रायबरेली(सलोन)
तहसील के सम्पूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्रो को रद्दी की टोकरी तथा गायब कर दिये जाने का मामला प्रकाश में आया है।फरियादियों का कहना था कि प्रार्थना पत्रो को तहसील कर्मियो द्दारा गायब कर दिये जाने के बाद ही शिकायतों का निपटारा नही हो पाता। यह है सलोन तहसील के सभागार में आयोजित तहसील दिवस का सच।सलोन तहसील के सभागार में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में लगभग 11 बजे फरियादी रामआसरे पुत्र श्यामलाल निवासी बघौला तथा जैन साहब निवासी जौदहा पहुंचे।समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे सीडीओ देवेन्द्र कुमार पाण्डे को अपना शिकायती प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।उन्होंने फरियादी के प्रार्थना पत्र पर लेखपाल व राजस्व निरीक्षक को आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।और सभागार के बाहर बैठे तहसील कर्मियो से प्रार्थना पत्र की रसीद ले लेने के भी निर्देश दिये।जिसके बाद तहसील कर्मियो ने प्रार्थना पत्र उनके पास उपलब्ध न होने के बाद रसीद देने से इंकार कर दिया।मौके पर पहुंचे अधिवक्ता तेजभान वर्मा ने मामले की शिकायत दूरभाष पर सीडीओ से की।उन्होंने फरियादी को दूसरा प्रार्थनापत्र तहसीलदार को दिये जाने के निर्देश दिये।समाधान दिवस में कुल 171 फरियादियों ने अपनी शिकायते दर्ज करायी।जिसमे मात्र आठ प्रार्थना पत्रो का निस्तारण किया गया।इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह, एसडीएम श्री राम सचान, तहसीलदार राजेश चौरसिया, मो अख्तर सिद्दीकी, कोतवाली प्रभारी जीडी शुक्ला समेत तहसील स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
रायबरेली से न्यूज प्लस के लिए आनन्द श्रीवास्तव की रिपोर्ट