लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में आस्था की डुबकी

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लाखों की भीड़ में दिनभर होती रही खोया-पाया की पुकार

डलमऊ(रायबरेली)- डलमऊ में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होने वाले ऐतिहासिक डलमऊ मेले में लाखों श्रद्धालुओं ने माॅ गंगा की गोद में आस्था की डुबकी लगाई।

गंगा नदी पर बनाये गये आस्थाई पुल से मेला जाते श्रद्धालु

 

डलमऊ में आयोजित ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेलें में डलमऊ के संकट मोचन घाट, वीआईपी घाट, सड़क घाट, पथवारी घाट, महावीरन घाट, सहित सोलह घाटों पर लाखों की संख्या में लोगों ने श्रद्धा पूर्वक गंगा में आस्था को डुबकी लगाई व घाटों के किनारे बने भव्य आकर्षक मन्दिरों में पूजा अर्चना की एवं श्रद्धालुओं ने घाटों पर मौजूद तीर्थ पुरोहितों से पूजा अर्चना आदि सम्पन्न करायी। तीर्थ पुरोहित व तीर्थ पुरोहित गंगा सभा के उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान से असीम पुण्य की प्राप्ति होती है, डलमऊ गंगा स्नान के विषय में शुक्ल यजुर्वेद संहिता में कहा गया है कि “अपमृत्यु मृतानाम् च स्थानम् डालभ्य हि तक्षणु” अर्थात डालभ्य ऋषि की तपोस्थली होने के कारण डलमऊ में मोक्ष की प्राप्ति होती है।

 डलमऊ के विभिन्न घाटों पर नवदम्पतियों ने भी गंगा में डुबकी लगाकर अखण्ड सुहाग की कामना

कार्तिक पूर्णिमा में देवनदी गंगा स्नान की कुछ अलग ही मान्यता है। मान्यता है की नवदम्पत्ति द्वारा गांठ जोड़कर एक साथ गंगा स्नान करने अखण्ड सुहान की प्राप्ति होती है।

डलमऊ में गंगा स्नान करते श्रद्धालु

गंगा स्नान का भव्य नजारा देखने के लिए डलमऊ के फतेपुर रोड़ पर स्थित गंगा पुल पर सुबह से शाम दर्शकों का जमावड़ा लगा रहा।

फतेपुर मार्ग पर बने गंगा पुल से मेले का नजारा देखते श्रद्धालु

 

रोक के बावजूद श्रद्धालु करते रहे जलविहार

प्रशासन की रोक के बावजूद प्रशासन की नजरों से बचकर श्रद्धालु गंगा नही में जलविहार करते रहे। मेले में नगर पंचायत की स्टीमर पर तैनात लेखपाल राकेश गुप्ता, राजेश गुप्ता व रामसुरेश मौर्य के साथ विनोद निषाद पूरा दिन गंगा में प्राइवेट नाविकों को रोकने के लिए मशक्कत करते रहे।

मेले में नौका बिहार करते श्रद्धालु

   मेले में श्रध्दालुओं ने की जमकर खरीददारी

डलमऊ मेले में श्रद्धालुओं द्वारा जमकर खरीददारी की गयी। वहीं सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों व चाउमीन कॉर्नरो पर महिलाओं की भारी भीड़ उपस्थित रही।

मेले में खरीददारी करती महिलायें

जल संरक्षक दिलीप निषाद ने अपनी जानपर खेलकर बचायी दो श्रद्धालुओं की जान

डलमऊ में मेले के दौरान तराई घाट पर डूब रहे दो लोगो को जलरक्षक दिलीप निषाद ने अपनी जान पर खेल कर गंगा से सकुशल बाहर निकाला, मेले में बनाये गए खोया पाया केंद्र में समाचार लिखे जाने तक 60 लोगों को मेले में बिछड़ने के बद मिलाया गया जिसमे सुभाष चिल्ड्रेन सोसाइटी व मेल कोतवाली का अहम योगदान रहा।

डलमऊ मेले को जाने वाली सड़कों पर लगा रहा श्रद्धालुओं का तांता

डलमऊ को जाने वाली रोड़ पर लगा लगा श्रद्धालुओं का तांता

शुक्रवार की शाम से लेकर शनिवार की देर रात तक डलमऊ को जाने वाली सड़कों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस दौरान सड़कों पर अत्यधिक भीड़भाड़ होने के कारण लोग छोटी बड़ी दुर्घटनाओं का शिकार होते दिखाई पड़े।

रायबरेली से न्यूज प्लस के लिए देवेश वर्मा की रिपोर्ट

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