बिना मान्यता के विद्यालय खुला मिला तो संचालक के खिलाफ होगी एफआईआर दर्ज : खण्ड़ शिक्षा अधिकारी

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 गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर लगाम लगाने की तैयारी 

      गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद कराने के लिए डीएम ने गठित की 6 टीमें 

अंगद राही            News Plus 


रायबरेली।    शिवगढ़ खण्ड़ शिक्षा अधिकारी राम ललित वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवगढ़ क्षेत्र में संचालित गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों के संचालकों को विद्यालय बंद करने के लिए एनपीआरसी के माध्यम से नोटिस भेज दी गई है। यदि इसके बावजूद उन्होंने विद्यालय नहीं बंद किया है और जांच में विद्यालय संचालित मिला तो। उनकी यह गलती बिल्कुल क्षम्य नही होगी। तत्काल प्रभाव से विद्यालय संचालक खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। विदित हो कि शहर से लेकर ग्रामीणांचल तक शिक्षा को व्यवसाय का रूप देकर अभिभावकों की जेब पर डांका डालकर बिना किसी मानक के स्कूल रूपी दुकान चला रहे प्रबन्धकों पर प्रशासन ने लगाम लगाने की तैयारी कर ली है। जनपद के समस्त तहसील क्षेत्रों में बड़ी संख्या में संचालित हो रहे गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों में आम जनता से शिक्षा के नाम पर अनाधिकृत व मनमाने ढंग से हो रही वसूली को बंद कराने के लिए डीएम संजय कुमार खत्री ने जिले भर में गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद कराने के लिए 6 टीमों का गठन कर गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद कराने सम्बन्धित जांच आख्या 15 दिनों के अंदर प्रस्तुत करने के आदेश जारी किया हैं। गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर लगाम लगाने के लिए जिले की प्रत्येक तहसील स्तर पर गठित टीम में क्षेत्रीय उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी के साथ क्षेत्रीय थाने के निरीक्षक व क्षेत्रीय खण्ड़ शिक्षा अधिकारी को शामिल किया गया है।
जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री द्वारा कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा गया कि गठित टीमों के अधिकारी तहसील क्षेत्र में सघन भ्रमण करके अनाधिकृत रूप से चल रहे विद्यालयों का संचालन तत्काल प्रभाव से बंद कराने सम्बन्धित आख्या 15 दिनों के अंदर भेजी जाए।
जिलाधिकारी द्वारा जारी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद कराने के निर्देश के बाद क्षेत्र में चल रहे गैर मान्यता प्रात स्कूलों के संचालको में हड़कम्प मच गया है। विदित हो कि गैर मान्यता स्कूलों में डग्गामार वाहनों के जरिये न केवल छात्रों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है बल्कि इन विद्यालयों में महज एक या दो वाहनों के जरिये छात्रों को ढोया जाता है और बिना किसी कारण के मासूम छात्रों को घण्टो अकारण बैठाया भी जाता है, अभी तक शासन द्वारा प्रत्येक वर्ष कार्यवाही की बात भी कही जाती रही मगर हर बार कार्यवाही के नाम पर विद्यालयों को महज नोटिस देकर मामले से इतिश्री कर ली जाती रही है।

रायबरेली से न्यूज प्लस संवाददाता अंगद राही की रिपोर्ट

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