महराजगंज तहसील के उचौरी ग्रामसभा के आधा दर्जन गांव जलमग्न ,3 गांव बने टापू, जिम्मेदार लापरवाह

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टापू बन चुके गांवों में अभी तक नहीं पहुंचा कोई जिम्मेदार अधिकारी

समाजवादी पार्टी के बछरावां विधानसभा अध्यक्ष राकेश त्रिवेदी ने दी राशन किट एवं नगद सहायता राशि

शासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों को अभी तक नहीं मिल सकी कोई राहत

रामपुर ,खाड़े खेड़ा, खुशियाल खेड़ा बने टापू

     रायबरेली        रायबरेली में बाढ़ के कहर से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बरसात का पानी लोगों के घरों में घुस गया है, बेरहम बारिश ने लोगों को बेघर कर दिया है। बाढ़ की चपेट में आकर मलबे में तब्दील हुए घरों में दबकर बाढ़ पीड़ितों की समूल गृहस्थी नष्ट हो गई है। लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। वहीं ग्रामीणों की दर्जनों शिकायतों के बावजूद शासन-प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सो रहा है। टापू बन चुके गांव में अभी तक कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा है। वीवीआईपी जनपद कहे जाने वाले सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में महाराजगंज तहसील क्षेत्र के उचौरी ग्रामसभा के आधा दर्जन गांव जलमग्न होने के साथ ही 3 गांव पूरी तरह से टापू बन गए हैं। जहां अभी तक शासन-प्रशासन का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है। वहीं समाजवादी पार्टी के बछरावां विधानसभा अध्यक्ष राकेश त्रिवेदी उर्फ आलू महाराज ने करीब आधा दर्जन से अधिक बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर पीड़ितों को अपने पास से राशन सामग्री और नगद सहायता राशि दी। और पीड़ितों को हर संभव मदद का दिया आश्वासन। विदित हो कि पिछले 15 दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से लोगों का सामान्य जीवन अस्त व्यस्त होने के साथ ही लोगों के घरों में गुस्सा पानी उनकी परेशानी का सबब बना हुआ है। विडंबना है कि जहां तहसील प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी जल प्लावित उचौरी ग्रामसभा में अभी तक नहीं पहुंचा है। जिसको लेकर ग्रामीणों में शासन प्रशासन के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। वहीं समाजवादी पार्टी के बछरावां विधानसभा अध्यक्ष राकेश कुमार त्रिवेदी उर्फ आलू महाराज ने शनिवार को उचौरी ग्राम सभा के टापू बन चुके रामपुर,खाड़े खेड़ा, खुशिहाल खेड़ा, उदवत खेड़ा सहित तकरीबन आधा दर्जन बाढ़ प्रभावित गांवों का तूफानी दौरा कर बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री किट एवं आर्थिक मदद देकर एक मिसाल कायम कर दी है। इतना ही नहीं बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। श्री त्रिवेदी ने रामपुर में कृष्णावती पत्नी रमेश पासी, सुरेश कुमार, राजकुमार, राम आधार, कल्लू खाड़े खेड़ा में रज्जन लाल पुत्र का कालीदीन, खुशिहाल खेड़ा में सज्जन लाल गरीबे पुत्र शीतला , रामप्रसाद सहित लोगों को अपने पास से राशन सामग्री और नकद सहायता राशि दी है। इतना ही नहीं श्री ने बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाते हुए कहा कि आप सभी के लिए हमारे घर के दरवाजे हमेशा खुले हैं। रात को 12:00 बजे जरूरत पड़ी तो मैं रात 12:00 बजे आपकी मदद के लिए खड़ा मिलूंगा। राशन सामग्री और नगद सहायता राशि पाकर बाढ़ पीड़ितों ने राहत की सांस लेते हुए श्री त्रिवेदी को खूब आशीष दिया। रामपुर में तो राकेश त्रिवेदी व मीडिया कर्मियों को देखकर कृष्णावती पत्नी रमेश कुमार पासी फफक पड़ी, बरसात के पानी से लबालब हो चुके जर्जर कच्चे घर को दिखाते हुए कहा कि घर में खाने को एक दाना भी नहीं बचा है। छोटे-छोटे बच्चों को लेकर पंचायत घर के बरामदे में पड़ी हूं। जहां बारिश होने पर पानी की बौछारों से खड़े होना भी मुश्किल हो जाता है। रोते-बिलखते बच्चों का दुख देखा नहीं जाता। ब्लॉक से लेकर जिले तक कई बार प्रार्थना पत्र दिया किंतु किसी ने एक नहीं सुनी आज तक आवास नहीं मिल सका। वहीं राकेश कुमार त्रिवेदी एवं मीडिया कर्मियों द्वारा उप जिलाधिकारी को फोन करने पर करीब 20 दिन बाद रामपुर पहुंचे लेखपाल रामकिशोर से जब इतने दिन बाद गांव आने के विषय में पूछा गया तो बगले झांकने लगे और कहने कि इतने दिन से दूसरे गांव का भ्रमण कर रहे थे। वहीं बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए शासन द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि की विषय में पूछे जाने पर लेखपाल राम किशोर ने बताया कि शासन द्वारा सिर्फ बेघर हो चुके एवं जर्जर कच्चे मकानों में रह रहे लोगों के नाम पात्रता सूची में शामिल करने का काम किया जा रहा है, अन्य किसी प्रकार की राहत नहीं दी जा रही है। समाजवादी पार्टी के बछरावां विधानसभा अध्यक्ष राकेश त्रिवेदी उर्फ आलू महाराज ने बताया कि उचौरी ग्राम सभा के टापू बन चुके गांवों में किसी भी समय अप्रिय घटना घट सकती है, जिसके लिए मैंने जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता की है। जिन्होंने आश्वासन दिया है कि कल तक कोई न कोई अधिकारी मौके पर आकर सहायता राशि देने का काम करेगा। श्री त्रिवेदी ने कहां कि जलप्लावित क्षेत्रों में लोग दाने दाने के लिए मोहताज हो गए हैं। बाढ़ पीड़ितों कि सहायता के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। वही ग्राम प्रधान अयोध्या सिंह से जब पूछा गया की आपके द्वारा बाढ़ पीड़ितों को राहत दिलाने लिए क्या कदम उठाए गए हैं। तो उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों को सुविधाएं दी जा रही हैं। जब पूछा गया कौन सी सुविधाएं दी जा रही है तो बगले झांकने लगे। ग्राम प्रधान ने बताया कि उन्होंने सभी उच्चाधिकारियों से टापू बन चुके गांव के विषय में अवगत कराया गया है किंतु कोई जिम्मेदार अधिकारी गांव तक नहीं आया। इस बाबत  जब उप जिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर से बात की गई तो उन्होंनेे बताया लेखपाल को भेजा गया है, समस्या का समाधान किया जाएगा।

 

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