रायबरेली,शिवगढ़-शिवगढ़ थाना क्षेत्र के बैंती गाॅव में 30 नवम्बर दिन बृस्पतिवार की शाम संदिग्ध परिस्थितियों में तालाब में मासूम का शव उतराते मिलने व तालाब के समीप स्थित शिवमन्दिर की दीवारों व बेन्च पर खून की छीटें एवं धब्बे पाये जाने के साथ ही मृतक के सिर में घाव व गले में चोट के निशान पाये जाने व आयी पीएम रिपोर्ट में मासूम की मौत डूबने से नही सिर चोट लगने पुष्टि होने के बावजूद पुलिस की कार्यशैली सिथिल है । मृतक मासूम के परिजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपी पर मेहवान नजर आ रही है। नामजद आरोपी से पुलिस ने पूंछतांछ करने के बाद छोड़ दिया है जिसको लेकर पुलिस के ऊपर से मृतक के परिजनों का विश्वास उठने लगा है। बताते चले की उक्त मामले का शिवगढ़ पुलिस ने अभी तक किसी प्रकार खुलासा नही किया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि ऐसा क्या कारण है कि मासूम की मौत की गुत्थी सुलझाने में शिवगढ़ पुलिस नाकाम दिख रही है।
विदित हो कि शिवगढ़ थाना क्षेत्र के बैंती गाॅव में 30 नवम्बर की शाम लगभग साढ़े 7 बजे 3 वर्षीय मासूम सज्जाद अशरफ उर्फ दिलजान का संदिग्ध परिस्थितियों में तालाब में उतराता हुआ शव देख मासूम के परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए पड़ोस के इरफान उर्फ डेगा उम्र (12) पुत्र जैनुल के खिलाफ शिवगढ़ थाने में तहरीर थी। जिसके सिर पर जख्म और गले पर निशान पाये गये थे । वही घटना के दूसरे दिन मन्दिर की दीवारों व बेंच पर खून के धब्बे और खून की छीटें पायी गई थी। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ये भी साफ हो गया था कि मासूम की मौत तालाब में डूबने से नही, सर में लगी चोट से हुई थी । मृतक के पिता मो0 मुस्लिम ने शिवगढ़ थाने में पड़ोस के इमरान उर्फ डेगा के खिलाफ देकर आरोप लगाया था कि पड़ोस का रहने वाला इरफान उर्फ डेगा (12) पुत्र जैनुल मेरे पुत्र सज्जाद अशरफ को शाम को अपने साथ बुलाकर ले गया था। काफी देर तक जब सज्जाद अशरफ लौटकर घर वापस नही आया तो डेगा से पूछने गये तो उसके परिजन मारपीट पर आमादा हो गये। जिसके बाद काफी खोजबीन करने के बाद बृहस्पतिवार की रात लगभग साढ़े सात बजे, घर से कुछ दूरी पर संदिग्ध परिस्थितियों में मासूम सज्जाद का शव तालाब में उतराता पाया गया है।
शिवगढ़ थानाध्यक्ष लालचन्द्र सरोज का कहना है कि आरोपी से पूछतांछ करके उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। मामले की जाॅच पड़ताल की जा रही है।रायबरेली से न्यूज प्लस संवाददाता अंगद राही की रिपोर्ट