दक्षिण कोरियाई उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज LG Electronics Inc., मुख्यालय Seoul ने अपने भारतीय सहायक LG Electronics India Ltd के माध्यम से पहला आधा अक्टूबर 2025 में एक ₹15,000 करोड़ का आईपीओ (इनीशियल पब्लिक ऑफर) लॉन्च करने का निर्णय लिया है। यह ऑफर 2025 में अब तक के सबसे बड़े सार्वजनिक प्रस्तुतीकरण की दहलीज को पार करता है, और भारतीय शेयर बाजार में नई ऊर्जा का संचार करता हुआ प्रतीत होता है।
इस आईपीओ को Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने 12‑13 मार्च 2025 को मंजूरी दी थी, जबकि प्रारम्भिक ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दिसंबर 2024 में दायर किया गया था। मूल‑तौर पर अप्रैल‑मई 2025 में शुरू होने वाला यह ऑफर ‘ऑफ़र फॉर सेल’ (OFS) रूप में तय किया गया, परंतु वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण इसे स्थगित कर अक्टूबर में पुनः नियोजित किया गया।
पृष्ठभूमि एवं कंपनी का भारतीय प्रेक्षेत्र
LG Electronics India Ltd, जिसका मुख्य कार्यालय Noida, Uttar Pradesh में स्थित है, 2024 के तीस महीने में 36,401 B2C टचपॉइंट्स के साथ घरेलू उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स (मोबाइल फोन को छोड़कर) में भारत के सबसे बड़े वितरक नेटवर्क का स्वामी बना हुआ था। रेडसीयर की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने जून‑30‑2024 तक आयतन के आधार पर तीन‑महिने‑अवधि में शीर्ष स्थान सुरक्षित किया था।
यह नेटवर्क न केवल बड़े शहरी बाजारों को कवर करता है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी गहरी पैठ रखता है, जिससे ग्राहक सेवा, इंस्टॉलेशन और रख‑रखाव के अवसर भी बढ़े हैं। इस व्यापक कवरेज ने LG को भारत के तेजी से बढ़ते उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में एक रणनीतिक पोजिशन दिया है।
आईपीओ का विस्तृत विवरण
ऑफ़र में कुल 10.2 करोड़ शेयर शामिल हैं, जो कंपनी के 15 % हिस्से के बराबर हैं। सभी शेयर ‘ऑफ़र फॉर सेल’ के तहत बेचे जा रहे हैं, इसलिए प्राप्त रेवेन्यू सीधे दक्षिण कोरियाई मुख्यालय को, कर एवं खर्चों को घटाकर, भेजा जाएगा। इस बात की पुष्टि Business Standard ने 8 सितंबर 2025 को की थी।
बुक‑बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से कीमत तय होगी, अभी तक मूल्य बैंड सार्वजनिक नहीं किया गया है। हालाँकि, इस ऑफर की आकार के कारण बैंकों की एक कंसोर्टिया ने इसे संभालने की इच्छा जताई है:
- मॉर्गन स्टैनली इंडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड
- जे‑पी मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
- एक्सिस कैपिटल लिमिटेड
- बीओएफए सिक्योरिटीज़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
- सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
रेजिस्ट्रार के रूप में KFin Technologies Limited कार्य करेगा।
बाजार पर संभावित प्रभाव
2025 में अब तक लगभग 30 आईपीओ के माध्यम से भारत ने लगभग ₹60,000 करोड़ जुटाए हैं, और आगे के लिस्टिंग (टाटा कैपिटल, ग्रोव, फ़ोनपी, लेंसकार्ट आदि) से अतिरिक्त ₹70,000 करोड़ की उम्मीद है। इस संदर्भ में LG का ₹15,000 करोड़ वाला ऑफर न केवल बाजार में तरलता बढ़ाएगा, बल्कि उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में विदेशी निवेशकों के विश्वास को भी सुदृढ़ करेगा।
वित्तीय विश्लेषक राजीव पंडेय, जो Motilal Oswal के वरिष्ठ स्ट्रेटेजी मैनेजर हैं, ने कहा, “LG का यह कदम भारतीय बाजार में उसके दीर्घकालिक बेज़नेस मॉडल को सुदृढ़ करता है, और निवेशकों के लिए एक आकर्षक एंट्री पॉइंट बनाता है, खासकर जब कंपनी की वितरण शक्ति और सेवा नेटवर्क दोनों ही मजबूत हैं।”
दूसरी ओर, SEBI के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमें LG Electronics India की मजबूत व्यवस्थित प्रबंधन और पारदर्शी खुली प्रकिया पर भरोसा है, और यह आईपीओ भारतीय पूँजी बाजार की विश्वसनीयता को बढ़ाता है।”
आगे की राह और संभावित चुनौतियाँ
आगामी महीनों में कीमत बैंड की घोषणा और बिडिंग प्रक्रिया दो‑तीन हफ्तों के भीतर पूरी होगी। यदि सब कुछ योजना अनुसार चलता है, तो सूचीबद्धता के बाद पहली ट्रेडिंग सत्र 15 अक्टूबर 2025 को हो सकता है। इस बीच, निवेशकों को वैश्विक ब्याज दरों की अस्थिरता, कोरियाई विनिमय दर में उतार‑चढ़ाव, और भारतीय उपभोक्ता खर्च में संभावित मंदी जैसे कारकों पर नज़र रखनी चाहिए।
साथ ही, LG की मौजूदा प्रतिस्पर्धी कंपनियों—जैसे Samsung, Whirlpool, और भारतीय घर-निर्माण ब्रांड—की रणनीतियों का भी इस आईपीओ पर अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ सकता है। यदि LG इस पूँजी को नई तकनीक, जैसे AI‑सक्षम स्मार्ट उपकरण, या ग्रामीण बाजार में डिजिटल भुगतान एकीकरण, में लगाता है, तो इसकी बाजार हिस्सेदारी को अधिक मजबूती मिल सकती है।
सारांश – किन्हें लाभ होगा?
यह ऑफर दो मुख्य समूहों को लाभ पहुँचाएगा: पहला, दक्षिण कोरियाई मूलधन को, जो अपने वैश्विक विस्तार योजना में भारत को प्रमुख मार्केट के रूप में देख रहा है; दूसरा, भारतीय निवेशकों को एक स्थिर, बड़े‑पैमाने की उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने का अवसर।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
LG इलेक्ट्रॉनिक्स का यह आईपीओ भारतीय उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार को कैसे प्रभावित करेगा?
इपॉ के कोटेशन से जुड़ी पूँजी कंपनी को अपने उत्पाद विकास और सेवा नेटवर्क को और विस्तार करने में मदद मिलेगी। परिणामस्वरूप प्रतिस्पर्धा तेज़ होगी, लेकिन साथ ही नई तकनीकी उत्पादों की उपलब्धता भी बढ़ेगी, जिससे अंतिम‑उपभोक्ता को अधिक विकल्प मिलेंगे।
इस ऑफर से कौन‑से निवेशकों को सबसे अधिक लाभ होगा?
रिटेल निवेशक जो भारतीय शेयर बाजार में बड़े‑साइज़ की विदेशी कंपनियों की एंट्री को देख रहे हैं, तथा संस्थागत फंड जो स्थिर रिटर्न और ब्रांड शक्ति वाले निवेश को प्राथमिकता देते हैं, दोनों को इस ऑफर से लाभ हो सकता है।
आईपीओ के लिए निर्धारित मूल्य बैंड अभी तक क्यों नहीं बताया गया?
कीमत बैंड बुक‑बिल्डिंग प्रक्रिया के दौरान ऐडवांस ऑर्डरज़ की प्रतिक्रिया के आधार पर निर्धारित किया जाता है। इस चरण में कंपनी और बैंकों को बाजार की वास्तविक मांग का आकलन करना होता है, इसलिए अंतिम बैंड सार्वजनिक होने में कुछ हफ्ते लगते हैं।
LG की अन्य दक्षिण कोरियाई कंपनियों की तुलना में इस आईपीओ का महत्व क्या है?
ह्यूंदाई मोटर्स के 2024 के आईपीओ के बाद, यह दूसरा दक्षिण कोरियाई समूह है जो भारत में लिस्ट हो रहा है। यह भारतीय पूँजी बाज़ार की अंतरराष्ट्रीय आकर्षण को दर्शाता है और दोनो देशों के बीच आर्थिक सहयोग को गहरा करता है।
क्या इस ऑफर से LG के भारतीय कर्मचारियों की नौकरियों पर असर पड़ेगा?
ऑफ़र फॉर सेल मॉडल में कंपनी को सीधे नई पूँजी नहीं मिलती, इसलिए यह मौजूदा संचालन या कर्मचारियों की संख्या को प्रभावित नहीं करेगा। बल्कि, भविष्य के निवेश का लक्ष्य बुनियादी ढाँचा और सेवा‑केंद्रों को सुधारना हो सकता है, जिससे उपस्थिति में वृद्धि की संभावना बनी रहेगी।