार के साथ-साथ गाॅव के लोगों के लिए संक्रामक बीमारियों को दावत देते हैं। श्री रावत ने कहाकि मेरा सपना था कि रायपुर नेरुआ ग्रामसभा खुले में शौंच से मुक्त हो। शासन की ओर से रायपुर नेरुआ ग्रामसभा को ओडीएफ की सौगात मिलने से गाॅव को खुले में शौंच मुक्त कराने का मेरा सपना जल्द ही पूरा हो जायेगा।इस मौके पर ग्राम प्रधान रामरती,खण्ड प्रेरक अंकित अवस्थी, कोटेदार सुनीता रावत,दिनेश कुमार रावत, ग्राम पंचायत सदस्य द्वारिका प्रसाद,चन्द्रभान,अशोक,विजय, राम जियावन,अर्जुन प्रसाद आदि लोग मौजूद रहे।
रायबरेली से न्यूज प्लस संवाददाता अंगद राही की रिपोर्ट।