योगी जी ! लेखपाल ने बता दिया कैसे होती है “आमदनी अठन्नी”….

0
146

डलमऊ/रायबरेली–
अपने कारनामो के कारण से चर्चा में रहने वाले डलमऊ तहसील के लेखपालों का नया कारनामा सामने आया है,
मामला है डलमऊ तहसील के हींगामउ गांव का जहा एक आय प्रमाण पत्र जारी करने के लिए हल्का लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में सरे नियम कानून ताक पर रख दिए, लेखपाल ही नही जिम्मेदारों ने भी उसी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करके यह साबित कर दिया कि तहसील स्तर पर होने वाले किसी भी कार्य में अगर लेखपाल चाहे तो जिम्मेदार अधिकारी से उसका ही इस्तीफा लिख कर हस्ताक्षर करवा सकता है मगर साहब को उसको देखने की फुर्सत नहीं है क्योंकि यदि अगर साहब को उसको देखने की फुर्सत होती तो आय प्रमाण पत्र 180 रुपए महीना यानी अठन्नी का प्रतिदिन ना बनाया जाता अब पूरे मामले पर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं डलमऊ तहसील क्षेत्र के हींगामऊ निवासी जागेलाल ने तहसील में आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था जिसमें जांच के बाद क्षेत्रीय लेखपाल की रिपोर्ट लगनी थी मगर क्षेत्रीय लेखपाल ने उक्त जांच में ₹15 मासिक 180 रुपए सालाना मतलब 1 दिन की आमदनी अठन्नी दिखाते हुए ऐसी रिपोर्ट लगाई की आय प्रमाण पत्र देखने वाले चकरा गए,
इतना ही नहीं आय प्रमाण पत्र की रिपोर्ट के बाद तहसीलदार महोदय ने हस्ताक्षर करके प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया आय प्रमाण पत्र में हल्का लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जागे लाल की आय का स्रोत मजदूरी है जबकि जागे लाल के नाम राजस्व अभिलेखों में जमीन ही दर्ज है जिससे की स्पष्ट होता है कि डलमऊ तहसील में आय प्रमाण पत्र सहित अन्य प्रमाण पत्र जारी करने में बिना किसी प्रकार की व्याख्या व किसी भी प्रकार की सही स्थलीय जांच के ही समस्त आख्या लगाई जाती है और जिम्मेदार बिना देखे उस पर हस्ताक्षर कर के लेखपाल को पूरी मनमानी से कार्य करने की खुली छूट दे देते हैं।
मामले पर तहसीलदार ज्ञानचन्द्र गुप्ता ने बताया की तकनीकी त्रुटि के कारण ऐसा हुआ है, उक्त आय प्रमाण पत्र को निरस्त कर सुधार करने के निरस्त करने के निर्देश दिए गए हैं, आय प्रमाण पत्र में 180 रूपये वार्षिक की रिपोर्ट लेखपाल के द्वारा रिपोर्ट लगाने के समय कम्प्यूटर हैंग हो जाने से लग गयी है।

 

रायबरेली से न्यूज प्लस के लिए देवेश वर्मा की रिपोर्ट

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here