शासन की मंशा पर पानी फेर रहा एग्रो गेहूँ खरीद केंद्र

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महाराजगंज,रायबरेली। भाजपा नेता की धमक के चलते गेहूं क्रय केंद्र किसानों की जेबें ढीली करने का जरिया बनता नजर आ रहा है। जहां सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जिलेवार दौरा कर गेहूं क्रय केंद्रों की तहकीकात कर अधिकारियों एवं कर्मचारियों के पेंच कस रहे वही विकास खंड के पूरे सुखई के झलकारीबाई स्थित गेहूं क्रय केंद्र ( एग्रो ) की स्थिति ”सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का” जैसी साबित हो रही है।
बताते चले की मुख्यमंत्री की मंशा के तहत क्षेत्र में गेहूं खरीद की शुरुआत एक अप्रैल से की गयी जिसके तहत क्षेत्र में दस केंद्रों की मुनादी शासन द्वारा की गयी जिससे क्षेत्र में किसानों के गेहूं खरीद सम्भावित हो सकी किंतु गेंहू खरीद के दो माह पूर्व से अपने नाम सेंटर कराने को प्रयासरत पूर्व विधायक राजाराम त्यागी की धमक का ही असर रहा की जहां सभी केंद्रों की स्थापना क्षेत्र में 1 अप्रैल से हुई वही झलकारीबाई( एग्रो ) गेहूं क्रय केंद्र का नाम क्षेत्र में ग्यारहवें क्रय केंद्र के तौर पर 12 अप्रैल को सामने आया ।  जिस पर क्षेत्रीय किसानों एवं काश्तकारों ने पूर्व विधायक के प्रयासों की दिल खोल कर प्रशंसा की किंतु आशाओं के विपरीत शुरुआत से ही सेंटर स्थापना की नियत में खोट की बातें सामने आती दिखी । क्यूंकि किसानों के गेहूं के सैंपल को पास कराने के नाम पर प्रति कुंतल 110 रुपये सुविधा शुल्क की मांग केंद्र पर भाजपा नेता द्वारा नियुक्त किये गये दो चंगू मन्गू किसानों से मांगते देखे गये जिसकी आडियो रिकार्डिंग भी किसानों ने उच्चाधिकारियों एवं मीडिया को उपलब्ध करायी ।
मालूम हो की शासन की मंशा को तार तार कर भाजपा नेता को लाभ पहुंचाने की मकसद से स्थापित एग्रो गेहूं क्रय केंद्र पर गेहूं में नमी, कागजों में कमी, टोकन व्यवस्था आदि का हवाला देकर सेंटर से लौटाए जा रहे किसानों की फसल न खरीद सेठ साहूकारों, व्यापारियों के गेहूं की तौल आज भी बदस्तूर जारी है जिससे भाजपा नेता के खौफ का अंदाजा शासन प्रशासन की मानसिकता पर साफ साफ झलकता देखा जा सकता है जहां सेंटर से लौटाए जा रहे किसानों एवं गेहूं तौल के नाम पर मांगे जा रहे सुविधा शुल्क की रिकार्डिंग सोशल मीडिया एवं उच्चाधिकारियों तक पहुंचने के बावजूद किसान अपने फसल की तौल का इन्तेजार कर रहे वही पूर्व विधायक एवं निवर्तमान भाजपा नेता के सेंटर की काली करतूत सामने आने के बावजूद प्रशासन आँख मूंदे धन उगाही की मांग करने वालों की हौसला अफजाई कर रहा है जिससे क्रय केंद्र पर ”खुल्ला खेल फरुखाबादी” की तर्ज पर आज भी बदस्तूर जारी है जिसके चलते किसान योगी सरकार के ही नेता से अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है वही शासन प्रशासन की इस आँख मुदौली से परेशान किसानों का दर्द धीरे धीरे जन आक्रोश की शक्ल में बदलता जा रहा है जिसको लेकर प्रशासन पूर्णतया लापरवाह दिखता प्रतीत हो रहा है । इस सम्बंध में जानकारी को लेकर क्रय केंद्र प्रभारी का फोन लगातार स्विच आफ पाया गया । 

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