रहस्यमय तरीके से विद्यालय से लापता हुई मासूम का चौथे दिन भी नही लग सका कोई सुराग
********************************************
रायबरेली (शिवगढ़) -शिवगढ़ थाना क्षेत्र के परिषदीय विद्यालय से रहस्यमय तरीके से लापता हुई मासूम छात्रा का घटना के चौथे दिन भी कोई सुराग नही लग सका । जिसको लेकर क्षेत्र में पूरी तरह से दहशत का माहौल व्याप्त है। विदित हो की बीते 5 अक्टूबर को शिवगढ़ थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मठ गोसांई से मध्यान भोजन के पश्चात कक्षा एक की मासूम छात्रा दीक्षा पुत्री सुरेन्द्र कुमार रावत निवासिनी ग्राम नईन मजरे दहिगावां रहस्यमय तरीके से लापता हो गयी थी। जिसके चलते अभिभावकों ने अपने बच्चों को विद्यालय भेजना बन्द कर दिया है ।घटना के तीसरे दिन शनिवार को पुलिस की उपस्थिति में विद्यालय तो खुला लेकिन एक बच्चा विद्यालय पढ़ने नही आया। विडम्बना की विद्यालय में चहर दीवारी गेट होने के पश्चात विद्यालय में तैनात अध्यापकों की उपस्थित में विद्यालय से मासूम छात्रा रहस्यमय तरीके से लापता हो गयी और किसी को भनक तक नही लगी। विद्यालय में छुट्टी के समय उसी विद्यालय में कक्षा 4 में अध्ययनरत भाई अभय ने बहन दीक्षा को न पाकर शिक्षक से बहन की जानकारी भी की थी।परिजनों का आरोप है कि जिसको शिक्षक ने हल्के से लेकर यही कहीं आस पास देख लेने की बात कही थी। यदि विद्यालय के अध्यापकों ने घटना को तत्काल गम्भीरता से लिया होता तो शायद मासूम का पता लग सकता था। वहीं कुछ क्षेत्रीय लोगों द्वारा कयास लगाये जा रहे हैं कि हो सकता है कि छात्रा शौंच के लिए बाहर गयी हो तो, उसी दौरान किसी दुर्घटना का शिकार हो गयी हो। अफसोस है कि जहाँ केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा गाॅवों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए शौचालय पर जोर दिया जा रहा है। वही शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते प्राथमिक विद्यालय मठ गोसाई में बना शौचालय महज शोपीस साबित हो रहा है। सूत्रों की मानें तो प्राथमिक विद्यालय मठ गोसांई तो एक नमूना है जहाँ के बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर तालाब एवं नाले के किनारे खुले में शौंच को जाते हैं यही आलम क्षेत्र के लगभग सभी परिषदीय विद्यालयों का है जिनके बच्चे खुले में शौच को जाने को मजबूर हैं। जिसके चलते शासन द्वारा शौचालय के नाम पर लाखों रुपये पानी की तरह बहाये जाने के बावजूद भी शासन की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। चार दिनों से लापता मासूम का पता लगाने में जुटी खाकी के हाथ अभी कोई लगा नही लगा लगा है। थानाध्यक्ष लालचन्द्र सरोज का कहना है कि संदिग्ध व्यक्तियों से पूछतांछ की जा रही है किन्तु अभी तक कोई पुख्ता सबूत नही मिला है।
रायबरेली से न्यूज प्लस संवाददाता “अंगद राही” की रिपोर्ट