शिवगढ़,रायबरेली-क्षेत्र के नेमुलापुर-गोबरे का पुरवा सम्पर्क मार्ग पर चलना किसी चुनौती से कम नही है ।यूपी के सीएम योगी द्वारा सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त करने का खूब ढिढोंरा पीटा गया। रश्म अदायगी के लिए शिवगढ़ क्षेत्र की कुछ सड़कों पर गड्ढा भराई का कार्य भी हुआ है । कहने को कुम्भी ग्रामसभा में बीजेपी का गुणगान करने वाले सत्ता पक्ष से जुड़े कई दिग्गज नेता भी हैं किन्तु वे क्षेत्रीय भाजपा विधायक रामनरेश रावत का नेमुलापुर-गोबरे का पुरवा सम्पर्क मार्ग की ओर ध्यान आकर्षित नही करा सके।
क्षेत्र के लोगों की माने तो
सूबे की योगी सरकार का प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा बिल्कुल खोखला साबित हुआ। ग्रामीण आंचल की अधिकांश सड़कों में आज भी नही गड्ढा भराई का कार्य नही किया गया है। वहीं शिवगढ़ क्षेत्र की सड़कों पर रश्म अदायगी के लिए जो गड्ढा भराई का कार्य भी किया गया उसको भ्रष्टाचार का दीमक लग गया। जिसके चलते गड्ढ़ा भराई के 15 दिन के अन्दर ही सड़कें फिर से पहले जैसी हो गयी हैं।
विदित हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनने के ढाई महीने के अन्दर 15 जून तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा किया था। जो हवा हवाई बिल्कुल हवा हवाई साबित हुआ। सीएम योगी की सरकार बने हुए 6 माह से अधिक समय बीत चुका है किन्तु क्षेत्र में विकास की किरण नही दिखाई पड़ी क्षेत्र के बदहाल सम्पर्क मार्ग क्षेत्र में हुए विकास आईना दिखा रहे हैं। पूर्व में मीडिया द्वारा सवाल किए जाने पर सीएम योगी ने कहा था ‘’ गड्ढामुक्त सड़कों के लिए हम लोगों के पास पैसा नहीं था, क्योंकि खजाना तो खाली था. अधिकतर मार्गों को गड्ढामुक्त हम लोगों ने किया है, लेकिन आने वाले समय में जो मार्ग बचेंगे, बरसात के बाद प्रदेश के अंदर युद्धस्तर पर उन कार्यों को लेकर के हमलोग प्रदेश को पूरी तरह गड्ढामुक्त सड़कें देंगे.’’।
नेमुलापुर, बैंती, देहली, जगन्नाथपुर के ग्रामीणों का कहना है कि तख्त बदल गये ताज बदल गये किन्तु नेमुलापुर सम्पर्क मार्ग की तस्वीर आज तक नही बदल सकी। नेमुलापुर सम्पर्क मार्ग को देखकर ये कहना मुस्किल होगा की गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढ़े हैं। जिस पर रात में चलने की बात तो दूर दिन में भी चलना चुनौती पूर्ण साबित होता है। आलम ये है कि राहगीर साईकिल, मोटर साईकिल सवार मजबूर होकर इस सम्पर्क मार्ग से न जाकर 7-8 किमी गूमकर भवानीगढ़ चौराहे से होकर अपने गन्तव्य तक जाते हैं। वही चुनाव नजदीक आते ही पार्टियों के लिए वोट मांगने वाले जनप्रतिनिधि इस समय कुण्डली मार बिल्कुल मौन बैठे हैं जिन्हे जनता कि परेशानी से कोई वास्ता नही है।
रायबरेली से न्यूज प्लस संवाददाता अंगद राही की रिपोर्ट