एस.पी. तिवारी/ योगेश मिश्रा
लखीमपुर-खीरी : अपनी मेहनत व लगन के बलबूते पर शिक्षा के क्षेत्र में गयी,और धीरे-धीरे इस स्कूल के प्रति अच्छी व सस्ती शिक्षा के चलते क्षेत्र के अभिभावकों का मन भी इस ओर आकर्षित हो गया।जो अपनी बुनियाद पर भी यह स्कूल खरा उतर रहा हैं।तथा इंटर मीडिएड इंग्लिश से सीबीएसई दिल्ली से मान्यता प्राप्त कर तहसील निघासन का गौरवमयी स्कूल बना।
बताते चले की एक समय था जब निघासन क्षेत्र में बच्चों की पढ़ाई के मामले में पूरे क्षेत्र में परिषदीय विद्यालयों को छोड़कर और शिक्षा के क्षेत्र में कोई अच्छी सेवा प्रदान करने वाला कोई प्राईवेट स्कूल नहीं था,तब उस समय आर०के०कश्यप व मीनाक्षी कश्यप पड़ोसी राज्य से आकर रकेहटी रोड़ पर बने एक नीजी स्कूल में बच्चों को शिक्षा देने लगे,इन दोनों की मेहनत व लगन को देखते हुये,पहले वह स्कूल ठीक चला फिर क्षेत्र के कई अभिभावकों की मांग पर इन दोनों लोगों ने कस्बें के लालपुर रोड़ पर एक किराये के मकान में कक्षा एक से पाँच तक की मान्यता लेकर एबलान पब्लिक स्कूल के नाम से संचालित किया।कठोर मेहनत व अपनी शिक्षा से बच्चों के प्रति लगाव कर उनके अभिभावकों के विश्वास पर खरा उतर कर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई और अभिभावकों व अपने ईष्टमित्रों से तालमेल रखकर कई सालों बाद सिंगाही रोड पर जमीन लेकर अपना नीजी स्कूल की नींव रखी,जो अपने व अभिभावकों के अथक प्रयासों से धीरे-धीरे कक्षा के०जी०से इंटरमीडिएड इंग्लिश से सीबीएसई नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त कर तहसील निघासन को भी शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग पहचान दिलवाई।जो तहसील धौराहरा व ब्लाक रमियाबेहड़ क्षेत्र में अभी तक इंटरमीडिएट सीबीएसई का कोई स्कूल नहीं हैं।तथा बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए मानकों के अनुसार योग्य महिला व पुरुष शिक्षकों को रखा गया,साथ ही हर क्लास रुम को सीसीटीवी कैमरों से शिक्षकों व उनकी पढ़ाई पर निगरानी रखने के लिए लगाया गया हैं।तथा स्कूल के प्रधानाचार्य झण्डी निवासी अनुराग दत्त भी स्कूल के अनुशासन के मामले से लेकर शिक्षा के क्षेत्र में भी इस स्कूल को एक नई ऊंचाई दी हैं।साथ ही बच्चों के पीने के लिए शुद्ध आरओं पानी की भी व्यवस्था उपलब्ध हैं।स्कूल के रजिस्टर में जब एसडीएम निघासन ने भी खुद की अपनी एंट्री
एबलान पब्लिक स्कूल में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे एसडीएम निघासन अखिलेश यादव ने स्कूल के नियमों का पालन करते हुये,अपनी एंट्री रजिस्टर पर दर्ज कर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया।
स्कूल द्वारा बने इन नियमों को भी सराहा।छोटे बच्चों की देखभाल के लिए अलग से तीन लगी आया।
के०जी०व नर्सरी कक्षाओं में छोटे बच्चों के लिए दया सिक्योरिटी (रजिस्ट्रेशन)कम्पनी द्वारा नेहा,अंजू,मालती व स्वीपर रिंकू,रामकिशन लगाये गये हैं।जो आया छोटे बच्चों की देखभाल करती हैं,वहीं स्वीपर शौचालयों व क्लास रुम आदि की साफ-सफाई का काम देखते हैं।तथा स्कूल के प्रयोग में लगे वाहन भी मेडिकल किट व मानकों को पूरा करते हैं।बच्चों व स्कूल की सुरक्षा के लिए लगे सिक्योरिटी गार्ड
स्कूल में बच्चों की सुरक्षा तथा स्कूल की सुरक्षा हेतु दया कम्पनी से आये अनिल शुक्ला सिक्योरिटी गार्ड के कंधों पर सुरक्षा व्यवस्था हैं।